पायनियर संवाददाता . रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 11 दिसम्बर को कोरिया जिले के प्रवास के दौरान जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के निकट कृषि महाविद्यालय चेरवापारा में आयोजित कार्यक्रम में जिले को लगभग 212 करो? 35 लाख रूपए के विकास कार्यों की सौगात देंगे। श्री बघेल इनमें से 68 करो? 21 लाख रूपए की लागत के 80 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और 114 करो? 13 लाख रूपए की लागत के 130 कार्यों का भूमि-पूजन और शिलान्यास करेंगे।
मुख्यमंत्री लगभग 68 करोड़ 21 लाख रूपए की लागत के जिन 80 कार्यों का लोकार्पण करेंगे उनमें लगभग 9 करोड़ रूपए की लागत से बैकुण्ठपुर में निर्मित नया पॉलिटेक्निक भवन, 4 करोड़ 55 लाख रूपए की लागत से चिरमिरी में शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल भवन, बैकुण्ठपुर में लगभग 5 करोड़ 9 लाख रूपए की लागत से अधिकारियों-कर्मचारियों हेतु निर्मित 44 भवन, मनेन्द्रगढ़ में लगभग 5 करोड़ 9 लाख रूपए की लागत से निर्मित 44 भवन, लगभग 4 करोड़ 16 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित कृषि महाविद्यालय चेरूवापारा का भवन, 3 करोड़ 32 लाख रूपए की लागत से निर्मित 2 बालक छात्रावास के भवन, क्रेडा द्वारा लगभग 24 करोड़ 96 लाख रूपए की लागत से सिंचाई और पेयजल व्यवस्था हेतु सोलर पम्प की स्थापना, सोलर हाईमास्ट लाइट की स्थापना के कुल 10 कार्य शामिल है। मुख्यमंत्री इनमें से भरतपुर-सोनहट में 14 करोड़ 53 लाख रूपए की लागत से सिंचाई हेतु सौर सुजला योजना के अंतर्गत 718 नग सोलर पम्प की स्थापना, भरतपुर सोनहट में ही पेयजल व्यवस्था हेतु 2 करो? 31 लाख रूपए की लागत से 53 सोलर ड्यूल पम्प स्थापना, 3 करो? 45 लाख रूपए की लागत से भरतपुर-सोनहट में प्रकाश व्यवस्था हेतु 81 सोलर हाईमास्ट लाइट स्थापना, 18 लाख रूपए की लागत से भरतपुर-सोनहट में पेयजल व्यवस्था हेतु 3 आयरन शुद्धिकरण संयंत्र की स्थापना, 2 करोड़ 24 लाख रूपए की लागत से मनेन्द्रगढ़ में सौर सुजला योजना के अंतर्गत 118 सोलर पम्प की स्थापना, 89 लाख रूपए की लागत से बैकुण्ठपुर क्षेत्र में 134 सोलर पम्प की स्थापना और भरतपुर-सोनहट क्षेत्र के बहरासी में 1 करो? 57 लाख रूपए की लागत से निर्मित 33/11 के.व्ही. क्षमता के विद्युत उपकेन्द्र का लोकार्पण भी करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल बैकुण्ठपुर में जिन कार्यों का भूमिपूजन करेंगे उनमें 18 करो? 19 लाख रूपए की लागत से देवाडा?-पेन्ड्री व्हाया मंगोरा मार्ग पर बुधरा नदी पर बनने वाला उच्च स्तरीय पुल एवं पहुंच मार्ग, प्रधानमंत्री ग्राम स?क योजना के तहत 107 करो? 72 लाख रूपए की लागत से बनने वाली 15 स?कें शामिल हैं। इन स?कों में 15 करो? 7 लाख रूपए की लागत से बनने वाली बैकुण्ठपुर-जुनापारा-कुडेली व्हाया आमापारा, चारपारास, सत्तीपारा स?क, 14 करो? 9 लाख रूपए लागत की पिपरिया स?क-नागपुर रेल्वे स्टेशन-सिरियाखोह-चिरईपानी स?क, 12 करो? 24 लाख रूपए लागत की पेन्ड्री-महाई व्हाया लोहारी स?क, 11 करो? 52 लाख रूपए लागत की खाडा-एन.एच. रनई व्हाया अमहर-चिरगुडा-तेन्दुआ स?क, 11 करो? 30 लाख रूपए की लागत कोथारी-पाराडोल रेल्वे स्टेशन व्हाया पारसग?ी स?क शामिल हैं। मुख्यमंत्री 2 करो? 50 लाख रूपए की लागत से बैकुण्ठपुर में बनने वाली वायरोलॉजी लैब के लिए भूमिपूजन करेंगे।
रमन सिंह को हर काम में नजर आता है घोटाला : भूपेश
पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह रमन सिंह ने प्रदेश सरकार की नरवा बरवा, घुरवा बाड़ी योजना में गोबर घोटाले की बात कही थी। इस कारण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान पलटवार करत हुए कहा कि रमन सिंह घोटाले से बाहर नहीं आ पाए हैं, इसलिए तो उन्हें हर काम में घोटाला नजर आता है। बघेल ने कहा गोबर खरीद-बिक्री पर सवाल उठाने वालों को पहले यह तो जान लेना चाहिए था कि जब पेमेंट आनलाइन होता है, तो घोटाला कैसे होगा? राजनंदगांव के धान खरीद केंद्र में किसान की मौत पर पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसी की स्वाभाविक मौत को रोकना किसी के बस में नहीं होता। बघेल ने यह भी कहा कि किसान की मौत पर भाजपा को राजनीति नहीं करनी चाहिए। उधर, निगम-मंडल में नियुक्ति के लिए पीसीसी अध्यक्ष के द्वारा प्रस्तावित नामों पर वरिष्ठ नेताओं की आपत्ति से मरकाम की नाराजगी के बीच मुख्य मंत्री भूपेश बघेल का बयान आया है कि निगम-मंडल में नियुक्ति का विशेषाधिकार मुख्यमंत्री का होता है। मगर, सामूहिक नेतृत्व की यही तो खासियत है सभी वरिष्ठ नेताओं से रायशुमारी कर नाम तय कर रहे हैं, इस कारण थोड़ा समय तो लगेगा। उन्होंने गुरुवार को कोरिया जाने से पहले पत्रकारों से बातचीत में यह बात कहते हुए बताया कि इसके बावजूद सूची जल्द आ जाएगी। निगम-मंडल में नियुक्ति को लेकर बुधवार शाम को मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई थी। पीसीसी अध्यक्ष बैठक शुरू होने से पहले कोंडागांव चले गए थे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मरकाम अपनी तरफ से तीन नाम लेकर गए थे, लेकिन उन तीनों नामों पर बाकी नेता सहमत नहीं थे।
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