July 1, 2025

बिल्लू हत्याकांड मामले में नागेंद्र राय शक के दायरे में पूछताछ के लिए पुलिस उठा ले आई थाने

 

पायनियर संवाददाता बिलासपुर

हिस्ट्रीशीटर बिल्लू श्रीवास की हत्या के बाद नाटकीय घटना क्रम जारी है। इस मामले में मुख्य आरोपी संजय पांडे फरार है लेकिन पुलिस को शक है कि इस हत्या के पीछे भी गैंगवार जिम्मेदार है, इसलिए इलाके के बाहुबली और ग्राम पंचायत महमंद के उपसरपंच नागेंद्र राय को तोरवा पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मंगलवार को उनके समर्थन में बड़ी संख्या में ग्रामीण तोरवा थाने पहुंचे और थाने का घेराव कर दिया, जिन्होंने आरोप लगाया कि तोरवा पुलिस बेवजह नागेंद्र राय को इस मामले में फंसाने की साजिश कर रही है। असल में लाल खदान क्षेत्र में दो परिवार के बीच रंजिश की वजह से गैंगवार का पुराना इतिहास रहा है ।

गर्ग परिवार और राय परिवार की दुश्मनी जगजाहिर है। इस मामले में दोनों परिवार से कई लाशें गिरी है । इन दोनों कटुम्बो के बीच दुश्मनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही । वैसे तो मृतक बिल्लू श्रीवास और हत्यारा संजय पांडे रंजन गर्ग के लिए काम करते थे लेकिन पुलिस को संदेह है कि इन्हीं के शूटर संजय पांडे को अपने साथ मिलाकर राय परिवार ने इस साजिश को अंजाम दिया है। हैरानी इस बात की है कि वर्षों तक संजय पांडे और बिल्लू श्रीवास ने मिलकर रंजन गर्ग और उसके परिवार के लिए काम किया। दोनों का आतंक पूरे क्षेत्र में छाया हुआ था।

नल में पानी भरने की मामूली विवाद के बाद ही संजय पांडे ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी, जिसके कारण उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। वही टिकरापारा के जयसवाल परिवार के लोग लाल खदान क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति पर हमला करने पहुंचे थे इसके बाद बिल्लू और उसके साथियों ने उनमें से कुछ लोगों की जानें ले ली थी। कुछ समय पहले क्षेत्र के भाजपा नेता चंद्रप्रकाश सूर्या के जन्मदिन पर चली गोली में एक युवक की जान चली गई थी उस मामले में बिल्लू श्रीवास जेल में था ,लेकिन कोरोना के कारण वह वर्तमान में पैरोल पर छूटा हुआ था। वही अपनी सजा पूरी कर संजय पांडे भी घर लौट आया था और इन दिनों लाल खदान में फल बेचने का व्यवसाय कर रहा था । वैसे तो बिल्लू श्रीवास का पुराना अपराधिक इतिहास रहा है, लेकिन जानकार बताते हैं कि पिछले कुछ समय से वह अपनी आदतें बदल रहा था। इसी साल फरवरी में उसकी शादी हुई थी जिसके बाद से वह अपराध से दूर रहने लगा था। वही पुराने साथियों का साथ भी धीरे-धीरे छूट रहा था। इतना ही नहीं पत्नी के घर आ जाने के बाद बिल्लू श्रीवास को यह पसंद नहीं था कि उसके बदमाश यार दोस्त घर आए । इसी बात पर उसका अपने ही मित्र संजय पांडे के साथ विवाद हुआ था। बात बढ़ी तो किसी दिन बिल्लू श्रीवास ने संजय पांडे को उसी के मोहल्ले में पीट दिया, जिससे संजय पांडे बदले की आग में झुलस रहा था। सोमवार की शाम बिल्लू अपने घर पर था। उसी दौरान उसके घर के सामने एक एक्सीडेंट हो गया जिसे देखने वह घर से बाहर आया। ठीक उसके घर के सामने ही मोटरसाइकिल से पहुंचे संजय पांडे ने कट्टे से गोलियां उसके सीने पर दाग दी और मोटरसाइकिल से फरार हो गया
बिल्लू श्रीवास का खौफ पूरे इलाके में था। उसे गोली लगने की खबर से पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया। आनन-फानन में उसे अपोलो ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। बताते है कि इस घटना के पीछे भी पुराना गैंगवार जिम्मेदार हो सकता है, इसलिए तोरवा पुलिस राय परिवार के नागेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है । लेकिन नागेंद्र रसी उपसरपंच भी है। राजनीतिज्ञ होने की वजह से उनका जनाधार है इसलिए उनके समर्थन में मंगलवार सुबह बड़ी संख्या में महमद के ग्रामीण तोरवा थाने पहुंच गए और थाने का घेराव कर दिया, साथ ही पुलिस अधीक्षक को भी ज्ञापन देकर मामले में निष्पक्ष जांच और कार्यवाही की बात कही गयी। ग्राम पंचायत महमंद की सरपंच गणेशी निषाद ने निवेदन किया है कि इस मामले मैं नागेंद्र राय को न फसाया जाए और उन्हें तुरंत रिहा किया जाए, तो वही मामले के आरोपी संजय पांडे की गिरफ्तारी की भी मांग की गई है। हवाला दिया गया है कि नागेंद्र राय घटना के वक्त अपने घर पर ही मौजूद थे और सीसीटीवी में भी इसे देखा जा सकता है, लेकिन तोरवा पुलिस फिलहाल जांच कर रही है इसलिए किसी को भी क्लीन चिट देना उचित नहीं लगता।
लाल खदान क्षेत्र हमेशा से इंसानी खून से लाल होता रहा है। पिछले तीन चार दशकों में इस इलाके में कई हत्याएं हुई है। ज्यादातर मामलों में गर्ग और राय परिवार की भूमिका रही है, इसलिए पुलिस इस मामले को अनदेखा नहीं कर सकती। सामने नजर तो आ रहा है कि बिल्लू श्रीवास की हत्या उसके ही पुराने दोस्त संजय पांडे ने की है।

लेकिन इस हत्या के पीछे फौरी रंजिश है या फिर कोई बड़ी साजिश, पुलिस इसका पता लगाने की कोशिश कर रही है ।

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