January 14, 2025

प्रदेश के हजारो अतिथि प्राध्यापक अपने तीन सूत्रीय मांग को लेकर उतरे सड़क पर

मुख्यमंत्री निवास के घेराव करने जाते अतिथि प्राध्यापकों को बूढ़ापारा चौक के पास पुलिस ने रोका , हुआ झूमाझटकी

शिवरीनारायण— प्रदेश के हजारों अतिथि प्राध्यापक अपने तीन सूत्रीय 11 माह की पूर्णकालीक सेवा , मासिक वेतमान और 65 वर्ष की आयु तक स्थायी नौकरी की मांग को लेकर सोमवार को राजधानी रायपुर के सड़क पर उतरा और सरकार के विरूध्द जमकर नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया । सीएम हाऊस के घेराव करने जाते अतिथि प्राध्यापकों को पुलिस ने बूढ़ापारा चौंक के पास रोका इस दौरान अतिथि प्राध्यापको और पुलिस के बीच जमकर झूमाझटकी भी हुआ ।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के शासकीय महाविघालयों में विभिन्न विषयों के सहायक प्राध्यापक एवं प्रोफेसर के अधिकांश पद रिक्त है , इन रिक्त पदों के विरूध्द शासन व्दारा अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति कर अध्यापन कार्य कराया जाता है । स्नातक स्तर के अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति प्रतिवर्ष अगस्त से फरवरी तक और स्नातकोत्तर स्तर के अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति अप्रेल तक के लिए होती है और उन्हे प्रति कार्य दिवस प्रति पीरियड़ 200 रूपये के हिसाब से अधिकतम चार पीरियड़ का 800 रूपये मानदेय भुगतान किया जाता है । अतिथि प्राध्यपकों को अवकाश की कोई पात्रता नही है शासकीय अवकाश पर भी उन्हे मानदेय भुगतान नही किया जाता इसलिए अतिथि प्राध्यापको का मासिक औसत मानदेय 17000 रूपये से ज्यादा नही है । अतिथि प्राध्यापकों का कहना है कि छ.ग. में अतिथि प्राध्यापकों की भर्ती शिक्षण सत्र 2011–12 से प्रारंभ हुआ है तब से लेकर आज तक अतिथि प्राध्यापकों के मानदेय में कोई बृध्दि नही हुआ है जबकि इन दस वर्षों में राज्य में महंगाई काफी बढ़ गई है , नियमित प्राध्यापक सातवे वेतनमान प्राप्त कर रहे है और स्कूल में पढ़ाने वाला अतिथि शिक्षक भी हमसे ज्यादा वेतन पा रहा है । छ.ग. शासन की गलत नीतियों के कारण ही हम लोग आर्थिक , मानसिक शोषण का शिकार हो रहे हैं और मौसमी बेरोजगारों की तरह जीवन व्यतीत कर रहे हैं , हमारा भविष्य पूर्ण अंधकार है जबकि देश की अन्य राज्यों दिल्ली , हरियाणा मध्यप्रदेश ,महाराष्ट्र , बिहार , कलकता , पश्चिम बंगाल , राजस्थान आदि राज्य में अतिथि प्राध्यापको की स्थिति बेहतर है उन्हे वहां पर एकमुश्त मासिक वेतन , पूर्णकालीक सेवा तथा स्थानांतरण से सुरक्षित स्थान प्राप्त है इसलिए हम लोग भी छ.ग.शासन से एकमुश्त मासिक वेतन , पूर्णकालीक सेवा और स्थानांतरण से सुरक्षित स्थिति इन तीन बुनियादी मांग को लेकर रायपुर बूढ़ा तालाब के पास एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में बैठे हैं जिसमें प्रदेश के सभी पांच संभागों के अतिथि प्राध्यापक शामिल है। अतिथि प्राध्यापकों ने यह भी कहा कि सरकार हमारे साथ काफी अन्याय कर चुके हैं अब वे अन्याय नही सहेंगे सरकार को उनकी तीनो मांग पूरी करनी होगी ।

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