July 2, 2025

उरला इंडस्ट्रीयल एरिया का गंदा पानी खारुन नदी को कर दिया जहरीला

पानी फिल्टर करने में प्लांट भी फेल

पायनियर संवाददाता-रायपुर

उरला इंडस्ट्रीयल एरिया से सरोरा तक फैली फैक्ट्रियों से रोज करीब लाखों लीटर गंदा व जहरीला पानी निकलकर नालों के रास्ते खारुन नदी में मिल रहा है। यह पानी इतना दूषित है कि इसे नगर निगम का फिल्टर प्लांट भी साफ कर पीने लायक बनाने में फेल है। बदबूदार गंदा पानी प्लांट से सप्लाई किया जाता है। हैरतअंगेज है कि इसी जहरीले पानी को हफ्तेभर से नगर निगम बीरगांव इलाके की 3 लाख आबादी को पीने और नहाने के लिए सप्लाई किया जा रहा है, लेकिन पॉल्यूशन डिपार्टमेंट से नगर निगम तक फैक्ट्री संचालकों पर शिकंजा कसने में फेल हैं। दरअसल फैक्ट्री में उपयोग होने वाले पानी को फिल्टर करने बेंद्री स्थित खारुन नदी में छोडऩा है, लेकिन वेस्ट पानी को बगैर फिल्टर किए खुले नाले के माध्यम से नदी में छोड़ा जाता है, जिससे खारुन नदी तक दूषित व केमिकल युक्त पानी पहुंचता है और इसी जगह से फिल्टर प्लांट में पानी सप्लाई होता है। बीरगांव नगर निगम के कमिश्नर श्रीकांत वर्मा ने बताया कि खारुन नदी में वर्तमान में पानी बेहद प्रदूषित है। फिल्टर प्लांट में साफ करने के बाद भी वह शुद्ध नहीं हो पा रहा ट्रीटमेंट प्लांट लगाना अनिवार्य अफसरों के मुताबिक साल 2017 में अप्लूवेंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के नियम बनने के बाद बड़ी फैक्ट्रियों में प्लांट लगाए गए हैं, लेकिन फैक्ट्रियों में बिजली बचाने के चक्कर में दूषित पानी को बगैर साफ किए ही नाले में बहा दिया जाता है, जिससे बेंद्री गांव स्थित खारुन नदी का पानी दूषित हो रहा है। इसी दूषित पानी को नगर निगम के प्लांट में फिल्टर कर बीरगांव नगर निगम एरिया की जनता को पीने के लिए सप्लाई किया जाता है। पानी की गुणवत्ता बेहद खराब हरिभूमि टीम ने फैक्ट्री के नाले से खारुन नदी तक व फिल्टर प्लांट की पड़ताल की। बेंद्री गांव के पास नाले में फैक्ट्रियों से निकलने वाले पानी का कलर काला मिला। यही नाला खारुन नदी में मिलता है, जिससे काला बदबूदार पानी नदी में गिरता है। वहीं फिल्टर प्लांट में साफ करने के बाद भी पानी से दुर्गंध आ रही थी। इसे आदमी तो दूर जानवर के भी पीने की संभावना बेहद कम है। लिखा गया है पत्र खारुन नदी में पानी बेहद कम हो गया है, इसलिए गंदा पानी फिल्टर प्लांट तक पहुंचता है।

  • इसे रोकने नगर निगम और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को पत्र लिखा गया है।
    – अंबिका यदु, महापौर, नगर निगम बीरगांव छत्तीसगढ़
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