February 8, 2025

देशप्रेमी, मेधावी एवं अनुशासित होते हैं सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चे: अमर अग्रवाल

कोटा

सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करगीरोड कोटा में अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण अमर अग्रवाल पूर्व की मुख्य आतिथ्य, बद्रीनाथ केशरवानी की अध्यक्षता एवं जुड़ावन सिंह ठाकुर के विशिष्ट अतिथि मे मां सरस्वती, ओम, भारत माता के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर की भूरी- भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चे, आचार्य, देशप्रेमी, मेधावी एवं अनुशासित होते हैं सरस्वती शिशु मंदिर एक ऐसी संस्था है जो शासन के बिना अनुदान के समाज के सहयोग से चलने वाली सबसे बड़ी स्वयंसेवी शिक्षा देने वाली संस्था है, यहां के आचार्य काफी सुलझे हुए एवं अपने छात्र-छात्राओं के प्रति विश्वसनीय होते हैं ,कम वेतन में भी बड़े ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों में लगे रहते हैं उन्होंने बताया कि मैकाले की शिक्षा पद्धति के कारण हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था बहुत ही खराब रहा है ,36 वर्ष बाद नई शिक्षा नीति आई है जिसमें अपनी संस्कृति, रोजगार मूलक शिक्षा, और शिक्षा के द्वारा आत्मनिर्भर भारत बनाने की कोशिश की गई हैं ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बद्रीनाथ केशरवानी ने कहा कि आज तकनीकी का जमाना है अर्थात आने वाली नई शिक्षा नीति के द्वारा छात्र की इच्छा के अनुसार विषय चुनने की छूट दी गई है कोई भी बालक- बालिका ( छात्र-छात्राएं) जैसे गणित विषय के साथ-साथ राजनीति भूगोल जीव विज्ञान आदि अपने अनुसार विषय ले सकते हैं इसमें किसी प्रकार की कोई एक विषय लेने की बाध्यता नहीं रहेगी उन्होंने कहा कि विद्यालय में नई तकनीकी एवं उनके अनुसार आचार्यों को प्रशिक्षित किया जाएगा और प्राथमिक विभाग की ओर उन्होंने ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि प्राथमिक विभाग को मजबूत करने की अत्यधिक आवश्यकता है केवल छात्र छात्राओं का मेरिट सूची में नाम आ जाने बस से काम नहीं चलेगा उन्हें रोजगार मूलक एवं आत्मनिर्भर बनाना हमारी जिम्मेदारी होगी।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जुड़ावन सिंह ठाकुर ने कहां की समाज की दृष्टि सरस्वती शिशु मंदिर की ओर अधिक है इसलिए सरस्वती शिशु मंदिर को समाज का एक केंद्र बिंदु होना चाहिए, एवं पूरे भारत में चल रहे सरस्वती शिशु मंदिरों, सरस्वती शिशु मंदिर में कार्य करने वाले आचार्य, कर्मचारी, अभिभावकों, छात्र -छात्राओं एवं (800000) आठ लाख से अधिक पूर्व छात्र छात्राओं की पंजीयन पोर्टल में पंजीयन की जानकारी दी।

विद्यालय के व्यवस्थापक अजय अग्रवाल ने अपने प्रतिवेदन में कहा कि हमारे विद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करगीरोड कोटा की स्थापना 1993 में कुछ छात्र छात्राओं को लेकर अरुण – उदय की कक्षा से प्रारंभ हुई थी ,धीरे धीरे क्रमश: विकास करते हुए आज द्वादश तक का विद्यालय हो गया है जिसमें विज्ञान समूह एवं कामर्स समूह के भैया -बहन अध्ययन कर रहे हैं, हमारे विद्यालय में 27 आचार्य/ कर्मचारी कार्य कर रहे हैं, हमारा विद्यालय एक विकासशील विद्यालय है यहां कुल अ_ारह कमरे हैं एवं एक महिला एवं एक पुरुष प्रसाधन है आगामी योजना विद्यालय में कला संकाय खोलने एवं कोटसागर पार में आगामी सत्र 2022-2023 से अरुण कक्षा प्रारंभ करने की हमारी योजना है। विद्यालय के अध्यक्ष वेंकट लाल अग्रवाल ने विद्यालय की आगामी 2 वर्ष का योजना की जानकारी देते हुए बताया कि हमारे विद्यालय में एक प्राचार्य कक्ष, एक समिति कक्ष, एक लैब, एक हॉल, एक मंच बननाना है, इसके लिए मैं समाज के कुछ दानदाता लोगों से संपर्क कर रहा हूं जिसमें हमारी बातें सम्मानजनक चल रही है, मुझे आशा है कि दानदाताओं के द्वारा आगामी 2 वर्षों में यह कार्य यदि ईश्वर ने चाहा तो पूर्ण हो सकता है एवं कोटसागर पार में संतोष दुबे जी द्वारा दान में दिए गए आधा एकड़ जमीन पर भी तीन कमरे बनवा कर आगामी शिक्षा सत्र 2022 -23 से अरूण उदय की कक्षा चलाने की योजना है।

इस पावन अवसर पर गेंदराम राजपूत (विभाग समन्वयक), राजेंद्र शर्मा (अध्यक्ष क्रीड़ा परिषद कोनी), संतोष तिवारी (सचिव क्रीड़ा परिषद कोनी), हरिश्चंद्र साहू (जिला समन्वयक) राम सजीवन गुप्ता (उपाध्यक्ष सरस्वती शिशु मंदिर कोटा), वासुदेव रेड्डी (कोषाध्यक्ष सरस्वती शिशु मंदिर कोटा), दानवीर संतोष दुबे (संरक्षक सदस्य सरस्वती शिशु मंदिर कोटा), देवेंद्र सिंह ठाकुर (स्थाई सदस्य सरस्वती शिशु मंदिर कोटा), नर्मदेश्वर पांडे, प्रभात पांडे, रंगनादम मुदलियार, सत्यशील अग्रवाल ,सतीश तिवारी, बदरुद्दीन खत्री, विद्यालय के प्राचार्य बाबूलाल साहू, प्रधानाचार्य चंद्रेश यादव, आचार्यों में राजकुमार साहू, संतोष सागर गंधर्व ,लक्ष्मी नारायण पांडे ,कुमारी रुकमणी गंधर्व, आशा गुप्ता, कुमारी मनोरमा गुप्ता, सुखसिंह कैवर्त, मानसिंह उईके, रुपेश मलिक, शोभा चौहान, रजनी साहू, कुमारी कौशल देवांगन, कर्मचारियों में प्यारी मानिकपुरी लक्ष्मी मानिकपुरी संतोष यादव छात्र-छात्राएं एवं गणमान्य नागरिक अभिभावक उपस्थित थे।

 

*इस अवसर पर विद्यालय में कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें स्वागत गीत पर नृत्य, छत्तीसगढ़ी पारंपरिक लोक नृत्य एवं विद्या भारती अखिल भारती शिक्षा संस्थान का लक्ष्य, कुमारी रुचि सामल कक्षा द्वादश ने प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्राचार्य बाबूलाल साहू ने की एवं आभार विद्यालय के व्यवस्थापक अजय अग्रवाल ने ज्ञापित किया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय में विराजमान प्रथम पूज्य विघ्नहर्ता भगवान गणेश जी की महाआरती की गई।

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