फर्म के पास अनुभव है या नहीं इसकी जानकारी अधीक्षक को भी नहीं
पायनियर संवाददाता-राजनांदगांव
मेडिकल कॉलेज संबंद्ध जिला अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले मेसर्स रामा गैसेस का टेंडर अंतत: निरस्त करते हुए एल-2 फर्म मेसर्स अनिल ट्रेडिंग फर्म, लखोली को अधिकृत तो कर दिया है लेकिन ऐसा करने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन एक दूसरे पेंच में फंस गया है। दूसरी फर्म को टेंडर जारी करने के बाद भी प्रबंधन को यह जानकारी तक नहीं है कि फर्म के पास पूर्व में ऑक्सीजन सप्लाई का अनुभव है या नहीं। खुद अधीक्षक यह जानकारी नहीं दे पा रहे हैं।
तथ्य हैं कि मेसर्स अनिल ट्रेडिंग फर्म के ऑक्सीजन सप्लाई का अनुभव ही नहीं है। जबकि यहां उसे 5 सौ बिस्तर वाले अस्पताल में ऑक्सीजन रिफलिंग का काम सौंप दिया गया है। लगभग दो माह पूर्व हुए टेंडर में मेसर्स अनिल ट्रेडिंग को निविदा में भी शामिल होने दिया गया था जिसमें मेसर्स रामा गैसेस को यह टेंडर मिला था। उस दौरान भी क्रय समिति ने इतने बड़े टेंडर के लिए मेसर्स अनिल ट्रेडिंग फर्म के पास अनुभव न होने के बड़ी खामी को नजऱ अंदाज किया था।
दो-दो ऑक्सीजन कांड के बाद अस्पताल प्रबंधन ने अब जाकर मेसर्स रामा गैसेस से करार रद्द किया है। 15 नवंबर को कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से खैरागढ़ निवासी कोरोना मरीज की मौत और फिर 1 दिसंबर की रात सह-अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर में लिकेज मामले के बाद अब जाकर यह कार्रवाई की गई है। हालांकि क्रय समिति ने काफी पहले ही बैठक कर मेसर्स रामा गैसेस से करार रद्द किए जाने का फैसला कर लिया था। इस बीच विकल्प के तौर पर एल-2 यानि की टेंडर में दूसरे क्रमांक पर रही फर्म से सप्लाई को लेकर सहमति मांगी गई थी।
बहरहाल, जानकारी के अनुसार मेसर्स अनिल ट्रेडिंग कंपनी को 6 आवश्?यक शर्तों साथ उसकी ही दर पर टेंडर दिया गया है। इसमें 24 घंटे और सातों दिन सप्लाई बनाए रखने की शर्त सहित किसी भी प्रकार की लापरवाही न किए जाने की शर्त भी शामिल है। उधर, जानकारी मिल रही है कि मेसर्स रामा गैसेस के संचालक ने ही नियमों को देखते हुए मेसर्स अनिल ट्रेडिंग फर्म के नाम से दूसरा टेंडर भरा था जिसे अब ऑक्सीजन सप्लाई की जिम्मेदारी मिली है।
अधीक्षक को पता नहीं कितनी अनुभवी है फर्म!
एल-2 मेसर्स अनिल ट्रेडिंग फर्म को ऑक्सीजन सप्लाई का ठेका तो दे दिया गया लेकिन इसकी सेवाओं को लेकर कई आशंकाएं हैं। मेसर्स रामा गैसेस की सप्?लाई के दौरान हुए हादसों के बाद भी प्रबंधन सबक लेता नजऱ नहीं आ रहा है। दरअसल, मेसर्स अनिल ट्रेडिंग के पास ऑक्सीजन सप्लाई का अनुभव न होने की बात सामने आ रही है। इस संबंध में प्रबंधन खुद भी कुछ नहीं कह पा रहा है। स्वयं संयुक्त संचालक व अधीक्षक प्रदीप बेक इस मामले में सिर्फ इतना कह पा रहे हैं कि और कोई विकल्प ही नहीं था। उन्होंने कहा कि, मुझे नहीं मालूम फर्म के पास कितना अनुभव है या नहीं।
डेढ़ माह में फिर बुलाया जाएगा टेंडर
फर्म के गैर-अनुभवी होने के मामले को लेकर संयुक्त संचालक व अधीक्षक प्रदीप बेक ने जानकारी होने की बात से इंकार करते हुए कहा कि, फर्म ने टेंडर होने के दौरान ही निविदा डाली थी तो मापदंड तो पूरे किए ही होंगे। लेकिन वे अपनी इस बात की भी पुष्टि नहीं करते। दूसरी ओर उन्होंने कहा कि डेढ़-दो माह के भीतर प्रबंधन ऑक्सीजन सप्लाई के लिए नया टेंडर बुलाया जाएगा। तब तक के लिए ये वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
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