October 14, 2025

धमनियां ब्लॉक होने से भी बढ़ जाता है हार्ट की बीमारियों का खतरा?

हमारा शरीर एक ऐसा विज्ञान है, जिसे पढ़ना बहुत जरूरी है। अगर हम अपने अंगों के काम करने के तरीकों को बेहतर तरीकों से समझते हैं तो खुद को स्वस्थ रख पाएंगे। शरीर में जो भी नस, नाड़ियां हैं सभी का अपना काम है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि छोटी, पतली और महीन सी दिखने वाली इन धमनियों में अगर ब्लॉकेज आ जाए तो हार्ट अटैक से लेकर गैंग्रीन तक की समस्या होने लगती है। शरीर के भीतर अपना काम करने वाली इन धमनियों से ही रक्त शरीर में पहुंचता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पेट की आर्टरीज में ब्लॉकेज से भी आपकी हार्ट की आर्टरीज के बंद होने का खतरा 100 फीसद बढ़ जाता है।

पेट की आर्टरी और हार्ट की आर्टरी बंद होने का क्या मतलब है?

हमारा शरीर एक ऐसी मशीन है जो अगर कोई एक पार्ट खराब होता है तो वह बाकी पार्ट्स को भी प्रभावित करता है। पेट की आर्टरीज में ब्लॉकेज को Mesenteric ischemia कहा जाता है। पेट की धमनियां पेट और आंतों में ब्लड की सप्लाई करती हैं। डायबीटीज, स्मोकिंग, हाई कोलेस्ट्रोल आदि के कारण पेट की आर्टरीज भी बंद होती हैं। जिस वजह से आंतों में दर्द शुरू होता है और इसका नतीजा पेट में दर्द होता है। ऐसे लोग जब खाना खाते हैं तब पेट में दर्द होता है। इस वक्त में पाचन के लिए आंतों में मूवमेंट शुरू होता है। लेकिन जब आर्टरी बंद होती हैं, आंतों का काम करने के लिए ब्लड मिल नहीं पाता है। जिस वजह से पेट में दर्द शुरू होता है।

हार्ट में चार चेंबर होते हैं। दो लेफ्ट में दो राइट में। लेफ्ट के चेंबर में फेफड़ों से ऑक्सीजन युक्त ब्लड आता है। वहां से वो पंप करता हुआ बड़ी आर्रटी जिसे एरोटा कहते हैं। इसके माध्यम से वह पूरे शरीर में जाता है। वहीं से ब्रेन, हार्ट, आंख, पेट, पैर आदि के लिए आर्टरी निकलती हैं। यह सभी रक्त वाहिकाएं आपस में मिली होती हैं। तो अगर किसी एक जगह ब्लॉकेज आएगा तो बाकी धमनियां भी बंद होंगी। अगर किसी को हार्ट अटैक आता है तो वह आर्टरी के ब्लॉकेज की वजह से आता है। डॉक्टर कहते हैं कि जब हार्ट नसों में सूजन आ रही है तो उसी समय बाकी नसों में भी सूजन आ रही होती है। अगर पेट की आर्टरीज बंद होंगी सौ फीसद संभावना है कि हार्ट की आर्टरीज में ब्लॉकेज होगा। हार्ट की आर्टरीज में ब्लॉकेज होने का मतलब हार्ट अटैक की आशंका का बढ़ जाना है।

 

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