February 8, 2025

पीएम मोदी के जन्मदिन पर भाजपा चलाएगी सेवा ही समर्पण अभियान

रायपुर

भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितम्बर से 7 अक्टूबर तक सेवा ही समर्पण अभियान का संचालन करेगी. इस दौरान समाज में पिछड़े, गरीब, किसान समेत विभिन्न वर्गों के लिए बनाई गई योजनाएं लोगों के बीच लेकर जाएंगे. इस बात की जानकारी पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने मीडिया से चर्चा में दी।
भाजपा के अभियान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रवक्ता राजेश मूणत, रायपुर जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी व अन्य के साथ प्रेस काफ्रेंस की. उन्होंने बताया कि 7 अक्टूबर को ही नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

यह कीर्तिमान होगा कि इतनी लम्बी अवधि तक संवैधानिक पदों पर रहे हैं. उनकी लोकप्रियता का ग्राफ़ लगातार बढ़ रहा है. लोकप्रियता के पैमाने में दुनिया का शायद ही कोई नेता होगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा और समर्पण अभियान 20 दिनों तक चलेगा. सभी प्रदेश और ज़िला कार्यालयों में प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी. जिला स्तर पर स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन होगा।

गरीब बस्तियों और वृद्ध आश्रमों में जाएंगे। पीएम गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत राशन दुकानों में जाकर पीएम मोदी की लगी फ़ोटो वाला बैग वितरण करेंगे। लोगों बताएँगे कि राज्य में योजना के तहत अनाज का वितरण राज्य सरकार ने ठीक से नहीं किया।
डॉ. सिंह ने बताया कि युवा मोर्चा सभी जिलों में रक्तदान शिविर लगाएगा। इसके साथ स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा. बीजेपी के सभी बूथों से प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड भेजा जाएगा। केंद्रीय योजनाओं को लेकर धन्यवाद भेजा जाएगा। देशभर से पांच करोड़ पत्र भेजा जाएगा, छत्तीसगढ़ से पंद्रह लाख पोस्टकार्ड भेजने का लक्ष्य है। 25 सितम्बर को पंडित दिनदयाल उपाध्याय का भी जन्मदिन मनाया जाएगा।

17 तारीख़ को टीकाकरण का महाअभियान चलाएंगे। बीजेपी के प्रमुख कार्यकर्ता नदी-नाले, स्कूल समेत कई स्थानों पर सफ़ाई अभियान में हिस्सा लेंगे।

20 पंडों की मौत, कुपोषण की दर में कमी की हकीकत आई सामने
बलरामपुर में पंडो जनजाति के 20 लोगों की कुपोषण से हुई मौत पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि हमारी टीम वहां जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाक़ात करेगी। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पंडो जनजाति के 20 लोगों की मौत हुई है। अधिकारी कह रहे हैं कि कुपोषण से मौत हुई है। सरकार दावा करती है कि राज्य में कुपोषण की दर में कमी आई है, लेकिन हक़ीक़त सामने है। दरअसल, सरकार को इनकी चिंता नहीं है।

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