July 1, 2025

देश के विकास में सहकारिता ही सशक्त माध्यम: बैजनाथ चंद्राकर

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग में सहकारी सप्ताह का समापन

पायनियर संवाददाता दुर्ग

67 वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के सात दिवस का समापन कार्यक्रम का आयोजन राज्य सहकारी संघ एवं जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग के संयुक्त तत्वाधान में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग के सभागार में किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बैजनाथ चंद्राकर अपेक्स बैंक अध्यक्ष ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमें सर्वप्रथम यह जानने की जरूरत है कि सहकारी सप्ताह की कल्पना कैसे हुई आप सभी जानते हैं कि सहकारी सप्ताह 14 नवंबर से 20 नवंबर तक आयोजित किया जाता है। उन्होंने बताया कि सहकारी सप्ताह की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस से शुरू होकर श्रीमती इंदिरा गांधी के जन्मदिवस तक चलता है इसीलिए सहकारी सप्ताह पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू एवं इंदिरा गांधी की कल्पना हैं। उन्होंने बताया कि श्री नेहरू ने कहा था कि देश को आगे बढ़ाना है तो कृषि और किसान को आगे बढ़ाना पड़ेगा, नही तो हमारी आजादी व्यर्थ हैं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सहकारिता के नारे को याद करते हुए कहा कि देश के विकास में सहकारिता ही सशक्त माध्यम है और दूसरा विकल्प नहीं है। श्री चंद्राकर ने बताया कि दुर्ग जिला राजनीतिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में अपना अलग ही नाम रखता है। उन्होंने रामचंद्र देशमुख जी को याद करते हुए कहा की उन्होंने अपनी खेती बेचकर दुर्ग की संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम किया है। दुर्ग जिले के महान विभूतियों का नाम बताते हुए कहा कि चंदूलाल चंद्राकार, डॉ खूबचंद बघेल, सुंदरलाल शर्मा के द्वारा ही पृथक छत्तीसगढ़ की कल्पना की गई थी जो आज साकार हो चुकी है।

कार्यक्रम के दौरान चंद्राकर ने मोतीलाल वोरा जी को राजनीतिक चाणक्य कहां तथा उनके अथक प्रयास की सराहना की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संकल्प लिया है कि वह छत्तीसगढ़ की तकदीर और तस्वीर 5 साल में बदल के रहेंगे। उन्होंने शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि अभी तक इस योजना में 35 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है जिससे किसान बहुत अधिक खुश है। उन्होंने बताया कि भूपेश सरकार ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है उसे पूरा करने का प्रयास हम करेंगे तथा सरकार की अपेक्षा अनुसार सहकारिता का विकास हम सब मिलकर करेंगे तभी इस सहकारी सप्ताह के आयोजन की सार्थकता सिद्ध होगी।

सहकारी संस्थाओं के एकाउंटिंग में एकरूपता लाने की आवश्यकता: झुनमुन गुप्ता
इस अवसर पर राज्य सहकारी संघ अध्यक्ष झुनमुन गुप्ता ने बताया कि राज्य सहकारी संघ द्वारा सातों दिन अलग-अलग जिलों में सहकारी सप्ताह का आयोजन किया गया तथा सहकारी जनों की क्रियाकलापों गतिविधियों आदि की जानकारी ली गई तथा भविष्य की कार्य योजना की रूपरेखा के बारे में भी विचार विमर्श किया गया। उन्होंने इको के द्वारा किसानों को पहुंचाई जा रही खाद के बारे में बताया कि इफको ने परिवहन में 28000 की सीधी बचत की है तथा किसानों को साफ सुधरी बोरी में खाद उपलब्ध कराए हैं जो सराहनीय हैं। उन्होंने भविष्य की कार्य योजना के बारे में बताते हुए कहा कि राज्य संघ एवं अपेक्स बैंक द्वारा सहकारी समितियों के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्किल डेवलपमेंट की योजना बनाई जा रही है।

इसमें राज्य सहकारी संघ, कृभको, इफको, सहकारी बैंक, नाबार्ड एवं कृषि विभाग आदि के विषय विशेषज्ञों द्वारा समितियों के क्षेत्र में जाकर तीन-चार समितियों का ग्रुप बनाकर 30-40 संचालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे प्रदेश की सहकारी समितियां लाभान्वित होगी। उन्होंने बताया कि सहकारिता की सभी संस्थाओं में अकाउंटिंग सिस्टम में एकरूपता लाने का प्रयास किया जा रहा है इसके लिए भी कार्य योजना बनाई जा रही है। श्री गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 में सहकारी संस्थाओं ने ना सिर्फ आर्थिक राशि का सहयोग किया बल्कि खाद्य सामग्रियों का भी वितरण सहकारी संस्थाओं के द्वारा किया गया। इस विषम परिस्थितियों में भी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ने अपने कर्तव्य का निर्वहन निर्बाध गति से किया है तथा बैंकों ने प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम किया है।

राज्य सहकारी संघ उपाध्यक्ष रविन्द्र सिंह भाटिया ने कहा कि हमने पूरे सप्ताह अलग-अलग जिलों में जाकर सहकारी संस्थाओं से मिलकर उनकी उपलब्धियों उनकी समस्याओं पर विचार विमर्श किया तथा भविष्य की कार्य योजना को नया रूप दिया। उन्होंने रायगढ़ जिले के सहकारी क्षेत्रों को और विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना के इस विकट परिस्थिति में सहकारी संस्थाओं का दायित्व और अधिक बढ़ गया है तथा हमें इस ओर कार्य करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथिअन्तव्यवसायी वित्त विकास निगम उपाध्यक्ष नीता लोधी द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि हमें महात्मा गांधी के भाव को लेकर सहकारिता में कार्य करना चाहिए जिससे हम सहकारी आंदोलन को गति प्रदान कर सकें उन्होंने राज्य सरकार के नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस योजना के कारण ही छत्तीसगढ़ की आर्थिक स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में मजबूत हुई है। उन्होंने सहकारिता को गांव-गांव तक पहुंचाने की अपील की जिससे के लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके।
जिला सहकारी संघ दुर्ग के संचालक मुकेश बेलचंदन ने कहा कि जिस प्रकार प्रदेश की सहकारी संस्थाओं ने मुख्यमंत्री राहत कोष में आर्थिक सहयोग किया है उसी प्रकार जिला सहकारी संघ द्वारा भी सेनीटाइजर का वितरण सभी समितियों में किया है।

उन्होंने बैजनाथ चंद्राकर से अपील की सहकारी अधिनियम के अनुसार अभिदाय अंशदान राशि जिला संघ को प्राप्त हो जिससे सहकारी आंदोलन का कार्य निर्बाध गति से चलता रहे।

कार्यक्रम के समापन अवसर पर राज्य सहकारी संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वीके शुक्ला ने सहकारी सप्ताह के सातों दिवस के कार्यक्रम में सभी सहकारी संस्थाओं के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर , राज्य सहकारी संघ मर्यादित रायपुर अध्यक्ष झुनमुन गुप्ता, उपाध्यक्ष रविन्द्र सिंह भाटिया, नीता लोधी उपाध्यक्ष अंत्यावसायी सहकारी वित्त विकास निगम, संचालक सदस्य राज्य सहकारी संघ लखनलाल साहू, हरीश तिवारी संदीप श्रीवास्तव अश्वनी बबलू त्रिवेंद्र, भूपेश चंद्रवंशी प्रबंध प्रशासन अपेक्स बैंक, श्रीमती अपेक्षा व्यास मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक , केपी चौरसिया मुख्य प्रबंधक को दुर्ग जिला सहकारी संघ संचालक लोकेश बेलचंदन साजिद खान, राज्य सहकारी संघ मर्यादित रायपुर सीईओ विनय कुमार शुक्ला, सहकारी बंधु एवं जिला सहकारी केंद्रीय बैंक व राज्य सहकारी संघ के अधिकारी कर्मचारी गण उपस्थित रहे ।

Spread the love