July 1, 2025

धौड़ाई थाना का मामला, अपहरणकर्ताओं ने 40 लाख की फिरौति मांगने की बनाई थी योजना

पायनियर संवाददाता-नारायणपुर/छोटेडोंगर

धौड़ाई में निवासरत पंचायत सचिव के 6 वर्षीय बालक अचानक खेलते-खेलते गायब हो गया था। इससे पंचायत सचिव के परिजनों ने बालक की खोजबिन शुरू करते हुए मामले रिपोर्ट धौड़ाई थाने दर्ज कराई थी। इससे धौड़ाई पुलिस मामले को गंभीरता से लेकर 6 वर्षीय बालक की खोजबिन में लग गई थी। इसमें धौड़ाई पुलिस को 6 वर्षीय बालक को संदिग्ध व्यक्ति द्वारा साईकिल में घुमाने की जानकारी मिली थी। इसकी जानकारी के मिलने के बाद पुलिस ने साईकिल में घुमाने वाले संदिग्ध व्यक्ति को पकडकर कड़ाई से पूछताछ करना शुरू किया था। इस पूछताछ में संदिग्ध व्यक्ति ने 6 वर्षीय बालक के अपहरण करने की योजना की पूरी कहानी पुलिस के सामने उगलते हुए कहा कि 6 वर्षीय बालक का अपहरण कर 40 लाख की फिरौति मांगने की योजना बनाई थी। इसके साथ ही फिरौति नहीं मिलने पर 6 वर्षीय बालक को मौत के घाट उतारने की रणनीति बनाई गई थी। इस रणनीति के पंचायत सचिव के 6 वर्षीय पुत्र का अपहरण कर अपने सार्थियों के पास सपुर्त कर दिया गया है। इसके चलते पुलिस संदिग्ध व्यक्ति के द्वारा बताई गई जानकारी के आधार पर धौड़ाई थाना से 1 किमी दूर दस्तक देकर अपहरित 6 वर्षीय बालक को सही सलामत बरामद करते हुए परिजनों के सपुर्त कर 6 वर्षीय बालक के अपहरण में शामिल 3 नाबालिग सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर धौड़़ाई गांव में निवासरत पंचायत सचिव संतोष कश्यप का 6 वर्षीय पुत्र प्रशांत कश्यप सोमवार की शाम करीब 5 बजे अपने घर के पीछे खेल रहा था। इसी दौरान नाबालिग रामुराम (बदला हुआ नाम) 6 वर्षीय बालक प्रशांत कश्यप को चिप्स-कुरकुरे खिलाने का बहाना करते बहाल-फूसलाकर अपने साथ साईकिल में बिठाकर ले गया। इसके बाद रामूराम (बदला हुआ नाम) ने 6 वर्षीय प्रशांत कश्यप को सबसे पहले दुकान में ले जाकर चिप्स-कुरकुरे खिलाने के बाद साईकिल में बिठाकर धौड़ाई बस्ती से दूर ले जाकर विरान जगह पर खडे अपने 3 साथियों के पास सपुर्त कर वापस धौड़़ाई गांव लौट गया। इधर सोमवार की शाम 6-7 बजे जाने के बावजूद पुत्र प्रशांत घर नहीं पहुंचने पर उसके पिता संतोष कश्यप ने उसकी खोजबिन शुरू कर दी। इस खोजबिन के बावजूद प्रशांत का कोई सुराग नहीं मिलने पर संतोष कश्यप ने आस-पड़ोस में पूछताछ करना शुरू कर दिया। इस पूछताछ में किसी ने बताया कि रामुराम (बदला हुआ नाम) प्रशांत को बिठाकर साईकिल में घूमा रहा था। इससे प्रशांत कश्यप के परिजनों रामुराम(बदला हुआ नाम) के घर में दस्तक देकर प्रंशात के बारे में पूछताछ करना शुरू कर दिया। इसमें रामुराम(बदला हुआ नाम) गोल-मोल जवाब दे रहा था। इससे प्रशांत कश्यप के परिजनों ने धौड़ाई थाने में पहुंचकर मामले की जानकारी थाना प्रभारी नरेश देशमुख को बताई। इसस थाना प्रभारी ने मामले को गंभीरता से लेकर आस-पास के थानों में सुचना देकर पुलिस जवानों को 6 वर्षीय बालक की तलाश में रवाना कर दिया। इसके साथ ही परिजनों द्वारा बताई गई जानकारी के आधार थाना प्रभारी नरेश देशमुख ने संदिग्ध रामुराम(बदला हुआ नाम) को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करना शुरू कर दिया।
इस पूछताछ में रामुराम(बदला हुआ नाम) 6 वर्षीय प्रशांत के अपहरण की पूरी कहानी पुलिस को बता दी। इसके कहानी को बताने के बाद पुलिस ने संदिग्ध रामुराम(बदला हुआ नाम) के निशानदेही पर धौड़ाई थाना से 1 किलामीटर दूर नयापारा में चल रहे शादी समारोह में अपहरीत प्रशांत कश्यप कुशल-मंगल बरामद हुआ। इस दौरान आरोपी प्रशांत को शादी समारोह में अकेले छोडकर भाग निकल गए थे। इससे पुलिस ने अपहरीत प्रशांत कश्यप को सकुशल परिजनों के सपूर्त करने के बाद अपहरण शामिल सभी आरोपियों 2 घंटे अंतराल गिरफ्तार कर लिया। इनमें 3 नाबालिग सहित लखेश्वर बघेल पिता रामेश्वर उम्र 19 शामिल है। इन सभी पर धौड़ाई पुलिस ने गुम इंसास 3-20 एंव अपराध क्रमंाक 14/20 धारा 363 पंजीबद्ध कर लिया है।
2घंटे में ही अपराधी गिरफ्त में : प्रार्थी संतोष कश्यप की रिपोर्ट को संज्ञान में लेते हुए धौड़ाई थाना प्रभारी ने टीम गठित कर त्वरित कार्रवाई करते हुए आसपास इलाकों में मासुम की खोजबीन शुरू करते हुए संदिग्धो से पुछताछ कर आरोपियों तक दो घंटे में ही पहुंचकर मासुम बालक को सही-सलामत परिजनों को सौंप दिया। इस पुरे घटनाक्रम में धौड़ाई थाना प्रभारी नरेश देशमुख,उनि गोल्डी भारद्वाज, प्रआ गणेश मण्डावी, आरक्षक नंद गोपाल दिवाकर, पुरुषोत्तम कुपाल, चन्द्रभान शोरी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

40 लाख फिरौती मांगने की थी मंशा

पुलिस की पुछताछ में 3 नाबालिग सहित अपहरण के मास्टरमांइड लखेश्वर बघेल ने बताया कि मासुम का अपरहण करने का मुख्य उद्देश्य 40 लाख फिरौती मांगना था। वहीं फिरौती नहीं मिलने पर मासुम को जान से मारने की भी योजना बनाई गई थी। लेकिन पुलिस की तत्परता व सुझबुझ से आरोपी अपने मसंूबों में कामयाब नहंी हो पाए। इससे अपहरणकर्ताओं के सपनों पर पानी फीर गया।

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