October 14, 2025

26 मई को लाल रोशनी से जगमग होगा चांद, जाने कैसे बनता है ‘ब्लड मून’

दुनियाभर में अप्रैल के महिने में पिंक सुपरमून देखा गया और अब 26 मई 2021 को ग्रहण के वक्त दिखने वाला चांद का नजारा और भी बेहतरीन होने वाला है। कल ग्रहण के वक्त दिखने वाला चांद न सिर्फ आकार में बड़ा, बल्कि और भी ज्यादा लाल नजर दिखेगा। ग्रहण के समय जब चांद सबसे ज्यादा चमकदार होगा, उस वक्त करीब 14 मिनट 30 सेकंड के लिए ये नजारा दिखाई देगा। विज्ञान के मुताबिक जब चांद अपनी कक्षा में धरती के बहुत पास होता है, तो वह बहुत बड़ा भी दिखाई देता है।

‘ब्लड मून’ कैसे बनता है?

चंद्र ग्रहण पूर्ण तौर से तब माना जाता है जब सूर्य, पृथ्वी और चांद एक सीध में आ जाते है। पूर्ण चंद्र ग्रहण के वक्त पृथ्वी सूर्य और चांद के बीच आ जाती है। इससे सूर्य की रोशनी चांद तक नहीं पहुंच पाती और चांद अंधकार में चला जाता है, लेकिन पूरी तरह से गायब नहीं होता। पृथ्वी के वायुमंडल में सूर्य की रोशनी के प्रभाव से चांद कुछ अलग से रंग का दिखता है। पृथ्वी के वायुमंडल से टकराने पर सूर्य की रोशनी में कहीं ज्यादा वेवलेंथ वाली लाल और नारंगी रोशनी में चांद सराबोर हो जाता है, जिसे हम ‘ब्लड मून’ कहते हैं। इस दौरान चांद नारंगी, लाल से लेकर भूरे रंग का भी हो जाता है।

‘ब्लड मून’ भारत में कैसा दिखेगा?

‘ब्लड मून’ अमेरिका में साफ-साफ दिखाई देगा, इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी हिस्से और दक्षिणपूर्व एशिया में भी ये चंद्र ग्रहण पूरी तरह से दिखेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक चांद पहले धरती की बाहरी कक्षा में दाखिल होगा और जब चांद अंदरूनी कक्षा में दाखिल होगा, तब वो लाल रंग का दिखाई देखा। एक ऑब्जर्वेटरी के मुताबिक, पूर्ण चंद्र ग्रहण दो से तीन साल में सिर्फ एक ही बार दिखता है।

चंद्र ग्रहण बुधवार, 26 मई के दिन दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर शाम 7 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी वक्त 14 मिनट 30 सेकंड के लिए आप ‘ब्लड मून’ का नजारा ले सकेंगे। देश में ये ग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण है, जिसके चलते आप सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म पर ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं।

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