होली रंगों का त्योहार है. होली के पर्व को उल्लास का पर्व भी कहा जाता है. होली का पर्व देश भर में मनाया जाता है. इस दिन एक दूसरे को अबीर और गुलाल लगाते हैं, गले मिलकर बधाई और उपहार देते हैं. होली का पर्व प्रेम और सौहार्द के साथ मनाने की परंपरा है.
मथुरा में होली का पर्व विशेष रूप से मनाया जाता है. यहां पर देश विदेश से लोग होली के पर्व को देखने आते हैं. कान्हा की नगरी मथुरा में होली का विशेष ही आनंद होता है. मथुरा में होली की छटा देखते ही बनती है. बृज में तो होली का उत्सव एक माह पूर्व से ही आरंभ हो जाता है. दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, लखनऊ सहित देश के सभी स्थानों पर होली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इन स्थानों पर होली को मनाने की तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं.
होलाष्टक 21 मार्च से शुरू
होलाष्टक 21 मार्च से आरंभ होगा और 28 मार्च को होलिका दहन पर इसका समापन होगा. मान्यता है कि होलाष्टक में आठ दिनों तक शादी विवाह जैसे मांगलिक और शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं.
होलिका दहन कब होगा?
पंचांग के अनुसार होलिका दहन 28 मार्च रविवार के दिन पूर्णिमा की तिथि में किया जाएगा. इस वर्ष होलिका दहन का मुहूर्त 18 बजकर 37 मिनट से 20 बजकर 56 मिनट तक रहेगा.
होली कब है?
पंचांग के अनुसार इस वर्ष होली का पर्व 29 मार्च 2021 सोमवार को फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाएगा. होली के पर्व पर ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है. पंचांग के अनुसार इस दिन चंद्रमा कन्या राशि में विराजमान रहेगा.
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