देर शाम तक चलती रही जांच, खरीदी केंद्र में सुरक्षा बल तैनात
पायनियर संवाददाता-राजनांदगांव
दो दिन पहले घुमका सोसायटी में धान खरीदी के एवज में पैसे की मांग से व्यथित गिधवा के किसान करण साहू की मौत के मामले की जांच अभी पूरी भी नहीं हो पायी है और धान खरीदी केन्द्र पटेवा में शहीद की विधवा से रिश्तव मांगने का खुलासा हुआ है। उक्त महिला किसान से धान की क्वालिटी खराब बताकर ढाई हजार रुपये की मांग की जा रही थी। इस मामले ने तूल पकड़ लिया है।
बोटेपार निवासी आरक्षक शहीद प्रकाश वर्मा वर्ष 2009 में कोरकोट्टी में हुई पुलिस – नक्सल मुठभेड़ में एसपी विनोद चौबे के साथ ही शहीद हो गए थे। उनकी ही पत्नी से धान खरीदी केंद्र में पैसा मांगने की गम्भीर शिकायत मिली है। मामले की खबर लगने के बाद प्रशासन के आला अधिकारी पटेवा पहुंचकर मामले की पड़तालमें जुटे हुए हैं। ख़बरों के अनुसार बोटेपार निवासी शहीद सिपाही की विधवा राजनांदगांव में पति के शहादत के बाद अनुकम्पा में नौकरी पर राजनांदगांव में तैनात है। खेती – किसानी मजदूरों के भरोसे चल रही है।धान बेचने मजदूर सोसायटी पहुंचे थे कि धान की क्वालिटी को खराब बताकर ग्रेडिंग में पास करने रुपये की मांग की जानकारी मिलने पर शहीद की विधवा केशरी वर्मा ने इसकी शिकायत तहसीलदार से की है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए हरकत में आये अधिकारियों ने सोसायटी पहुंचकर तुरन्त सभी पक्षों से पूछताछ शुरू कर बयान ले रहे हैं।
किसान की मौत का मामला गर्म
गिधवा के किसान के मौत के मामले में बुधवार को घुमका में माहौल काफी गर्म रहा। गुरुवार तकरीबन 12 बजे अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष विधायक भुनेश्वर बघेल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष पदम् कोठारी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता शोभा राम बघेल, पंकज बांधव, रतन यादव ने घुमका सोसायटी का दौरा कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेकर सभी कर्मचारियों और मजदूरों को कड़ी हिदायत देते हुए किसानों का धान खरीदने का निर्देश देते हुए अन्य किसानों से मिलकर हालचाल पूछने के बाद मृतक किसान के परिजनों से भेंटकर अपनी संवेदना व्यक्त किया।
ऑडियो क्लिप की चर्चा
जानकारी के अनुसार 200 कट्टा धान का मामला बताया जा रहा है। मामले में कथित तौर पर ऑडियो क्लिपिंग की भी चर्चा है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए खरीदी केंद्र में घुमका पुलिस का कड़ा पहरा है और लोगो को जाने से रोका जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक धान खरीदी के पहले दिन से ही पटेवा सोसायटी में धान में नमी को कारण बताकर किसानों के धान को वापस करने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं।
पहले दिने से ही विवाद
1 दिसम्बर को इराइखुर्द के कई किसानों का धान इसी तरह रिजेक्ट करने के चलते काफी विवाद की स्थिति भी बनी। किसानों के आरोप के अनुसार खरीदी में लगे मजदूर ठेकेदार द्वारा फड़ प्रभारी के नाम पर वसूली की जा रही है। इसी तरह की हरकतों के चलते घुमका में एक किसान की मौत हो चुकी है। मामले में मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के वर्तमान और पूर्व सांसदों समेत संगठन के तमाम पदाधिकारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ लगातार हल्ला मचा रहे हैं और मामले की प्रशासनिक जांच चल रही है।
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