बच्चे के मुंडन के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? मुंडन के समय आपको ध्यान देना है कि मुंडन की जगह साफ हो, नाई पूरी साफ-सफाई के साथ बच्चे के बाल काटे, उस्तरा साफ हो और बच्चे को उस्तरे से इंफेक्शन न हो। भारतीय रिवाज़ के मुताबिक बचपन में बच्चे का मुंडन करवाया जाता है। ज्यादातर परिवारों में बच्चे के जन्म लेने के तीसरे साल तक ये प्रक्रिया पूरी कर ली जाती है। मुंडन के दौरान जन्म के समय उगे बालों को हटा दिया जाता है पर आपको इस क्रिया के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे बच्चे को इंफेक्शन से कैसे बचाएं, बाल काटने वाला व्यक्ति और उसके औजारों में कीटाणु न हों। बहुत से लोग ये मानते हैं कि बालों को हटाने से जो नए बाल आते हैं वो घने और हेल्दी होते हैं जबकि कई रिसर्च ये कहती हैं कि बाल काटने या शेव करने का कनेक्शन नए बालों से नहीं है। इस लेख में हम जानेंगे कि बच्चे के मुंडन के समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि इंफेक्शन का खतरा कम से कम हो। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. मुंडन से पहले बच्चे के बालों को साफ रखें
आप मुंडन से पहले बच्चे के बालों को माइल्ड शैम्पू से साफ करके ले जा सकते हैं। बच्चे के सिर को शैम्पू करते समय इस बात का ध्यान रखें कि शैम्पू का इस्तेमाल आपको रोजाना नहीं करना है। बच्चे के लिए आप घर के बने शैम्पू का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। हफ्ते में दो बार आप बच्चे का सिर धो सकते हैं। अगर आपका बच्चा बहुत छोटा है तो बच्चे के मूड का भी ध्यान रखें, अगर बच्चा बहुत रो रहा है तो प्रक्रिया को रोक दें। बच्चे के बालों की अच्छी ग्रोथ के लिए उसे पोषण युक्त भोजन दें और बच्चे की साफ-सफाई पर गौर करें। आपको इस बात का भी ध्यान रखना कि नाईं पेशेवर हो और अपना काम जानता हो ताकि बच्चे के बाल काटने का सही तरीका उसे पता हो।
2. मुंडन से पहले साफ-सफाई का ध्यान रखें
जिस जगह मुंडन करवा रहे हैं उस जगह को अच्छी तरह से सैनेटाइज करवा दें नहीं तो बच्चे को इंफेक्शन का खतरा हो सकता है।
अगर गर्मी के दिनों में बच्चे का मुंडन करवा रहे हैं तो ध्यान रखें कि बच्चा हाइड्रेटेड हो और उसे कॉटन के कपड़े पहनाएं जिससे बच्चा परेशान न हो।
कोविड को देखते हुए आपको इस बात पर जोर देना चाहिए कि नाई भी पीपीई किट पहनकर बच्चे का मुंडन करे जिससे इंफेक्शन का खतरा कम हो।
इसके साथ ही ये भी सुनिश्चित करें कि नाई हाथों में ग्लब्स पहना हो और उसके हाथ साफ हों, नाखूनों में भी किसी तरह की गंदगी न हो।
3. मुंडन से पहले ब्लेड या उस्तरा साफ होना चाहिए (Clean blade before mundan of baby)
बच्चे का सिर पहली आर ब्लेड के संपर्क में आ रहा है तो उसे एलर्जी हो सकती है क्योंकि बच्चों की त्वचा बहुत नाजुक होती है। आपको ये सुनिश्चित करना है कि जिस ब्लेड या उस्तरे का इस्तेमाल किया गया हो वो साफ हो। मुंडन के वक्त आप अपने साथ एंटीसेप्टिक लेकर जाएं ताकि उससे अपने सामने ही उस्तरे को साफ करवा सकें।
4. मुंडन के बाद हल्दी और चंदन का पेस्ट लगाने के फायदे
आयुर्वेद के मुताबिक मुंडन के बाद आप हल्दी और चंदन का पेस्ट बच्चे के सिर पर लगाएंगे तो ये फायदेमंद होगा क्योंकि इससे बच्चे की स्किन कोमल रहेगी और अगर गलती से कोई चोट है तो वो भी ठीक हो जाएगी और इंफेक्शन नहीं होगा। चंदन से सिर को ठंडक मिलेगा और हल्दी से संक्रमण नहीं होगा। मुंडन के बाद नए बाल आने पर आप बच्चे को समय-समय पर हेयरकट दिलवाएं अगर बच्चे के बाल ज्यादा बढ़ गए हैं तो उन्हें कॉटन के बैंड से बांधे, बालों को ज्यादा टाइट बांधने से बचें नहीं तो बच्चे के बाल टूटने लगेंगे।
5. मुंडन के बाद शैम्पू न करें
मुंडन के बाद बच्चे के स्कैल्प पर दो से तीन दिनों के लिए शैम्पू का इस्तेमाल न करें क्योंकि बच्चे का स्कैल्प बहुत कोमल होता है। आप शैम्पू की जगह पानी और दूध का मिश्रण इस्तेमाल कर सकते हैं। मुंडन के बाद आप बच्चे को नहला सकते हैं, इससे उसके शरीर पर चिपके बाल त्वचा से निकल जाएंगे। बच्चे के सिर को धोने के बाद साफ और कोमल तौलिए का इस्तेमाल करें। तौलिए से इंफेक्शन का खतरा रहता है इसलिए बच्चे के मामले में लापरवाही न बरतें।
6. बच्चे के सिर पर हल्की मसाज करें
मुंडन के बाद आप बच्चे के सिर पर तेल से मालिश कर सकते हैं। इससे स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा और बच्चे को भी आराम मिलेगा। मुंडन के तुरंत बाद सिर की मालिश न करें, कुछ दिनों के बाद नारियल के तेल से मालिश कर सकते हैं। मालिश के तेल में विटामिन ई मौजूद होता है। बच्चे के स्कैल्प के लिए नारियल तेल फायदेमंद माना जाता है। मुंडन के बाद स्वस्थ्य बालों के लिए आपको बच्चे की हेल्दी डाइट पर फोकस करना चाहिए। आप बच्चे को विटामिन ए रिच फूड, विटामिन बी, डी, जिंक और प्रोटीन दें। बच्चों के हेल्दी बालों के लिए विटामिन ए रिच फूड्स में कद्दू, गाजर, आम, विटामिन बी रिच फूड्स में बीन्स, होल ग्रेन, आलू शामिल है। आयरन के लिए बच्चे को हरी सब्जिया दें।
7. मुंडन से जुड़े मिथ के पीछे छुपी सच्चाई जान लें
मुंडन से जुड़े कुछ मिथ भी हैं जैसे मुंडन करवाने से बच्चे के बालों का रंग अच्छा होता है। जबकि जीन्स के आधार पर बच्चे के बालों का रंग, बालों का टेक्चर आदि निर्भर करता है। कई लोग मानते हैं कि मुंडन के बाद जो बाल आएंगे वो पहले से ज्यादा घने होंगे पर ऐसा नहीं है। बचपन में बाल पतले ही होते हैं और धीरे-धीरे उम्र बढ़ने के साथ बाल घने होते हैं।
मुंडन के बाद जब बच्चे के बाल उग आएं तो साफ-सफाई का खास ख्याल रखें। अगर बच्चे के बालों में इंफेक्शन नजर आता है तो उसे फौरन डॉक्टर के पास लेकर जाएं।
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