September 17, 2025

लंबे समय तक बैठने वालों को रहता है ‘डेड बट सिंड्रोम’ का खतरा

लंबे समय बैठे रहना स्वास्थ्य के लिहाज से सही नहीं होता है। ज्यादा देर बैठने से कैंसर, मोटापा, डायबिटिज व पेट के कई रोग होने लग जाते हैं। तो वहीं, ज्यादा देर बैठने से डेड बट सिंड्रोम जैसी परेशानी सामने आती हैं। ऐसे लोग जो देर तक कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं। जो देर तक सोफे पर या कार में बैठे रहते हैं, उन्हें यह सिंड्रोम होता है। यह कोई बहुत गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो हिप्स को कमजोर बना सकती है।

डेड बट सिंड्रोम क्या है, इसके बारे में इनोसेंस योगा की योग एक्सपर्ट भोली परिहार ने बताया कि यह हिप्स में होने वाली परेशानी है। जिसमें व्यक्ति को हिप्स में सुन्नपन, जलन, चीटियां काटना, आदि लक्षण दिखाई देते हैं। हिप्स में अलग-अलग सेंसेशन फील होती हैं। कई बार हिप्स में दर्द और खिंचाव होता है। ये तकलीफें लगातार होती हैं। अगर आपको भी इनमें से कोई लक्षण है, तो आपको भी डेड बट सिंड्रोम है। इस सिंड्रोम से निपटने के लिए आयुर्वेद में कुछ आसन बताए गए हैं। योग एक्सपर्ट भोली परिहार बता रही हैं कुछ आसान योगासन और यह सिंड्रोम होने क्यों होता है, इसके बारे में भी बता रही हैं।

डेड बट सिंड्रोम के कारण 

1. लंबे समय तक बैठे रहने से हिप्स तक खून की आपूर्ति ठीक से नहीं हो पाने के कारण डेड बट सिंड्रोम होता है।

2. हमारी हिप की मांसपेशियों का इस्तेमाल कम हो पाता है, जिस कारण ये सिंड्रोम होता है।

डेड बट सिंड्रोम से बचने के लिए आसन
योग एक्सपर्ट भोली परिहार का कहना है कि इस सिंड्रोम से बचने के लिए काम करते समय थोड़ी-थोड़ी देर में सीट उठ जाएं। हिप एरिया को इस्तेमाल कर लें। स्ट्रेचिंग कर लें। इसके अलावा जिन लोगों को यह परेशानी ज्यादा हो रही है, और लगातार हो रही है तो ऐसे लोग निम्न आसनों को कर सकते हैं।

टाइगर पोज 
यह आसन हिप्स के सुन्नपन को दूर करता है। साथ ही साथ हिप्स में ब्लड सप्लाई बढ़ाता है। हिप्स की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इसे करने से डेड बट सिंड्रोम की समस्या से निजात मिलती है।

  • टाइगर पोज करने का तरीका
    -दोनों घुटनों को मोड़कर बैठ जाएं
    -तीन से चार सामान्य सांस लें। रिलैक्स करें।
    -अपने दोनों हाथों की उंगलियों को खोलते हुए सामने की ओर जमीन पर रख दें।
    -हिप्स को पीछे से उठाएं।
    -घुटने दोनों जमीन पर रहेंगे।
    -दोनों हाथों व पैरों में कंधे के बराबर गैप कर लें।
    -अपने राइट पैर को पीछे से सीधा करते हुए उठाएं। और लेफ्ट हैंड से पीछे की ओर से पकड़ लें।
    -अगर आप अपने एंकल को पकड़ने में असमर्थ हैं तो अपने पैर को पीछे से जितना ऊपर उठा सकते हैं उठाएं और अपने राइट हैंड को सामने की ओर फैला दें।
    -अब आपको एक हाथ और एक घुटने पर संतुलन बनाना है।
    -इस आसन में 10-15 सैकेंड होल्ड करें।
    -इस आसन को दूसरी ओर से भी दोहराएं।
    -फिर वापस आकर विश्राम करें।

भुजंगासन 

यह आसन हमारे हिप्स को रिलैक्स करता है। हिप्स से तनाव खत्म करता है। हिप्स कि प्रमुख मांसपेशियों की थकान को दूर करता है। साथ ही साथ हिप्स की सुन्नपन की समस्या को दूर करता है।

  • भुजंगासन करने का तरीका
    -पेट के बल जमीन पर लेट जाएं।
    -दोनों पैरों को पीछे की ओर से पांच से छह इंच की दूरी बना लें।
    -अपने दोनों हाथों की कोहनियों को जमीन पर रख लें।
    -अपने कंधों को पीछे की ओर खिंचाव दें। और अपनी आंखों की दृष्टि को सामने की ओर रखें।
    -रीढ़ की हड्डी और गर्दन में किसी प्रकार का तनाव न लें। सामान्य सांसें लेते हुए अपने हिप्स को टाइट और ढीला करना है।
    -इस प्रक्रिया को 30-35 बार दोहराएं।
    -सामान्य सांस लेते हुए वापस आ जाएं और विश्राम करें।

ब्रिज पोज 
यह आसन हिप्स की मांसपेशियों को ढीला व रिलैक्स करता है। बट्स को मजबूत करता है। साथ ही साथ हमारे बट्स में रक्त के संचार को बढ़ाता है। ज्यादा लंबे समय बैठन से हिप्स में जो soreness आ जाती है, उसको दूर करता है।

  • ब्रिज पोज करने का तरीका
    -पीठ के बल लेट जाएं।
    -दोनों पैरों को खोल दें।
    -दोनों हाथों को हिप्स के साइड में रख लें। और हथेलियों को जमीन की ओर मोड़ दें।
    -अपने दोनों पैरों के घुटनों को मोड़ते हुए अपने हिप्स के पास ले आएँ।
    -दोनों पैरों में कंधे के बराबर दूरी बना लें।
    -स्वांस भरते हुए अपने बट्स को आसमान की ओर उठाएँ।
    -बट्स को टाइट करें।
    -सांस छोड़ते हुए वापस नीचे आएं और विश्राम करें।

डेड बट सिंड्रोम से ज्यादातर नौकरीपेशा लोग जूझ रहे हैं। ये बात अलग है कि वे अपनी इन समस्याओं नजरअंदाज करते चले जाते हैं। दूसरा इतना समय नहीं होता कि एक्सरसाइज के लिए जिम जाया जाए। तो ऐसे में यहां बताए गए आसन घर पर किए जा सकते हैं।

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