July 1, 2025

गेंहू पीसाने गए बालक का अपहरण, 12 घंटे के भीतर एसपी की टीम ने किया सफल रेस्क्यू

 

पायनियर संवाददाता रायगढ़

12 वर्षीय बालक का अपहरण करने वाले तीन युवकों को रायगढ़ पुलिस ने 12 घंटे के भीतर धरदबोचा है। आरोपियों ने अपहृत बालक के परिजनों से पांच लाख रुपए फिरौती की मांग की थी, पर रायगढ़ पुलिस को सूचना मिलते ही एसपी की टीम ने रेस्क्यू कर आरोपियों को पकड़ते हुए बालक को सकुशल बरामद कर लिए। मामले में आरोपियों के खिलाफ अपराध कायम कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस कंट्रोल रूम में पत्रकारवार्ता के दौरान एसपी संतोष कुमार सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गुरूवार की शाम पुलिस चौकी रैरूमा थाना धरमजयगढ़ अंतर्गत ग्राम बरहामड़ा में रहने वाला संजू बड़ा द्वारा पुलिस चौकी आकर उसके 12 वर्षीय बालक राहुल बड़ा को अज्ञात आरोपियों द्वारा किडनैप कर मोबाइल में 5,00,000 की फिरौती के लिए कॉल किए जाने की जानकारी दिया गया। चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक जेम्स मिंज तत्काल घटना की जानकारी एसपी संतोष कुमार सिंह को दिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा एडिशनल एसपी अभिषेक शर्मा, सहायक पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा, एसडीओपी धरमजयगढ़ सुशील नायक को रैरूमा के लिए रात में ही रवाना किए। साथ ही चौकी प्रभारी जूटमिल अमित शुक्ला, थाना प्रभारी घरघोड़ा, धरमजयगढ़, तमनार, लैलूंगा, कापू को अपने- अपने क्षेत्र में नाकेबंदी कर अपहृत बालक एवं आरोपियों की सघन जांच कर करने निर्देशित करते हुए पुलिस चौकी रैरूमा में एडिशनल एसपी रायगढ़ को रिपोर्ट करने निर्देशित किए। रात में पुलिस चौकी रैरूमा पहुंचे एडिशनल एसपी द्वारा धरमजयगढ़ डिवीजन के थाना/चौकी प्रभारियों को अलग-अलग टास्क सौंपा गया।

अधिकारियों द्वारा पीडि़त परिवार से सूक्ष्मता से पूछताछ करने पर बालक के पिता ने बताया कि कुछ माह पूर्व अपनी पुश्तैनी जमीन बेचे हैं जिसमें प्राप्त हुए रुपए से स्कॉर्पियो वाहन खरीदने की बात अपने जान परिचित से चर्चा किए थे। तब पुलिस टीम की जांच की दिशा फिरौती के लिए किडनैपिंग होने की पुष्टि हुई और जांच टीम द्वारा संदिग्ध /आरोपी किस्म के व्यक्तियों की खोजबीन की ओर तेज हुई। इस दरमियान चोरी मामले में पकड़ा गया संदिग्ध अरूण टोप्पो ग्राम धौंरागांव बरपाली तथा उसके गांव विकास तिर्की जो राउरकेला (ओडि़सा) में बिजली पोल लगाने का काम करता था जो लॉक डाउन में जॉब छूट जाने पर गांव आकर रह रहा था। उसकी संलिप्तता इस किडनैपिंग में होने की अपुष्ट जानकारी मिली। तब विकास तिर्की, अरूण टोप्पो एवं उसके एक साथी को संदेह के दायरे में रखा गया। तीनों कल से गांव में नहीं रहने की जानकारी मिली। जिससे इन पर संदेह और गढ़ता गया। सुबह पुलिस की एक टीम को सूचना मिली कि जंगल भीतर तीन नकाबपोश एक बालक का हाथ, पैर बांधकर रखे हुए हैं। सुबह तक पुलिस पार्टी को पुख्ता जानकारी मिल चुकी थी कि हथियारबंद किडनैपर्स बालक को जंगल भीतर रखे हुए हैं।

इसी बीच एसपी संतोष कुमार सिंह चौकी रैरूमा पहुंचे। एडिशनल एसपी से घटनाक्रम व प्रोग्रेस की जानकारी लेकर उनके द्वारा बालक के रेस्क्यू के लिए एडिशनल एसपी के नेतृत्व में टीम तैयार कर अधिकारियों के साथ चौकी में मीटिंग लिए और रेस्क्यू के संबंध में महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। हथियारों से लैस होकर जंगल रेस्क्यू के लिए रवाना हुई पुलिस पार्टी की योजना यह थी कि किसी भी हालात में बालक की सकुशल बरामदगी होनी चाहिए। आरोपियों को रेस्क्यू टीम द्वारा जंगल में चारों ओर से घेराबंदी की भनक लग चुकी थी वे बालक के साथ अप्रिय कृत्य कर भागने की फिराक में थे। तभी पुलिस पार्टी एकाएक मौके पर पहुंची और आरोपियों को चारों ओर से गन पाइंट में लिया गया। जिससे तीनों आरोपियों की योजना धरी की धरी रह गई और तीनों पकड़े गए। पुलिस ने बताया कि आरोपी विकास को जानकारी थी कि अपहृत बालक का पिता हाल ही में अपनी पुश्तैनी जमीन को बड़ी रकम में बेचा है और उसके पास काफी रुपए हैं और लूट और किडनैपिंग दोनों की प्लानिंग बनाया हुआ था और इसके लिए अपने दो अन्य साथियों को मिलाया।

जब किडनैपिंग आसान लगा तो गुरूवार की शाम बालक राहुल बड़ा गेहूं लेकर गांव के हालर गया था तो वहां से उसे किडनैप कर जंगल ले गए और रातभर बालक का हाथ पैर बांधकर रखे हुए थे। बालक को आरोपियों द्वारा डराया धमकाया गया था कि शोर मचाने पर उसकी हत्या कर देंगे। आरोपियों के फूल पु्रफ प्लान को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि आरोपियों द्वारा अन्य स्थानों में घटना कारित किया गया होगा। रात से सुबह करीब 12 घंटे के संघर्ष के बाद तीनों आरोपी विकास तिर्की, अरूण टोप्पो और रामेश्वर मांझी तीनों निवासी धौंरागांव बरपाली रैरूमा पुलिस की पकड़ में थे। बालक को सकुशल बरामद कर उनके परिजनों से मिलाया गया। मामले में पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। आरोपियों को धारा 364(ए)के तहत गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा जा रहा है।

घटना का मास्टर माईंड था विकास तिर्की
पुलिस ने बताया कि पुलिस टीम पीडि़त परिवार से पूछताछ कर रात में गांव बरहामड़ा के लगभग 150 लोगों से पूछताछ किए। इधर पुलिस कंट्रोल रूम द्वारा पूरे जिले को हाई अलर्ट पर रखकर रात में ब’चे और किडनैपर्स की तलाश में रखा गया था। जहां आरोपियों को धरदबोचा गया और घटनास्थल पर पुलिस को तीन मोबाइल, तीन चाकू, मोटरसाइकिल और बालक की साइकिल मिली है। तीनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ करने पर पुलिस की जांच सही निकली किडनैपिंग का मास्टरमाइंड विकास तिर्की निकला।
आईजी की ओर से रेस्क्यू टीम को मिला 30,000 नकद ईनाम
शुक्रवार की दोपहर पुलिस कंट्रोल रूम में एसपी रायगढ़ द्वारा अपहृत बालक के सकुल बरामदगी पर पुलिस महानिदेशक एवं रेंज आईजी द्वारा रायगढ़ पुलिस को बधाई देने एवं रेंज आईजी दीपांशु काबरा द्वारा रेस्क्यू टीम का हिस्सा रहे अधिकारी/कर्मचारियों को नकद 30,000 रुपए ईनाम स्वरूप दिए जाने की जानकारी दिया गया है।

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