February 8, 2025

मोंगरा, सुखानाला और घुमरिया जलाशय लबालब, शिवनाथ, घुमरिया, झूरा व पैरी नदी में भयंकर बाढ़

जलाशयों के गेट खुले, नदी किनारे गांवों में हाई अलर्ट

रज्जा राणा/डोंगरगांव नगर@thethinkmedia.com

नगर के 3 हिस्सों में प्रवाहित शिवनाथ, घुमरिया व झूरा नदी में भयंकर बाढ़ आ गई है। सप्ताहभर से जारी मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। बारिश से इलाके के सभी जलाशय व बैराज लबालब हो गए हैं। एहतियातन गेट खोले गए हैं। इन दिनों बारिश के साथ जलाशयों के गेट खोले जाने से शिवनाथ, घुमरिया व झूरा सहित दूरस्थ पैरी नदी में भयंकर बाढ़ के हालात हैं। मोंगरा, प्रधानपाठ बैराज, रूसे जलाशय, रानी रश्मिदेवी, सूखानाला, घुमरिया तथा खातूटोला समेत अन्य बांध-बैराजों में क्षमता से अधिक पानी का भराव हो गया है।
इस संदर्भ में जल संसाधन बैराज संभाग के मुख्य कार्यपालन अभियंता एस के सहारे ने पायनियर से चर्चा में बताया कि सप्ताहभर से जलाशय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश जारी है।
सभी जलाशयों में अत्यधिक जलभराव हो गए हैं। शुरुआत से ही गेट खुले हैं। दो दिनों से ज्यादा गेट खोल दिए गए हैं। मोगरा बैराज के 2 गेट से 4 हजार, सुखानाला के 3 गेट से 9 हजार, घुमरिया से 2 गेट से 1 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़े गए हैं। नदी किनारे गांवो में अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन अलर्ट है।

कृषि को संजीवनी, गर्मी काफूर

जिलेभर में सप्ताहभर से मूसलाधार बारिश जारी है। मूसलाधार बारिश से जलाशय लबालब हो गए। वहीं औसत बारिस के लिए भी तरस रहे किसानवर्ग को राहत की बारिस नसीब हो सकी है। खेतों में धान के फसल में कीट व्याधि से भी बचाव होने व पौधों के विकसित होने के मद्देनजर हालिया बारिस संजीवनी समान मानी जा रही है। वैसे जनसामान्य को गर्मी व उमस से राहत मिलने के आसार हैं।

नदी किनारे गांवो के तट जलमग्न

अंचल में शिवनाथ, घुमरिया, झूरा व पैरी नदी किनारे गांवों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। इनमें दर्री, बेन्दरकटा, भटगुना, बगमार, रुदग़ांव, रातापायली, मेढा, सुखरी, सोनेसरार सहित माथलडबरी, जामसरार, कोहका सहित अन्य गांवों में खतरे के हालात हैं। सीईओ एलआर चन्द्रवँशी ने बताया कि नदी किनारे ग्राम पंचायतों की ओर से मुनादी करा दी गई है।

बाढ़ : दस गांवों से संपर्क टूटा, बाइक बही

छुरिया । बागनदी थाना क्षेत्र के वनांचल ग्राम टाटेकसा और कनेरी के मध्य बने रपटा पुल में तेज बहाव में एक बाइक बह गई। बाइक सवारों ने जैसे तैसे अपनी जान बचाई। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से नदियों में बाढ़ आ गई है। इसके चलते वनांचल क्षेत्र के करीब 10 गांव से संपर्क टूट चुका है।
मिली जानकारी अनुसार नेशनल हाईवे 06 से सीतागोटा पहुंच मुख्य मार्ग पर 20 से 25 वर्ष पहले बने रपटा पुल बाढ़ की वजह से पुरी तरह डूब चुका है। आवागमन बाधित हो चुका है। बताया जाता है सीतागोटा पहुंच मुख्य मार्ग को भाजपा शासनकाल में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाया गया था लेकिन ठेकेदारों के द्वारा आवागमन के लिए बनाए गए रपटा पुल को ऊंचा नहीं किया गया और ना ही नया पुल निर्माण कराया गया। बीते दो दिनों से क्षेत्र में लगातार हो रही बरसात से रपटा पुल में बाढ़ आ गई है। इससे करीब दस गांव का संपर्क पूरी तरह टूट चुका है। वहीं बिजली, फोन नेटवर्क पूरी तरह ठप्प बताया जा रहा है। आटरा क्षेत्र के बाइक सवार पानी का अंदाजा नहीं लगा पाए और पुल पार कर रहे थे कि पुल के बीच में पहुंचते ही पानी का बहाव तेज हो गया। बाइक सवारों ने बाइक को छोड़ किनारे की तरफ दौड़ कर अपनी जान बचाई । बाइक बाढ़ की पानी में बह गया जिसे ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है पर पानी की बहाव तेज रहने से अभी तक बाइक का पता नहीं चल पाया है।

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