पायनियर संवाददाता .रायपुर
कांग्रेस सरकार आने के बाद दो साल तक चुप बैठने वाली भाजपा को प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी की नसीहत असरदार साबित हो रही है। कांग्रेस सरकार के खिलाफ आने वाले तीन साल तक राशन पानी लेकर चढ़ाई करने के मूड में आ गई है। कोर ग्रुप के तेवर से यहीं संकेत मिल रहे है कि आने वाला तीन साल युवा और हारे हुए प्रत्याशियों को फिर से फ्रंट लाइन में लाकर कांग्रेस को खिलाफ मोर्चा खोलने वाली है। चुनाव के पहले शेष तीन साल भाजपा कांग्रेस को
लोहे के चने चबाने के मूड में दिखाई दे रही है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन कुछ माह बाद हुए लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने शानदार वापसी करते हुए 11 में से 9 सीटों में जीत हासिल की। छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी मोदी मैजिक फिट बैठा था। ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में भाजपा की बड़ी हार के बाद पार्टी ने लोकसभा चुनाव के दौरान सभी सांसदों की टिकट काटकर नए प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था। जिसके कारण भाजपा 11 में से 9 सीटों में जीत हासिल करने में कामयाब हुई। निश्चित ही टिकट काटने का फॉर्मूला छत्तीसगढ़ में हिट साबित हुआ। पार्टी की जानकारों की माने तो छत्तीसगढ़ प्रदेश में आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान अधिकतर नए तथा बेदाग प्रत्याशी मैदान में उतारे जा सकते है। जो कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी।
छत्तीसगढ़ प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के दूसरे दौरे से पहले भाजपा कोर ग्रुप ने तीन साल की योजनाओं और कार्यक्रमों का खाका तैयार किया है। इसके अंतर्गत बूथ, मंडल, जिले और प्रदेश स्तर पर सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि विधानसभा चुनाव से एक साल पहले पीएम नरेंद्र मोदी की 5 सभाएं आयोजित की जाएंगी।
ये सभाएं कहां-कहां होंगी और तीन सालों में क्या-क्या कार्यक्रम किए जाएंगे, ये तय करने के लिए पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर की एक कमेटी बनाई गई है। भाजपा प्रभारी पुरंदेश्वरी व सह प्रभारी नितिन नवीन 22, 23 व 24 दिसंबर को फिर से छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे कुछ जिलों में जाएंगे। वहां कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। पहले दौरे में प्रभारी ने जो जिम्मेदारियां दी थीं, उसकी समीक्षा भी करेंगी।
इससे पहले शनिवार को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में कोर ग्रुप की अहम बैठक हुई। इसमें राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह, पूर्व सीएम डॉ. रमन, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, संगठन महामंत्री पवन साय सहित अन्य सदस्य मौजूद थे। कोर ग्रुप ने यह तय किया है कि सभी सदस्य एक साल के भीतर 27 जिलों का दौरा करेंगे।
कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और उन्हें रीचार्ज करेंगे। तीन सालों में महिलाएं, किसान, आदिवासी, युवा सहित सभी वर्गों के हितों को लेकर अलग-अलग आंदोलन किए जाएंगे। कांग्रेस की घोषणाओं से लेकर अलग-अलग फैसलों व फ्लैगशिप योजनाओं में खामियों को उजागर करेंगे।
दुर्ग-भिलाई के जिलाध्यक्ष, जिलों की कार्यकारिणी से लेकर सभी मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी अभी तक नहीं बनी है। कोर ग्रुप की बैठक में यह तय किया गया है कि सभी नियुक्तियां समय पर कर ली जाएं, जिससे प्रदेश प्रभारी से मिले निर्देशों में कोई कमी न रहे।
एक-दो दिनों के भीतर जिलाध्यक्ष के नाम तय कर दिए जाएंगे। साथ ही, मोर्चा की कार्यकारिणी भी समय पर तय करने पर बात हुई है। केंद्र से जो कार्यक्रम आए हैं, उन्हें भी पूरी प्रमुखता से करना है। प्रदेश प्रभारी के दौरे से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे को लेकर भी प्रभारियों की नियुक्ति की जाएगी, जिससे सभी कार्यक्रम निर्धारित समय पर और बेहतर ढंग से हो सके। दुर्ग-भिलाई के जिलाध्यक्ष, जिलों की कार्यकारिणी से लेकर सभी मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी अभी तक नहीं बनी है। कोर ग्रुप की बैठक में यह तय किया गया है कि सभी नियुक्तियां समय पर कर ली जाएं, जिससे प्रदेश प्रभारी से मिले निर्देशों में कोई कमी न रहे।
एक-दो दिनों के भीतर जिलाध्यक्ष के नाम तय कर दिए जाएंगे। साथ ही, मोर्चा की कार्यकारिणी भी समय पर तय करने पर बात हुई है। केंद्र से जो कार्यक्रम आए हैं, उन्हें भी पूरी प्रमुखता से करना है। प्रदेश प्रभारी के दौरे से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे को लेकर भी प्रभारियों की नियुक्ति की जाएगी, जिससे सभी कार्यक्रम निर्धारित समय पर और बेहतर ढंग से हो सके।
धान खरीदी केंद्रों में बैठेगी भाजपा की पंचायत- प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने बताया कि कृषि बिल पर देशभर में 11 से 16 दिसंबर के बीच जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। छत्तीसगढ़ में 14, 15 व 16 दिसंबर के कार्यक्रम तय किए गए हैं। 14 दिसंबर को सभी जिला मुख्यालयों में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। 15 दिसंबर को धान खरीदी केंद्रों में पंचायत बैठेगी।
इसी दिन रायगढ़ में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। रायपुर और दुर्ग में भी महापंचायत के आयोजन की तैयारी है। 16 को सोशल मीडिया पर गतिविधियां की जाएंगी। इसके लिए प्रभारी बनाए गए हैं। महापंचायत की जिम्मेदारी श्याम बिहारी जायसवाल, पूनम चंद्राकर व ओपी चौधरी को दी गई है। पंचायत की जिम्मेदारी खूबचंद पारख, श्याम बिहारी जायसवाल, मोतीलाल साहू, संदीप शर्मा, पूनम चंद्राकर व भरत मटियारा और सोशल मीडिया के लिए दीपक म्हस्के, आलोक सिंह को प्रभारी बनाया गया है।
स्थानीय मुद्दों पर ज्यादा फोकस – कोर ग्रुप की बैठक के बाद भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में पहली बार प्रदेश अध्यक्ष साय भी शामिल हुए। विधायक दल की बैठक में तय किया गया है कि इस बार सदन में प्रदेश स्तरीय मुद्दों के साथ-साथ स्थानीय मुद्दों पर विशेष फोकस किया जाएगा। प्रदेश प्रभारी ने स्थानीय मुद्दों को विशेष तौर पर उठाने की बात कही थी। इन सभी मुद्दों पर विधायक दल ने बात की। किसान आत्महत्या, महिलाओं से दुष्कर्म की बढ़ती घटनाएं, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं देने, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
17 दिसंबर को भूपेश सरकार के दो साल होंगे पूरे, सरकार मनाएगी जश्न
17 दिसंबर २०२० को भूपेश सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। सरकार दो साल की उपलब्धियों में जश्न मनाने की तैयारी कर रही है। यदि हम चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे की बात करें तो भूपेश सरकार के लिए आगामी तीन वर्ष बड़ी चुनौती पूर्ण है। चुनावी घोषणा पत्र में किए वादों पर प्रदेश में आयोजित एक मीडिया समूह के कार्यक्रम के दौरान कद्दावर नेता टीएस सिंहदेव ने खुद स्वीकार किया कि राज्य सरकार घोषणा पत्र में किए गए वादों में से सिर्फ एक तिहाई वादों को ही अभी तक पूरा करने में कामयाब हुई है। शेष घोषणाओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। देखा जाए तो सरकार अभी तक किसानों के मुद्दे में ही जूझती नजर आ रही है। हालांकि यह काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है। लेकिन सरकार के समक्ष शराबबंदी, लाखों की तादात में कार्यरत संविदाकर्मियों को नियमित करने तथा प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने समेत अनेकों चुनौती इन दो वर्षों में पूरा करना है। प्राय: सभी पार्टियां पांचवे वर्ष को अपनी चुनावी तैयारी का हिस्सा मानती है। इसलिए देखा जाए तो सरकार के पास वचन पत्र में किए गए अनेकों वादों को निभाने का लक्ष्य मुंह बांए खड़ी है।
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