July 1, 2025

लैजेंड कभी मरते नहीं

इरफान खान की पहली पुण्यतिथि के मौके पर उनके जीवन के उस रस का स्वाद चखना जरूरी बनता है जिसने एक साधारण से परिवार में जन्म लेने वाले बेटे को हिंदी सिनेमा का सदा के लिए चमकता हुआ सितारा बना दिया। इरफान का करियर कैसा रहा है इसका नजारा उनकी फिल्मों की लंबी फेहरिस्त से पता चलता है।

एक बेहतरीन कलाकार होने के साथ इरफान सोच से भी धनी थें। जब वो किसी इंटरव्यू में फिल्म के विषय या फिर जीवन पर बात करते थे तो ऐसा मालूम होता था कि उन्हें केवल सुनते रहा जाए। अफसोस है कि जहां एक तरफ फैंस इरफान की फिल्मों का इंतजार कर रहे थे तो उसी समय गंभीर बीमारी का पता चला।

साल 2018 में इरफान को न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर का पता चला। काफी समय तक उन्होंने इसका इलाज करवाया। इस बीच उनकी फिल्म अंग्रेजी मीडियम रिलीज हुई।

इरफान खान के आखिरी पल को याद कर पत्नी सुतापा का भावुक पोस्ट- 363 दिन, 8,712 घंटे हर सेकंड की गिनतीइरफान खान के आखिरी पल को याद कर पत्नी सुतापा का भावुक पोस्ट- 363 दिन, 8,712 घंटे हर सेकंड की गिनती

फिल्म पर्दे पर रिलीज हुई और कुछ समय बाद ही 29 अप्रैल 2020 को इरफान का निधन हो गया। कहते हैं इंसान जीता या मरता है लेकिन लैजेंड नहीं मरते। सिनेमा के इतिहास में कभी ये नहीं लिखा जाएगा कि एक था इरफान, बल्कि ये लिखा होगा इरफान थे, इरफान हैं और इरफान रहेंगे। अपनी फिल्मों से, अपने विचारों से और अपने जीवन के हौसले से।

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