July 1, 2025

जिओ के रिचार्ज बाउचरों की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी के बावजूद सेवाओं को बेहतर बनाने की बजाय सेवा हो रही लचर

जिओ इंटरनेट के झटकों से इंटरनेट यूजर हुए परेशान,शहर में महीनों से जिओ इंटरनेट की लचर सेवा की कंपनी को भी नहीं है परवाह

सक्ती-पूरी देश दुनिया में एक समय अपनी बेहतर सेवा के लिए मोबाइल उपभोक्ताओं के दिलों में राज करने वाली रिलायंस जिओ की इंटरनेट सेवा इन दिनों शक्ति शहर सहित पूरे अंचल में इंटरनेट यूजर के लिए परेशानियों का सबब बन चुकी है, तथा जिओ इंटरनेट के झटकों यानी पल- पल में टावर गायब होना,टावर आना, इससे उपभोक्ता परेशान हो चुके हैं, तथा जिओ की लचर इंटरनेट सेवा के चलते जहां स्मार्ट मोबाइल फोनों में भी तकनीकी रूप से प्रॉब्लम आने चालू हो गई है, तो वही शहर में रिचार्ज सेंटर के संचालकों द्वारा इसकी जानकारी अनेकों बार जिओ कंपनी के क्षेत्रीय अधिकारियों एवं उच्च प्रबंधन को भी दी जा चुकी है, किंतु यह क्षेत्र का दुर्भाग्य है कि आज पूरे देश में केंद्र की सरकार हो या कि राज्य की सरकारें हो पूरा सरकारी कार्य एवम आम जनता से जुड़ी सेवाओ को ऑनलाइन करने की ओर अग्रसर है, किंतु अगर शक्ति क्षेत्र में जिओ इंटरनेट कंपनी की सेवाओं का यही हाल रहा तो भला लोगों को कैसे इसका लाभ मिल पाएगा

तो वहीं दूसरी ओर आज आम आदमी इंटरनेट का अपने दैनिक जीवन चर्या में आदि हो चुका है,अगर इंटरनेट की बेहतर सेवाएं लोगों को नहीं मिले तो व्यक्ति परेशान हो जाता है,किंतु आज जिओ इंटरनेट के प्रतिवर्ष रिचार्ज की बढ़ती बेतहाशा कीमतों के बावजूद कंपनी शक्ति शहर में सेवाएं देने में लगभग नाकाम साबित हो रही है, एवं इंटरनेट यूजर का कहना है कि कंपनी द्वारा विगत वर्ष 20- 20% से भी ज्यादा अपने रिचार्ज वाउचरओं की कीमतों में इजाफा कर दिया गया है, किंतु इसके बावजूद इस तुलना में कंपनी अपनी सेवाओं को बेहतर करने की बजाय उल्टा लचर बनाती जा रही है

जिसके चलते लोगों का जिओ इंटरनेट के प्रति मोहभंग होता जा रहा है, एवं अगर शहर में जिओ इंटरनेट की सेवाओं की यही बदहाली रही तो वह आने वाला समय दूर नहीं जब लोग जिओ इंटरनेट की सेवाओं के लिए आंदोलन करेंगे, तथा शक्ति शहर में देखा जाए तो वर्षों पूर्व जब लोगों के हाथों में मोबाइल आने प्रारंभ हुए तो सर्वप्रथम रिलायंस की रिम कंपनी ने ही अपनी सेवाएं प्रारंभ की थी, तथा पूरे क्षेत्र में आज रिलायंस रिम के उपभोक्ता एक बड़ी तादाद में है, जो कि बाद में जियो की सेवाओं के रूप में कन्वर्ट हो गए किंतु आज कंपनी को इसके कतई चिंता नहीं है

वहीं दूसरी ओर इंटरनेट सेवाओं की बात करें तो सरकारी बीएसएनएल की इंटरनेट सेवा भी आज क्षेत्र में उतनी अधिक सशक्त नहीं है, जिसके चलते लोग सरकारी इंटरनेट सेवाओं को छोड़कर निजी कंपनियों की इंटरनेट सेवाओं का उपयोग करना चाहते हैं, किंतु निजी कंपनियों की भी इस मनमानी से इंटरनेट उपभोक्ता परेशान हो चुके हैं, तथा उपभोक्ताओं का कहना है कि आखिर में हम जाएं तो जाएं कहां, शहर में एयरटेल की इंटरनेट सेवा की बात करें तो खुले स्थानों पर या घर के बाहर तो एयरटेल की इंटरनेट सेवा अच्छी चलती है, किंतु घरों के अंदर यह भी जवाब देने लगती है, यही हाल अन्य कंपनियों की भी इंटरनेट सेवाओं का नजर आता है, तथा आज शहर में इतनी संख्या में कंप्यूटर सेंटर हो चुके हैं जिनको नियमित रूप से इंटरनेट की आवश्यकता होती है, किंतु इंटरनेट की इस लचर व्यवस्था के चलते आम जनता को भी अपने छोटे-छोटे कामों के लिए घंटों अनेकों मर्तबा परेशान होना पड़ता है, तथा शासन -प्रशासन को भी चाहिए कि वह इंटरनेट सेवाओं के मामले में दखलअंदाजी करते हुए संबंधित कंपनियों को सख्त निर्देश दें, क्योंकि आज सरकारी दफ्तरों में भी बिना इंटरनेट के कंप्यूटरों में काम नहीं होता

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