July 1, 2025

पंचायत सचिवों ने भरी हुंकार, हिला देंगे सरकार

शासकीयकरण की मांग को लेकर निकाली रैली, 1 दिनों का दिया अल्टीमेटम, विधानसभा के शीतकालीन सत्र में नहीं मिला न्याय तो जाएंगे बेमियादी हड़ताल पर

पायनियर संवाददाता-तिल्दा नेवरा

जनपद पंचायत तिल्दा नेवरा के सचिवों ने कल गुरुवार 24-12-2020 को जनपद पंचायत तिल्दा जिला रायपुर के परिसर एक दिवसीय हड़ताल किया। राज्य शासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पंचायत सचिवों ने 2 वर्ष की परिवीक्षावधि पूर्ण कर चुके पंचायत सचिवों का शासकीयकरण किए जाने की मांगों को लेकर हुंकार भरी। अनुविभागीय अधिकारी को राज्य शासन के नाम ज्ञापन सौंपा। सचिवों ने शासन के विधानसभा के शीतकालीन सत्र की महत्ता को समझते हुए राज्य शासन को बजट सत्र में शासकीय करण की मांगों को शामिल करने का अल्टीमेटम दिया है। विधानसभा सत्र में मांगे पूरी नहीं होने पर पंचायत सचिव 26 दिसम्बर से बेमियादी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे । सचिवों की बेमियादी हड़ताल से कोरोना संकटकाल में न केवल शासकीय कार्य प्रभावित होगा वरन लोगों को परेशानी उठानी पड़ेगी।
29 शासकीय विभागों के लगभग 200 योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन कराकर अंतिम पंक्ति तक बैठे व्यक्ति को लाभान्वित कराने वाले पंचायत सचिवों ने आखिरकार शासन की अदूरदर्शिता से कलमबद्ध हड़ताल शुरू कर दिया है । 2 वर्ष की परीवीक्षावधि पूर्ण करने के पश्चात सचिवों का शासकीयकरण करने की मांग को लेकर पंचायत सचिवों ने पूर्व घोषित तिथि अनुसार 21 दिसम्बर को एकदिवसीय काम बंद कलमबंद हड़ताल किया । सचिव संघ के जनपद अध्यक्ष चिंतामणि साहू ने बताया कि राज्य शासन ने पंचायत सचिवों के साथ नियुक्त सभी स्तर के कर्मचारी जैसे शिक्षाकर्मियों का शासकीयकरण कर दिया है । लेकिन शासन के 29 विभागों के योजनाओं का जमीनी स्तर परपारदर्शिता पूर्ण ढंग से क्रियान्वयन कराने वाले कर्तव्यनिष्ठ पंचायत सचिवों की उपेक्षा कर रही है । जबकि सचिव शासन एवं जनता के बीच एक सेतु की भूमिका निभा रहे हैं ।पंचायत सचिवों का शासकीय करण करने प्रदेश के 65 निर्वाचित विधायकगण भी अनुशंसा पत्र प्रेषित कर चुके हैं । बावजूद शासन संज्ञान नहीं ले रही । जिसकी वजह से सचिव आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं । बढ़ती महंगाई में अपने परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। जबकि हर साल नित नई योजना से सचिवों के ऊपर अतिरिक्त कार्यभार बढ़ रहा है । लिहाजा अब शासन की इस अदूरदर्शिता के खिलाफ सचिव आर पार की लड़ाई लडऩे के लिए तैयार हैं । 2 साल की परिवीक्षावधि पूर्ण करने वाले सचिवों का शासकीयककरण जब तक नहीं किया जाता तब तक सचिव आवाज बुलंद करेंगे । आज एकदिवसीय हड़ताल कर शासन को 4 दिनों के भीतर विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मांगों को शामिल करने जा अवसर दिया गया है । मांगे विधानसभा सत्र में पूरी नहीं होने पर 26 दिसम्बर से सचिव कलमबद्ध बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे । रैली में पंचायत सचिव संघ तिल्दा नेवरा अध्यक्ष चिंतामणि साहू ,सचिव कोमल प्रसाद साहु ,संरक्षक भरत वर्मा ,तिजुराम यादव,सेवक साहू,विष्णु देवांगन उपाध्यक्ष, सुनील शर्मा ,कृष्ण कुमार ,हरिश्चंद्र ,राकेश साहू ,ललित गुप्ता ,शेखर वर्मा ,डिगेश्वरी वर्मा ,खिलेश्वरी वर्मा ,सुभाष टण्डन , राजकुमार साहू ,ललित वर्मा ,सत्रुघ्न वर्मा ,अवध वर्मा ,अशोक निर्मलकर ,दिनेश साहू ,शिव वर्मन,सुखदेव पाठक उपस्थित हुए। ब्लाक के 101 पंचायतों के सचिवों ने हुंकार भरी ।

यह काम होगा प्रभावित

पंचायत सचिव शासन की योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन कराते हैं। एनजीजीबी के तहत बन रहे गौठान, पीएम आवास, मनरेगा, जन्म मृत्यु पंजीयन, शासन के विभिन्न मदों से पंचायतों को स्वीकृत समस्त अधोसंरचनात्मक कार्य,14 वें / 15 वें वित्त से जड़े ग्राम विकास के कार्य ,शैचालय निर्माण ,पेंशन भुगतान सहित सभी 20 सूत्रीय कार्यक्रम का क्रियान्वयन करते हैं । ये समस्त कार्य बेमियादी हड़ताल से प्रभावित होंगे।

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