नीना गुप्ता की जीवनी सच कहूं तो से, बेटी मसाबा अपने जन्म के बारे में एक दिलचस्प किस्सा सोशल मीडिया पर साझा किया है । यह वास्तव में आपको थोड़ा बताएगा कि मसाबा के परवरिश के दौरान नीना ने अपने पूरे जीवन में किस तरह की कठिनाइयों का सामना किया।
किताब की तस्वीरों को साझा करते हुए मसाबा ने पोस्ट लिखा, “‘सच कहूं तो बाय नीना गुप्ता’ का एक अंश : जब मैं पैदा हुई थी तो मेरे मां के बैंक अकाउंट के 2000 रुपये थे। टैक्स रिम्बर्समेंट के तौर पर मिली रकम से यह पैसा बढ़कर 12,000 रुपये हो गया और मैं सी-सेक्शन के जरिए पैदा हुई। मां की बायोग्राफी पढ़ते हुए मैं कई ऐसे मुश्किल हालातों के बारे में जान पा रही हूं, जिनमें से होकर मेरी मां गुजरी थीं। मैं हर दिन कड़ी मेहनत करती हूं और कोशिश करती हूं कि जिसकी मैं हकदार हूं वह मुझे मिले ताकि जिन्होंने मुझे इस दुनिया में लाया है, उनकी मैं सहायता कर सकूं..ब्याज के साथ।
मसाबा इस बारे में खुलकर बात करती हैं कि कैसे वह हर दिन कड़ी मेहनत करती हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनकी माँ को उनके जीवन में कभी भी अधिक कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। वह अपने प्रशंसकों और फॉलोवर्स से अपनी माँ की जीवनी को प्री-ऑर्डर करने का भी आग्रह करती हैं।
मसाबा और नीना गुप्ता का माँ बेटी का बहुत गहरा रिश्ता है, और यह माना जाता है कि इस जीवनी के माध्यम से लोगों के साथ कठिनाइयों और अच्छे समय की बहुत सारी कहानियां साझा की जाएंगी। मां-बेटी की यह जोड़ी अपने जीवन की हर छोटी-छोटी कहानी से दुनिया को प्रेरणा देती रहती है।
नीना और विवियन रिचर्ड
नीना गुप्ता वेस्ट इंडीज के पूर्व क्रिकेटर विवियन रिचर्ड के साथ रिलेशनशिप में रह चुकी हैं। दोनों 80 के दशक में साथ रहते थे लेकिन दोनों ने कभी शादी नहीं की।
बिना शादी बेटी को जन्म और ताने
उस दौरान लिव-इन रिलेशनशिप में रहना और बिना शादी के बेटी का जन्म हो तो कैसी-कैसी बातें सुनने को मिलती है ये कई बार नीना गुप्ता बता चुकी हैं। नीना ने शादी से पहले ही मसाबा को जन्म दिया था।
सिंगल मदर
नीना गुप्ता ने सिंगल पैरेंट बनकर बेटी की परवरिश की। आज उनकी बेटी फैशन जगत का मशहूर नाम है। मसाबा भी कुछ समय पहले एक सीरीज लेकर आई थीं जिसमें अपनी कहानी को बयां किया था।
पिता ने की थी मदद
जब रिचर्ड से नीना अलग हो गई थीं तो नीना गुप्ता के पिता ने उनकी बहुत मदद की थी। एक बार रियालिटी शो में नीना गुप्ता ने खुलासा किया था कि उनके पिता ने बेटी की परवरिश में उनकी बहुत मदद की थी।
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