एनआरडीए सौंदरीकरण में फूंक रहा करोड़ों
पायनियर संवाददाता . रायपुर
नवा रायपुर अटल नगर को वल्र्ड क्लाास सिटी का सपना सजाए हुए छत्तीसगढवासियों को यह जानना जरुरी है कि एनआएडीए सौन्दरीकरण जैसे फिजूल के कार्यों में करोडो रुपये पानी की तरह बहा रहा है लेकिन सार्वजनिक उपयोग जिससे नया रायपुर में आवागमन आसान होना था रेलवे स्टेशन बनाने का काम दम तोडने लगा है। दो साल पहले अथारिटी ने नया रायपुर में चार रलवे स्टेशन बनाने के लिए 152 करोड रुपये का टेन्डर किया था लेकिन 2 साल बीतने के बाद भी अभी तक 10 प्रतिशत काम नहीं हो सका। अगर इसी गति से काम चलते रहा तो नया रायपुर में रेलवे का सपना दम तोड देगा। नया रायपुर में रेलवे बनने से सरकार को करोडों की आय तथा कई स्थानीय लोगों को रोजगार के साथ आवागमन की सुविधा मिलती लेकिन एनआरडीए की उदासीनता से यह प्राजेक्ट पूर्ण रुप से ठंडे बस्ते में है वहीं दूसरी ओर सौदंरीकरण के नाम पर एनआरडीए करोडों की राशि खर्च कर रहा है। नया रायपुर में जहां पर पहले से पौधों की सुरक्षा के लिए लोहे के ग्रिल लगे हुए हैं उसे उखाड के सीमेन्ट का ग्रिल लगाया जा रहा है जिसके वजह से अब एनआएडीए की कार्यप्रणाली पर सवाल खडे होने लगे हैं। अथारिटी के अधिकारियों की मानें तो प्राजेक्ट में देरी की वजह शासन से फंड न मिलना है। इसलिए रेलवे स्टेशन का काम बार-बार रुक रहा है। नया रायपुर बहुत बडा भू-भाग है प्रदेश के जादातर सरकारी कार्यलय नया रायपुर में शिप्ट कर दिये गए हैं। राजभवन से लेकर मुख्यमंत्री निवास विधायक विश्राम गृह के साथ अन्य निर्माण तेजी से किए जा रहे हैं। सरकारी अधिकारी राज्य सरकार के द्वारा प्रदान किए गए वाहन में सरकारी खर्च में असानी से प्रतिदिन आना जाना कर लेते हैं लेकिन आम जनता के लिए नया रायपुर जाना टेढी खीर से कम नहीं रलवे की सुविधा होने से आम जन को आवागमन में आसानी होती बहरहार एनआरडीए रेलवे स्टेशन को लेकर उदासीन है। जिसके वजह से 18 माह के प्राजेट में 24 माह बीत जाने के बाद भी 10 प्रतिशत तक का काम नहीं हो सका है।
पायनियर टीम के पड़ताल में पता चला कि सरकार बदलने के बाद नवा रायपुर अथारिटी में तीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी बदले जा चुके हैं। लेकिन एनआएडीए के जादातर प्रोजेक्ट अभी भी अधूरे पड़े हुए हैं। कई कम्पनियों का करोड़ो का भुगतान लंबित हैं। कुछ ने तो अधूरे काम बंद करने का अथारिटी को नोटिस तक दे दिया है।
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