June 14, 2025

सोसायटी के फड़ प्रभारी सुरेश शर्मा के खिलाफ जांच पूरी कलेक्टर ने कहा- कार्रवाई जरुर होगी

धान खरीदी के लिए शहीद की विधवा से मांगी थी पांच हजार की रिश्वत

पायनियर संवाददाता-राजनांदगांव

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में समिति के कर्मचारियों की खुलेआम मची लूट और उस पर प्रशासनिक नियंत्रण के अभाव की चौतरफा आरोप किसानों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। हाल फिलहाल घुमका सोसायटी में किसान की मौत के अलावा पटेवा में शहीद की विधवा से धान खरीदी के एवज में पांच हजार रुपये की मांग और अभ्रदता के आरोपों को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि सोसायटी के कर्मचारियों की संवेदना तो खत्म हो गई है और कथित तौर पर प्रशासन की अनदेखी से किसानों को धान बेचना मुश्किल होता जा रहा है।
यही नहीं इस तरह की घटनाओं के शिकायतों के अलावा विपक्ष के धरना प्रदर्शन को राजनीतिक द्वेष मानते हुए शासन प्रशासन घटना को सिरे से नकार रहे हैं। मदनवाड़ा नक्सली घटना में जान कुर्बान करने वाले शहीद प्रकाश वर्मा की विधवा से गुरुवार को धान खरीदने के बदले फड़ प्रभारी के कहने पर मजदूर ठेकेदार ने पांच हजार की मांग किया। इसके आडियो – वीडियो क्लिपिंग समेत शहीद की पत्नी ने फड़ प्रभारी सुरेश शर्मा और लेबर ठेकेदार अंगद साहू के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के लिए लिखित शिकायत भी किया है। हालांकि शिकायत के बाद हड़बड़ाए अधिकारियों ने तुरंत तहसीलदार रमेश मौर्य को रवाना किया।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार जांच में कई किसानों ने फड़ प्रभारी की अभ्रदतापूर्ण रवैये और पैसे मांगने के आरोपों की पुष्टि भी की है। तहसीलदार ने शिकायतकर्ताओं का लिखित बयान लिया है। तहसीलदार ने जांच प्रतिवेदन एसडीएम मुकेश रावटे को सौंपने की जानकारी दी है। अधिकारियों ने मौके पर किसानों को तुरंत कार्यवाही का आश्वासन भी दिया था। पर, अभी तक किसी भी तरह की कार्यवाही फड़ प्रभारी सुरेश शर्मा और लेबर ठेकेदार अंगद साहू पर नहीं की गई है। वहीं घुमका में किसान करण साहू की मौत के मामले में अन्य किसान मनीराम वर्मा के एसडीएम के समक्ष बयान के बाद भी दोषी लेबर ठेकेदार और तौलाई मजदूरों के खिलाफ आपराधिक मामलों में कार्यवाही नहीं हो पाने को लेकर प्रशासन की जमकर किरकिरी हो रही है।
पहले दिन से हो रही शिकायत : खबरों के अनुसार धान खरीदी के पहले दिन से ही पटेवा समिति में किसानों से दुर्व्यवहार और लेनदेन की शिकायत इराइखुर्द के किसानों ने किया था। साथ ही पटेवा में टोकन पर्ची वितरण में लेनदेन और जमकर धांधली की लगातार शिकायतें मिल रही है। पटेवा के ही नूतन साहू, लीलाधर साहू समेत दर्जनों किसानों ने पैसे लेकर बाद में आये किसानों को टोकन पर्ची देने के साथ ही लेनदेन के बाद ही पर्ची बांटने के मामले में फड़ प्रभारी सुरेश शर्मा पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है।

तहसीलदार के सामने दी धमकी

हद तो यहाँ तक हो गई कि उक्त फड़ प्रभारी ने शिकायतकर्ता किसान नूतन साहू को धान रिजेक्ट करने की तहसीलदार के सामने ही धमकी दे डाली। मौके पर मौजूद तहसीलदार ने फड़ प्रभारी को फटकार भी लगाई है। क्षेत्र में लगातार मिल रही शिकायतों के बाद भी प्रशासन की अनदेखी से किसानों में नाराजगी लगातार बढ़ रही है।

तमाशबीन निगरानी समितियां

धान खरीदी को लेकर भाजपा-कांग्रेस ने अपनी-अपनी निगरानी समितियां गठित की है लेकिन यह समितियां महज तमाशबीन बनकर रह गई हैं। जिले के कई खरीदी केंद्रों से शिकायत निकल कर सामने आ रही है पर इसमें किसी भी दल की निगरानी समिति की कोई भूमिका नजऱ नहीं आती। घुमका उपार्जन केंद्र में किसान की मौत को लेकर भाजपा ने हो-हल्ला तो किया पर अब वे भी इस मामले में ठंडे पड़ चुके हैं। वहीं हादसे के बाद निगरानी समिति की आंशिक गतिविधियां तब दिखीं जब यहां सांसद सहित बड़े नेता पहुंचे। ग्राम पटेवा उपार्जन केंद्र में भी धान खरीदने के लिए रिश्वत की शिकायत सामने आई है। इससे पहले भी किसान यह मुद्दा उठाते रहे हैं लेकिन निगरानी समितियां इससे दूरी बनाए हुए है। निगरानी समितियों की आड़ में राजनीतिक दल महज आपैचारिकताएं निभा रहे हैं।

  • प्रतिवेदन एस डी एम के माध्यम से पहुंचा है अभी मुझ तक नहीं पहुंचा है प्रतिवेदन मिलते पर जांच निष्कर्ष के आधार पर निश्चित रूप से कड़ी कार्यवाही होगी किसी भी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा
    -टोपेश्वर वर्मा, कलेक्टर, राजनांदगांव
  • घुमका धान खरीदी केंद्र में किसान की मौत बेहद संवेदनशील विषय है, इस पर शासन-प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए थी। लेकिन ऐसा न हो पाना सरकार की किसानों के प्रति गैरजवाबदारी दर्शाता है। ग्राम पटेवा उपार्जन केंद्र में शहीद की विधवा से रिश्वत मांग कर शहादत का माखौल उड़ाने वालों पर कार्रवाई के लिए भी शासन-प्रशासन न जाने किसका मुंह ताक रहा है। जाहिर है, मौजूदा व्यवस्थाएं न सिर्फ किसान विरोधी हैं बल्कि इन्हें शहादत की भी कद्र नहीं है।
    -मोनू बहादुर, जिला उपाध्यक्ष
    भाजपा युवा मोर्चा
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