बच्चों को हमेशा स्वस्थ बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आपका बच्चा ऊर्जावान बना रहे, जिससे की वो पूरे दिन आलस से दूर रह सके। जब आपका बच्चा शारीरिक रूप से स्वस्थ और ऊर्जावान रहता है तो इसका मतलब ये होता है कि वो मानसिक रूप से भी पूरी तरीके से स्वस्थ रह सकता है। इसलिए जरूरी होता है कि आपका बच्चा शारीरिक रूप से पूरी तरह से एक्टिव और स्वस्थ रहे, लेकिन फिर भी कई बच्चे ऐसे होते हैं जो शारीरिक गतिविधियों में कम शामिल रहने लगते हैं। इसके लिए जरूरी है कि माता-पिता को अपने बच्चों पर नजर बनाए रखनी चाहिए कि शारीरिक गतिविधियां बच्चों की कब कम हो रही है। अब सवाल ये पैदा हो रहा है कि बच्चों में शारीरिक गतिविधियां कम होने के दौरान बच्चों में किस तरह के संकेत दिखाई देते हैं। तो आपको इसमें परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम आपको बताएंगे कि आप कैसे अपने बच्चों के संकेतों से पहचान सकते हैं कि शारीरिक गतिविधियां कब कम हो रही हैं।
एक्सरसाइज से दूर रहना
एक्सरसाइज बड़े, बुजुर्ग और बच्चे हर किसी के लिए फायदेमंद होती है, एक्सरसाइज की मदद से आप खुद को लंबे समय तक एक्टिव और ऊर्जा स भरपूर रख सकते हैं। ऐसे ही जब आपका बच्चा एक्सरसाइज से दूर रगने की कोशिश करे तो आप समझ सकते हैं कि आपका बच्चा शारीरिक गतिविधियों से दूर होने की कोशिश कर रहा है।
बार-बार आलस का शिकार होना
बार-बार आलस आने के कारण आपका बच्चा खुद को थका हुआ महसूस करने लगता है और कोशिश करता है कि बार-बार आराम करने का मौका मिले। ऐसा आपके बच्चे न सिर्फ पढ़ाई के दौरान ही नहीं बल्कि खेल के दौरान भी महसूस हो सकता है। जब वो आपसे बार-बार कहे कि उन्हें थकावट हो रही है और उन्हें आराम करने की इच्छा हो।
डाइट में कमी
बच्चे की डाइट का बच्चे के स्वास्थ्य पर बहुत असर देखने को मिलता है, ऐसे ही जब आपका बच्चा शारीरिक गतिविधियों में शामिल रहता है तो उस दौरान उसकी डाइट ज्यादा होती है और वो बार-बार पानी पीता है जिसे हम यह भी कह सकते हैं कि वो पर्याप्त मात्रा में पानी पी रहा है। लेकिन जब आपका बच्चा डाइट से दूर रहे या फिर डाइट में भोजन की कमी कर रहा हो तो आपको समझ जाना चाहिए कि आपका बच्चा कम शारीरिक गतिविधियों में शामिल है जिसकी वजह से उसकी एनर्जी इस्तेमाल नहीं हो रही है।
ज्यादा से ज्यादा समय मोबाइल में लगे रहना
मोबाइल आजकल हर किसी के लिए एक आम बन गया है, हर कोई अपना समय दूसरी चीजों को छोड़कर मोबाइल के साथ गुजराने की कोशिश करता है। ऐसे ही बच्चों को भी मोबाइल का शौक काफी है, इसलिए आजकल के बच्चे बाहर के खेलों से ज्यादा मोबाइल गेम की ओर अपना रुख अपनाते नजर आ रहे हैं। अगर आपका बच्चा भी बार-बार मोबाइल लेकर बैठ रहा है तो आप इससे समझ सकते हैं कि वो शारीरिक गतिविधियां कम कर अपने बाहर के खेलों को त्याग कर सारा समय मोबाइल में दे रहा है।
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