पायनियर संवाददाता-सरायपाली
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में सभी समितियों में शुरू से ही बारदाना की समस्या बनी हुई है इस वर्ष नए बारदाना से कर दी ना करके पुराने एवं पीडीएस के बारदाना से ही धान खरीदी की जा रही है। मिलर्स से मिले पुराने बारदानो मैं बहुत से डैमेज निकल रहा है जिसे ठीक करने में खरीदी प्रभारियों को अतिरिक्त समय देकर पसीना बहाना पड़ रहा है और किसी तरह जोड़ तोड़ कर किसानों को बारदाना शॉप रहा है किसानों को भी उस फटे बारदाना मैं धान भरने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इस वर्ष धान खरीदी के प्रारंभ से ही बारदाना की समस्या को लेकर समिति प्रभारी परेशान है विगत हुआ जिस अनुपात में नए पुराने वरदाना से खरीदी की गई थी उसे बदलकर नियम में संशोधन करते हुए सभी खरीदी केंद्रों में नए बारदाना तो भेज दिए गए हैं लेकिन उसे ना तो खोलने और ना ही उस बारदाना में खरीदी करने की अनुमति दी गई है जिसके कारण नए बारदाना केवल उपार्जन केंद्रों की शोभा बढ़ा रहे हैं नए बारदाना को छोड़कर पीडीएस व मिलस से मिलने वाले पुराने बारदाना से ही 50 -50 के अनुपात में ही खरीदी करने के निर्देश दिए गए हैं खरीदी के प्रारंभ में तो पीडीएस से प्राप्त बारदाना वह मिलर्स का बारदाना ना होने की स्थिति में टोकन काटने का विकल्प नहीं आ रहा था लेकिन पीडीएस से ही या पुराने पर दाना से ही धान खरीदी का विकल्प खुल गया है बरदाना के अभाव एवं विकल्प ना खुलने के कारण उपार्जन केंद्र जम्हारी में धान खरीदी बंद रहा।
जबकि वहां नया बारदाना पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध था शासन के नए निर्देश से हो रही धान खरीदी में बारदाना को लेकर प्रतिदिन खरीदी प्रभारी परेशान हो रहा है बारदाना के अभाव के कारण अभिषेक कई किसान धान बेचने से भी वंचित हो रहे हैं।
जम्हारी एवं अमरकोट में देखने को मिला कि बारदाना के अभाव में दर्जनों किसान का टोकन नहीं कट पाया और लक्ष्य से कई गुना कम धान खरीदी हुई है तोरे सिन्हा शाखा के कुछ धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण करने पर देखा गया कि खरीदी प्रभारियों द्वारा किसी तरह पुराने बारदाना को जोड़ तोड़ कर धान भरने योग्य बनाया जा रहा था वही कुछ बरदाना तो ऐसे भी थे जिसे खरीदी प्रभारी भी नहीं सुधार पाए थे ऐसे बार दानों में किसान फटे स्थानों पर पैरा डालकर धान भर रहे थे किसानों को इस तरह के फटे बार दानों से धान भरने में अतिरिक्त समय के अलावा अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है।
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