पायनियर संवाददाता .रायपुर
साल के आखिरी -आखिरी राज्य सरकार ने कई आईएएस तथा आईपीएस अफसरों के साथ ही राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का ट्रांसफर किया। इन्ही आदेशों के बीच एक सिंगल आदेश भी जारी हुआ जो मीडिया तक नहीं पहुंच पाया। वह है भरतीय वन सेवा के तेज तर्रार अफसर अरुण पाण्डे का, अरुण पाण्डे को हाल ही में या यूं कहें कि ९ दिन पहले ही अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक विकास योजना कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक की जिम्मेदारी सौपी गई थी लेकिन कुछ ही दिनों में पाण्डे को हटाकर आईएफएस अफसर तपेश कुमार झा की पोष्टिंग कर दी गई ।
अरुण पाण्डे का दो माह के भीरत शायद यह चौथा ट्रासफर है। पूरे वन महकमें में यह चर्चा का विषय बना है पाण्डे जैसे तेजतर्रार अफसर को तीन ट्रासफर के बाद अब सदस्य सचिव राज्य जैव विविधता बोर्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई है? तो वहीं एक गुट का यह भी मानना है कि पाण्डे शांत बैठने वाले अफसरों में से नहीं हैं मतलब जल्द ही उनकी फिर विभाग के मुख्य धरा में वापसी होगी। आईएफएस अफसर अरुण पाण्डे रायपुर सीसीएफ रहे उसके बाद कांग्रेस सरकार में बिलासपुर सीसीएफ की जिम्मदारी सम्भालने के बाद वन मुख्यालय में एडिशनल पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सम्भाल चुके हैं इन्हीं अनुभवों को देखकर शायद उन्हें विकास योजना की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लेकिन सूत्रों की माने तो वन मुख्यालय में अब आईएफएस अफसरों में भी दो गुट काम कर रहे है। जो विभाग में हुए स्थानान्तरण को भी बदलवाने की ताकत रखते है।
More Stories
एस्सेल माइनिंग की दो कोयला खदानों को निष्पादित करने में भारत में इस वर्ष कोयले की कमी हो जाएगी
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2023
युवाओं को दरकिनार करना लोकसभा चुनाव में भी पड़ सकता कांग्रेस पर भारी – अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)