हाथियों को भगाने की कोशिश कही पड़ जाए भारी, पायनियर कर रहा आपको अलर्ट
नाटकीय मंडली के जरिये वन विभाग द्वारा चलाया जा रहा जागरूकता अभियान-
रवि भूतड़ा बालोद
पिछले 2 माह से हाथियो का दल जिले के डौंडी व दल्लीराजहरा के क्षेत्रों में ग्रामीणों के फसलों के साथ घरों व लोगो को नुकसान पहुंचा रहा है। इससे पूर्व भी गुरुर क्षेत्र में हाथियो के दलों में फसलों को नुकसान पहुचाया था। पायनियर ने लगातार हाथीयो के सम्बंध में खबरे प्रकाशित कर लोगो को सतर्क व सावधान रहने की अपील कर रहा है। इसके साथ ही हाथीयो के दल से ल?ने व जिले के वनांचल क्षेत्रों से हाथी के दल को सुरक्षित यहां से बाहर निकालने की पूरी कोशिश जिला प्रशासन व वन विभाग की टीम द्वारा की जा रही है। हाथी के दल से बचने व उन्हें ग्रामीणों से दूर रखने विभाग द्वारा तरह तरह के अभियान तथा कई विकल्प अपनाए जाने लगे है।
छत्तीसगढ़ी नाटकीय मंडली के जरिये भी वन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा हैं।विभाग द्वारा ग्रामीणों से बार बार अपील भी किया जा रहा है, कि वह विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का सहयोग प्रदान करे। ताकि विभाग द्वारा हाथियो के दल को आसानी से उस क्षेत्र से बाहर निकालने में सफल हो। ग्रामीण अब हाथीयों के दल से छेड़छाड़ करना शुरू कर दिए है। कुछ लोग हाथियो के बेहद करीब आकर उसे डंडे से मार रहे है। तो कुछ लोग हाथियो के पूंछ को पकड़ कर उसे खीचने लगे है। वही कुछ ग्रामीण हाथीयो को देख शोर मचाते हुए उन्हें खदेडऩे का प्रयास कर रहे है। तो कुछ ग्रामीण पटाखे फोड़ रहे हैं। जिसका वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जबकि ऐसा करने से ग्रामीण खुद की जान माल को खतरे में डाल रहे है और हाथियो को तबाही मचाने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
जिला प्रशासन तथा वन विभाग की टीम द्वारा ग्रामीणों को हाथियो से दूरी बनाए रखने तथा उनके साथ छेड़छाड़ न करते हुए उन्हें शांति बनाए रखने लगातार अलर्ट व सतर्क कर रहे है। इसके साथ ही जन जागरूकता अभियान व सतर्क रहने की सलाह भी विभाग द्वारा दिया जा रहा है। इसके बावजूद भी ग्रामीण हाथियों के दल से इस तरह का छेड़छाड़ करते है।
हाथियों से बचाव के उपाय के लिए बनाया गया प्रचार पाम्पलेट
ग्रामीणों को हाथियों के दल से बचने तथा उनसे दूरी बनाए रखने के लिए विभाग द्वारा प्रचार पाम्पलेट बना कर जागरूक किया जा रहा है। जिसमे कई महत्वपूर्ण बातें ग्रामीणों तक विभाग द्वारा पहुंचाया जा रहा है। वनो में एकांकी घरो में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों के पक्के मकानों में स्थानान्तरित करना, स्कूलों में प्रिन्सिपल के माध्यम से स्कूली बच्चों को हाथियों से बचाव के उपाय बताना, आमजनो को हाथी सुरक्षा में सहयोग और हाथियो से दूरी बनाएं रखे, हाथियो को देखने जंगल न जाएं न किसी को जाने दे, जंगल में हाथियो को देखने जांएगे तो हाथी आपको देखने आपके घर तक आएंगे। इससे बचने के लिए आप उन्हे देखने जंगल न जाए, हाथियों और मनुष्य में अधिकांश मुठभेड़ जंगलों में ही होता है। कुछ इस तरह के स्लोगन से ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा हैं।
डीएफओ ने पायनियर के माध्यम से लोगो से की अपील
डीएफओ मयंक पांडे ने पायनियर के माध्यम से क्षेत्र के लोगों से व हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा हैं कि हाथियो की वनों में उपस्थिति के दौरान वनो में न जाए। हाथियो को खाने पीने की वस्तु न दे न किसी को देने दे। घरो में न शराब बनाएं न बनाने दे। क्योकि शराब और शराबियों से हाथी आकर्षित होता है और उन पर हमला करते है। पांडे ने आगे अपील करते हुए कहा कि हाथियो को भगाने के लिए पटाखे न फोड़े, हाथियों को भगाने से वे उग्र होकर और अधिक हानि पहुचा सकते है। हाथियो को पत्थर आदि से न मारे, क्योकि हाथियों में बदला लेने का स्वभाव होता है। बदला लेने के लिए मारने डाटने वालो को दूर तक ढूंढऩे जाते है और उन पर हमला कर देते है।
डीएफओ मयंक पांडे ने आगे कहा कि सम्पति की हानि सरकार दे सकती है। मगर जन हानि होने पर कही पुन: जीवन दान नही दे सकती। कही भी हाथी दिखाई देने पर वन विभाग को तत्काल सूचित करें। क्षेत्र में हमारे विभाग के कर्मचारी रात्रि में लगातार गश्त कर रहे हैं।
पायनियर भी करता है अलर्ट-
पायनियर भी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को अलर्ट करता है की आप हाथियो से दूरी बनाए रखे, पटाखा न फोड़े और न ही हाथियो के करीब जाकर उन्हें छेड़छाड़ करे। इससे हाथी उग्र होकर आपको ही नुकसान पहुंचा सकता है। आपका सहयोग प्रशासन के लिए बेहद जरूरी है। विभाग द्वारा हाथियों के दल को जिले से बाहर करने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है।
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