रायपुर। मंत्री अमरजीत भगत के बेटे आशीष भगत पर ग्रामीणों ने फर्जी ढंग से रजिस्ट्री कराने का अरोप लगाते हुए कलेक्टर कार्यालय जशपुर में शिकायत किया है। मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से अधिकारी भी सकते में आ गये हैं। आवेदक महेन्द्र पिता मखलू, रमाशंकर पिता अमर साय, सहिन्द्र, निवासी ग्राम गुतुकिया ने आरोप लगाया है कि उनके परिवार की पुस्तैनी जमीन भूमि कुल ख. नं 09 रकबा 24.88 एकड़ भूमि है। उक्त भूमि सम्मिलित खाते में मखलू, सहिन्द्र, अमरसाय, लालसाय राम, रखनी बाई के नाम दर्ज है। आवेदकों का कहना है कि उक्त भूमि के आलावा उनके पास और कोई भूमि नहीं है यह बात जानते हुए भी आशीष भगत पिता अमरजीत भगत जो वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य के केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत के पुत्र हैं। तथा खुद भी न्यायिक पद को सुशोभित करते हैं जिन्हें यह मालूम है कि छत्तीसगढ़ राज्य का जशपुर जिला सम्पूर्ण रुप से पांचवी अनुसूची में शामिल है। जहां अनुसूचित जनजातियों की कृषि भूमियों के क्रय-विक्रय पर पूर्ण रुप से प्रतिबंध लगा हुआ है। उसके बाद भी आशीष भगत के द्वारा स्थानीय पटवारी, राजस्व निरीक्षक एवं उप पंजीयक के साथ मिलकर अन्य दलालों के माध्यम से उनकी पुस्तैनी कृषि भूमि को बगैर बताये, गुमराह कर अंगूठा तथा हस्ताक्षर कराकर सम्पूर्ण भूमि आने नाम से रजिस्टी्र करा ली है। ग्रामीणों का कहना कि उसके एवज में उन्हे चेक से राषि दी गई थी, लेकिन उन्हें जब पता चला कि उक्त चेक उनके भूमि के एवज में दिया गया है,तो उन्होनें अपनी भूमि विक्रय करने की इच्छा नहीं जताई, जिसके कारण उन्होनें दिये हुए चेक को बैंक में जमा नहीं किया। अब आवेदको ने कलेक्टर जशपुर के पास शिकायत कर कनूनी कार्यवाही कर भूमि के नामंात्रण पर रोक लगाने की गुहार लगाते हुए अपनी जमीन वापस दिलाने की मांग की है।
”दोनों ही आदिवासी पक्ष हैं। शिकायत प्राप्त हुई है, जिसकी जांच चल रही है।
-महादेव कावरे कलेक्टर, जशपुर”
मंत्री अमरजीत भगत को तत्काल मंत्रिमण्डल से बर्खास्त कर पूरे मामले की जांच की जाए : साय
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने-जाने वाले पहाड़ी कोरवा अदिवासियों की गलत तरीके से जमीन हथियाने के मामले पर सरकार को आड़े हाथ लिया है। साय ने कहा कि किसानों तथा आदिवासियों की हितैसी बताने वाली सरकार के ही मंत्री जमीन हथियाने में लगे हैं। उन्होनें कहा कि खाद्य मंत्री अमरजीत भगत तकरीबन 25 एकड़ जमीन अपने बेटे के नाम करवा लिये है। अब पीडि़त पहाड़ी कोरवा कलेक्टर दफ्तर का चक्कर काट रहे हैं। साय ने कहा कि सामान्य: पहाड़ी कोरवा भाई खेती किसानी कर अपना जीवन-यापन करते हैं लेकिन सरकार के मंत्री-पुत्र ही यदि उनकी जमीनों को हड़प लेंगे तो उनकी कौन सुरक्षा करेगा। भारतीय जनता पार्टी इस मामले को सड़क से लेकर सदन तक उठायेगी। उन्होनें कहा कि सरकार को तत्काल जमीन की रजिस्ट्री निरस्त कर उच्च स्तरीय जांच बैठाना चाहिए।
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