July 1, 2025

भारतीय किसान यूनियन ने किया 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान

नई दिल्ली। दिल्ली से सटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ता ने किसानों को बॉर्डर से हटाने की मांग की है। वहीं, 3 केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर पंजाब-हरियाणा समेत कई राज्यों के किसानों का धरना-प्रदर्शन 8वें दिन में प्रवेश कर गया है। टीकरी के साथ सिंघु, गाजियाबाद और नोएडा बॉर्डर पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच शुक्रवार दोपहर में सिंघ बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को अपना समर्थन देने के लिए महाराष्ट्र के किसान भी पहुंचे हैं। फरीदाबाद में किसान सीकरी से आगे बढ़ रहे हैं। ये सभी झाड़ सेतली के पास स्कूल‌ में रात रूकेंगे। कल करेंगे दिल्ली के‌ लिए कूच करेंगे।

वहीं, दिल्ली कूच करने जा रहे मध्य प्रदेश के किसानों ने शुक्रवार सुबह से एनएच 19 पर डेरा डाल दिया है, क्योंकि पलवल पुलिस ने केएमपी एक्सप्रेस से पहले किसानों को रोक लिया है। ट्रैेक्टर-ट्रॉली पर सवार सैकड़ों किसान हाइवे पर जमा हैं। वहीं, वाटर कैनन के साथ बैरिकेडिंगग कर पुलिस भी मौके पर मौजूद है। बृहस्पतिवार शाम से ही एनएच -19 पर किसान ठहरे हुए हैं। इस बीच सिंघु बॉर्डर से करीब एक किलोमीटर पहले पुलिस ने भारी संख्या में बैरिकेड लगा दिए हैं। ट्रकों में भर-भरकर बैरिकेड लाए जा रहे हैं। अभी दोनों ओर एक लाइन से ही यातायात का आवागमन हो रहा है। दिल्ली-फरीदाबाद बदरपुर बॉर्डर पर दिल्ली की तरफ से पुलिस ने बैरिकेडिंग और कंटीले तार भी लगाए हैं। पलवल की तरफ से सैकड़ों किसानों के आने की सूचना पर पुलिस हाई अलर्ट पर है।

वहीं, दिल्ली-हरियाणा और यूपी के तकरीबन दर्जन भर बॉर्डर सील हैं, जिससे लोगों को आवाजाही में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को 8वें दिन लगातार दिल्ली-एनसीआर के वाहन चालकों को दिक्कत पेश आ रही है। दिल्ली-एनसीआर में आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग हैं, लेकिन यहां पर लगने वाला जाम लोगों को समस्या भी बढ़ा रहा है। इस बीच सिंघु बॉर्डर पर जमा किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार ने हमारा पक्ष सुनने में 7 महीने लगा दिए।

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