July 1, 2025

बिगड़ी कानून व्यवस्था पर विपक्ष का स्थगन, आसंदी ने किया अग्राह्य

विपक्ष भड़का… सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित, तो लोग ड्रग्स के नशे की तरफ जाएंगे

पायनियर संवाददाता-रायपुर

प्रदेश की बिगड़ी क़ानून व्यवस्था पर स्थगन के ज़रिए चर्चा की माँग कर रहे विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य करने पर विपक्ष ने हंगामा किया, शोरगुल इतना बढ़ा कि,आसंदी ने सदन की कार्यवाही पाँच मिनट के लिए स्थगित कर दिया। प्रदेश में क़ानून व्यवस्था की बिगड़ी हालत पर विपक्ष बेहद आक्रामक था। स्थगन की ग्राह्यता पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आँकड़ो को पेश करते हुए बताया कि, साल भर में 4098 अपहरण और 5326 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए हैं। सदस्य अजय चंद्राकर की टिप्पणी तल्ख मानते हुए उसे विलोपित किए जाने की माँग की गई हालाँकि आसंदी से इस पर कोई व्यवस्था नही दी गई। सदस्य अजय चंद्राकर ने हत्याकांडों और हमलों का जिक्र करते हुए कहा शांति का टापू छत्तीसगढ अपराध का गढ़ बन गया है,मछली बाज़ार में जैसे काटते हैं वैसे ही आदमी को काटा जा रहा है। वरिष्ठ सदस्य बृजमोहन ने चेताया महिलाएँ अब रात को घूम नही सकती .. यदि ऐसा ही होता रहा तो छत्तीसगढ कहीं का नही रहेगा।

पूंछ दिखाकर घोड़ा बेच रही सरकार : अजय चंद्राकर

विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है। द्वितीय अनुपूरक बजट पर सदन में चर्चा हो रही है। भाजपा विधायक अजय चंद्राकार ने चर्चा की शुरुआत की। इस दौरान राज्य सरकार की वित्तीय स्थिति के बारे में सवाल उठाए। पूछा कि और कर्ज लेकर प्रदेश को कहां ले जा रही है सरकार। बजट पर चर्चा दौरान में विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार पूंछ दिखाकर घोड़ा बेचने का काम कर रही है। लगातार ऋ ण की राशि बढ़ती जा रही है। इस प्रदेश का भगवान ही मालिक है। सड़कें स्वीकृत हो रही हैं। यह पूरी दुनिया का पहला ऐसा राज्य है जहां प्रदेश में कोरोना से मृत्यु के आंकड़े अलग हैं और जिलों में अलग हैं। हम उम्मीद करते थे कि टीकाकरण को लेकर कोई व्यवस्था की गई होगी।

सौरभ सिंह ने चोरी का मामला उठाया

अकलतरा विधायक सौरभ सिंह ने अकलतरा जैन मंदिर में चोरी की घटना का जिक्र करते हुए सदन को बताया कि अकलतरा विरोध में बंद है, अकलतरा शहर के सारे सीसीटीवी खराब हैं। इस पर आसंदी ने व्यवस्था देते हुए इस स्थगन को अग्राह्य कर दिया। जिस पर विपक्ष ने चर्चा की माँग दोहराई और शोरगुल हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही पाँच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

रविंद्र चौबे की चुटकी से सदन में ठहाके गूंजते रहे

प्रश्नकाल में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे की एक चुटकी से सदन में देर तक ठहाके गूंजते रहे। यह प्रश्न कृषि यांत्रिकीकरण सब मिशन योजना में ट्रेक्टर पर दी जाने वाली सब्सिडी से संबंधित था। सदस्य नारायण चंदेल ने इस योजना के तहत जांजगीर चाँपा जि़ले में अनुदान की राशि में गड़बड़ी की शिकायतों की जानकारी माँगी थी। मंत्री रविंद्र चौबे ने तारांकित प्रश्न के उत्तर में बताया कि, शिकायत मिली है और उसकी जाँच जारी है। इस पर विपक्ष ने पूरी व्यवस्था में सुधार हेतु दिशा निर्देश की माँग रखी ताकि ऐसी गड़बड़ी का दोहराव ना हो सके।

पोलावरम बांध से कोंटा मुख्यालय समेत 9 गांव डूबेंगे

आंध्रप्रदेश के पोलावरम बाँध से आंध्र छत्तीसगढ सीमा प्रभावित होगी। सरकार ने एक प्रश्न के जवाब में यह स्वीकारा है कि,इस बाँध से सुकमा जि़ले के कोंटा मुख्यालय समेत 9 गांव प्रभावित होंगे।सरकार ने यह माना है कि प्रभावित क्षेत्रों को लेकर अध्ययन रिपोर्ट तैयार की गई है,लेकिन मसला न्यायालय में विचाराधीन होने की वजह से उस अध्ययन रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता।
सदस्य रेणु अजीत जोगी ने कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से आंध्र में निर्माणाधीन पोलावरम बाँध से बस्तर के प्रभावित हो सकने वाले क्षेत्रों की जानकारी माँगी थी।तारांकित प्रश्न में प्रभावित क्षेत्र, क्षेत्र में निवासरत जनसंख्या के साथ साथ यह पूछा गया था कि प्रभावितों को नुकसान से बचाने सरकार क्या क़दम उठा रही है।तारांकित प्रश्न में यह जानकारी भी चाही गई थी कि, डूब को लेकर प्रभावित क्षेत्रों की यदि कोई अध्ययन रिपोर्ट तैयार की गई है, तो उसमें किन बातों को प्रमुखता से उजागर किया गया है। विधानसभा में सरकार की ओर से प्रस्तुत जवाब में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने जानकारी दी है। पोलावरम बाँध के निर्माण की वजह से रेड्यूस लेबल 150 फ़ीट पर बस्तर संभाग के सुकमा जि़ले के कोंटा विकासखंड के 9 ग्राम क्रमश: बंजामगुड़ा, मेटागुड़ा, पेदाकिसोली, आसीरगुड़ा, इंजरम, फंदीगुड़ा, ढोंढरा, कोंटा और वेंकटपुरम के प्रभावित होने का अनुमान है। इन क्षेत्रों में निवासरत जनसंख्या 18510 है।राज्य शासन ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय में छत्तीसगढ़ राज्य के हितों की सुरक्षा हेतु याचिका प्रस्तुत की गई है, जो विचाराधीन है,अंत: अध्ययन रिपोर्ट के तथ्यों को बताया जाना उचित नही है।

आंगनबाड़ी रंगाई-पोताई में घोटाला

आंगनबाड़ी भवनों में रंगाई पोताई में घोटाला, जवाब पर घिरी मंत्री अनिला भेडिया चित्रकोट विधानसभा में आंगनबाड़ी भवनों के रंगाई पोताई में गड़बड़ी का आरोप चित्रकोट विधायक राजमन बेजान ने लगाया है। सदस्य राजमन बेंज़ाम ने सवाल किया था कि कितने आंगनबाड़ी केंद्रों की रंगाई पोताई की गई और किस एजेंसी से ने इसे किया और इसकी जाँच क़िसने की और भुगतान किसके द्वारा हुआ। इस पर महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा ने जो जवाब दिया उससे सदस्य ने असंतुष्टि जताते हुए इसे कऱीब 34 लाख का घोटाला बताते हुए जाँच की माँग की। लिस्ट मैंने देखा है, उस में मेरे गृह ग्राम के आंगनबाड़ी भवन का रंगाई पोताई किया जाना बताया गया है, जबकि वहाँ नहीं हुआ है.. यह बड़ी गड़बड़ी है, जहां नहीं हुआ वहाँ भी रंगाई पोताई करना बताया गया और भुगतान हो गया है.. इसकी जाँच की माँग है।

आंगनबाड़ी-विद्या मितानिन के आंदोलन का मामला उठा

विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है। आज दूसरे अनुपूरक बजट पर सदन में चर्चा होगी। लोक लेखा समिति का प्रतिवेदन भी सदन में पेश होगा। इससे पहले विधानसभा में आंगनबाड़ी और विद्या मितानिन के आंदोलन का मामला उठाया गया है। शून्यकाल मे नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ये मुद्दा उठाया है। कौशिक ने कहा कि चुनाव से पहले बहुत सारे वायदे किए थे, वहीं विद्या मितान 62 दिन से धरने पर हैं, पूरे प्रदेश में स्थिति खराब है। वहीं विधायक रेणु जोगी ने भालू से हुई मौत का मामला सदन में उठाया है। रेणु जोगी ने कहा कि ट्रेंकुलाइजर लगाने के बाद पुनर्वास केंद्र में पहले छोड़ा जाए। विधानसभा में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का मुद्दा गूंजा है। इस पर विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव सदन में पेश किया है। तत्काल सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराने की मांग की है। बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आज लोगों को आपराधिक घटनाओं की वजह से घर से निकलने में डर लगने लगा है।
प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह बिगड़ चुकी है। तत्काल काम रोककर इस पर चर्चा कराई जाना चाहिए। वहीं बीजेपी विधायक नारायण चंदेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कहा नए किस्म के अपराध घटित हो रहे हैं। वहीं सभापति ने स्थगन प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया है। स्वीकार नहीं करने को लेकर विपक्षी सदस्यों ने चर्चा की मांग की है। चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा मचाया। शोर-शराबा देखते हुए विधानसभा की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित की गई।

गूंजा मौतों का मामला

विधानसभा में ध्यानाकर्षण के माध्यम से पुलिस अभिरक्षा में मौतों का मामला गूंजा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, बृजमोहन अग्रवाल ने पुलिस अभिरक्षा में मौतों का मामला उठाया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया। कहा कि पुलिस अभिरक्षा में मारपीट कर पुलिस वाले शव को फांसी पर लटका दिए। नेता प्रतिपक्ष ने सवाल में पंकज बेक मामले से लेकर दूसरे प्रकरणों का हवाला दिया। इसके अलावा सरकार पर पुलिस अभिरक्षा में हुई मौतों के मामले को रफादफा करने का भी आरोप लगाया। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जानकारी दी। कहा कि जिस मौत का नेता प्रतिपक्ष उल्लेख कर रहे हैं उस शख्स ने थाने के बाथरूम में फांसी लगाई है। पुलिस अभिरक्षा में मौतों के मामले में हम किसी को बचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। जिन मामलों में न्यायिक जांच चल रही है उसमें सभी का बयान भी होगा। किसी को बचाने का सवाल ही नहीं है।

सत्यनारायण शर्मा ने लगाए आरोप

शासकीय नागार्जुन साइंस कॉलेज के पहले सेमेस्टर के छात्रों की उपस्थिति मामला सदन में उठा। छात्रों की उपस्थिति कम बताकर परीक्षा में बैठने के लिए अपात्र घोषित किये जाने का मामला सदन में गूंजा। कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने आरोप लगाया कि पैसे लेकर एचओडी ने कम उपस्थिति वाले छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी। अटेंडेंस रजिस्टर बदलकर छात्रों को अपात्र किया गया। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। कोरोनाकाल में जब बाकी छात्रों को रिलेक्सेशन दिया गया तब इन छात्रों को क्यों नहीं। जांच की समय सीमा तय की जाए।
उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि मामले की जांच पहले हुई है। उपस्थित कम पाया गया और नियमों के तहत परीक्षा में अपात्र घोषित किया गया। वरिष्ठ सदस्य अगर चाहते हैं तो जिस बिंदु पर वे चाहते हैं उस पर जांच करायी जाएगी।

जयस्तंभ चौक में मर्डर का मामला उठाया बृजमोहन ने

विधानसभा में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति का मुद्दा गूंजा। विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव सदन में पेश किया। तत्काल सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराने की मांग की। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जयस्तंभ चौक में मर्डर हो जाता है और पुलिस कुछ नहीं कर पाती। आज लोगों को आपराधिक घटनाओं की वजह से घर से निकलने में डर लगने लगा। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह बिगड़ चुकी है। तत्काल काम रोककर इसपर चर्चा कराया जाना चाहिए। नारायण चंदेल ने कहा नए किस्म के अपराध घटित हो रहे हैं।

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