रायपुर। शादियों के इस सीजन मे रेलवे के द्वारा कई ट्रेनो को निरस्त कर दिया गया है। दक्षिपूम रेलवे पर आरोप है की वह लादान के लक्ष्य को जादा से जादा पूरा करने के लिये यात्रियो के हितो को इस तपती गर्मी मे अनदेखा कर रही है। यात्री ट्रेनो को निरस्त कर दिया जाता है या घंटो लेट किया जाता है तो वही व्यापारियो के लिये मालगाडिया सरपट पटरियो मे दौड रही हैं। कोरोना काल मे 2 साल से शादियो मे लगभग आना जाना बन्द था इस साल लोगो को शादियो के सीजन मे रेलवे ने हलाकान कर रखा है। आम लोगो की यात्रा का रेलवे सबसे सहज माध्यम है। लाखो की सख्या मे यात्री डेली ट्रेन से सफर करते हैं।
रेलवे की इस व्यवसायिक नीति के खिलाफ राष्ट्रीय समाचर पत्र पायनियर ने लगातार मुहिम छेड़ रखा है। लगातार प्रकाशित हो रही खबरो के बीच बिलासपुर के बडे नेताओ ने मोर्चा खोल दिया है, मन्त्री जयसिंह अग्रवाल ने कोयले के लादान रोकन का एलान किया है
तो वही बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने उग्र आँदोलन की चेतावनी दी है। बिलासपुर मे आम आदमी पार्ती के कार्यकर्ताओ ने ज्ञापन देकर रेल रोको अन्दोलन की चेतावनी दी है
3 दिन मे यदि ट्रेनो का परिचालन पुनह शुरु नही हुआ तो अन्दोलन उग्र स्वरुप ले सकता है। इसी बीच मे मंगलवार को छत्तीसगढ के सीएम भूपेश बघेल ने केन्द्रीय रेल मंत्री से बातकर ट्रेनो के परिचालन को यथावत रखने का आग्रह किया है।
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