आयोग अध्यक्ष नायक ने दिए 5 लोगों के डीएनए टेस्ट के आदेश
पायनियर संवाददाता जशपुरनगर
प्रदेश के महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक महिला उत्पीडऩ से जुड़ी शिकायतों की सुनवाई के लिए शुक्रवार को जशपुर पहुंची। वे प्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा करते हुए जशपुर पहुंची और शुक्रवार को दिन भर चली सुनवाई की कार्रवाई में जिले के २० केसों की सुनवाई की। सुनवाई के दौरान ही उन्होंने थोड़ा वक्त निकालकर प्रेस वार्ता को संबोधित किया और शिकायतों के संबंध में विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने जिले के एक बेहद ही संवेदनशील और भावुक कर देने वाले मामले की शिकायत की जानकारी पर चर्चा कर प्रेस को बताया।
उन्होंने बताया, जिले के दुलदुला विकासखंड के ग्राम कस्तुरा के झरगांव निवासी एक शिक्षक दंपत्ति विगत २० वर्षों से अपने खोए हुए बेटे को ढूंढ़ रहे हैं और बच्चे के मिलने पर उसका मालिकाना हक लेने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा वैसे तो आयोग सिर्फ १-२ साल के भीतर के मामलों की सुनवाई करती है लेकिन विशेष प्रकार का मामला होने की वजह से इस प्रकरण की सुनवाई की जा रही है और उसके लिए जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।
यह है मामला
महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि ग्राम झरगांव, कस्तुरा निवासी शिक्षक चमरू राम व उनकी पत्नी ने आयोग में शिकायत की है कि २० वर्ष पहले जब हॉली क्रास अस्पताल में डॉ. पीसी कुजूर अधीक्षक थे उस दौरान उनकी पत्नी को एक शिशु हुआ। अस्पताल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि उसे लड़का हुआ है। वहीं कुछ देर के बाद उन्हें एक नवजात लड़की दी गई जो मृत अवस्था में थी और कहा गया यही आपका शिशु है। और तब से वे अपने द्वारा जन्म दिए बालक शिशु को ढूंढ़ रहे हैं। ढूंढ़ते-ढंूढ़ते उन्हें कुनकुरी विकासखंड के ग्राम बांसपतरा में एक बच्चा दिखा जिसका नाम उसके घर वालों ने कुलदीप रखा है। उसकी शक्ल चमरू बड़ाईक से मिलती है और हावभाव भी परिवार के सदस्यों से मेल खाता है। इस बिना पर वे कुलदीप को अपना बेटा होने पर शक करते रहे और कानून का दरवाजा खटखटाने का प्रयास करते रहें पर कोई रास्ता नहीं निकला। अध्यक्ष ने कहा कि संवेदनशील मामला होने के नाते उसे सुनवाई में लिया गया है।
5 लोगों के डीएनए टेस्ट के आदेश
डॉ. किरणमयी नाायक ने कहा चमरू राम बड़ाईक और उनकी पत्नी की शिकायत पर मामले को गंभीरता से लेते हुए कुनकुरी एसडीओपी मनीष कुंवर को जांच के लिए आदेशित किया गया है। वे सीएमएचओ से बातचीत कर चमरू बड़ाईक और उनकी पत्नी कथित बेटा कुलदीप, पिता रोमानियुस और रोमानियुस की पत्नी से हुआ एक दूसरा बेटा इन सभी के डीएनए सैंपल लेकर उसकी जांच कराई जाएगी। रोमानियुस की पत्नी की मौत हो चुकी है।
2 तहसीलदार के खिलाफ शिकायत
महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि जिले के जशपुर तहसील और बगीचा तहसील के तहसीलदारों के खिलाफ शिकायत आई है। दोनों के खिलाफ शासन की जमीन पर अवैध कब्जा कर रहे लोगों के द्वारा की गई है। एक शिकायत बीएसएफ के जवान, एक शिकायत ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकार के खिलाफ भी है। सभी की सुनवाई कर हल करने का प्रयास किया जा रहा है।
आयोग के द्वारा समझौता और सुलझाए गए मामलों को ३-६ महीने तक निगरानी में रखा जाता है। बीच में कुछ विवाद होने और समस्या होने पर पुन: सुनवाई कर अपराध दर्ज कराया जाता है।
डॉ. किरणमयी नायक, अध्यक्ष महिला आयोग
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