शाम को हुआ हादसा, देर रात तक चला रेस्क्यू
पायनियर संवाददाता-राजनांदगांव
शहर में निर्माणाधीन अस्पताल का पोर्च ढहने की घटना में 2 मजदूरों के दबने की खबर है। इस बीच मलबे से निकाली गई एक महिला मजदूर की अस्पताल में मौत हो गई। मृतिका का नाम ज्योति साहू निवासी जंगलेसर बताया जा रहा है। इसके अलावा एक अन्य मजदूर कमल सिन्हा के घायल होने की भी खबर है। वहीं मौके पर मौजूद पुलिस बल व अन्य प्रशासनिक अमला मलबे को हटान में जुटे हुए हैं।
घटना शहर के वीआईपी रोड स्थित निर्माणाधीन अस्पताल की ईमारत में हुई। बताया जाता है कि शाम लगभग 5 बजे इस ईमारत के सामने के हिस्से की छत ढह गई। इस छत के नीचे करीब 15 मजदूर काम कर रहे थे जिनमें से कुछ हादसे के दौरान ही निकलने में कामयाब रहे। खबर है कि इस बीच 2 मजदूर छत के नीचे ही दब गए। शाम 6 बजे तक इनमें से 2 मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया गया था। जिनमें से गंभीर रुप से घायल एक महिला मजदूर की मौत हो गई। बताया जा रहा है जिस हिस्से की छत ढही है उसके ढलाई 4-5 दिनों पहले ही की गई थी।
घटना के तुरंत बाद मौके पर मौजूद लोगों ने ही रेसक्यू ऑपरेशन शुरु कर दिया था। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने ही एक मजदूर को बाहर निकाला। इस बीच सीएसपी मणीशंकर चंद्रा सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा। फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस तत्काल मौके पर पहुंची। इसके साथ नगर पालिक निगम के जनप्रतिनिधि भी मौके पर आ गए। इस दौरान बड़ी संख्या में जनसमूह मौके पर मौजूद रहा। नगर पुलिस अधीक्षक मणीशंकर चंद्रा ने बताया कि, ईमारत के मलबे में दो मजदूर दबे हुए थे जिन्हें रेसक्यू ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया था। इसमें एक महिला मजदूर की अस्पताल में मौत हो गई। वहीं एक अन्य मजदूर घायल है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मर्ग जांच की जाएगी। जांच में जिम्मेदार तय करने के बाद एफआईआर की कार्रवाई की जाएगी।
ईमारत निर्माण में गड़बड़ी
बताया जा रहा है कि यहां इंदिरा नगर स्थित जय तुलसी नर्सिंग होम की नई ईमारत तैयार की जा रही है। यह अस्पताल पहले ही कई विवादों से घिरा रहा है। डॉक्टर की डिग्री से लेकर अन्य मामलों में विवादित रह चुके अस्पताल की नई ईमारत की छत ढहने से एक बार फिर निर्माण कार्य को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। देखा जा रहा है कि अस्पताल ने तय सीमा से आगे बढ़ाकर पोर्चा का निर्माण कराया था जिसकी छत ढही है। सड़क किनारे लगे बिजली के खंभे तक निर्माण कार्य कराया जा रहा था। अब यह भी जांच का विषय है।
घटना दु:खद है। प्रथम दृष्टया इस मामले में लापरवाही दिख रही है। एक महिला मजदूर की मलबे में दबकर मौत हुई है। उसके परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। वहीं घायल अन्य मजदूर को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जानी चाहिए। अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी तय किया जाना भी जरुरी है। वहीं निगम अमले के जिम्मेदार जिन्हें ईमारत के निर्माणकार्यों के निरीक्षण का जिम्मा दिया जाता है उनके खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई जरुरी है।
-मोनू बहादुर सिंह, उपाध्यक्ष जिला भाजयुमो
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