June 16, 2025

धौरपुर-बरियों जर्जर मार्ग पर फंसा ट्रक, घंटों लगा रहा जाम

पायनियर संवाददाता .बिलासपुर
सरगुजा जिले के प्रमुख बायपास धौरपुर-बरियों को जोडऩे वाले मुख्य मार्ग की हालत खस्ता हो गई है। खस्ता हालत के कारण यहां आए दिन जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। शनिवार को खाद लोड ट्रक कोतरी नाले के समीप फंस जाने के कारण घंटों जाम की स्थिति बनी रही।
प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में ओवरलोड वाहनों के आवागमन से मार्ग पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढों के हो जाने से धौरपुर से बरियों की दूरी महज 16 किलोमीटर है परंतु इस दूरी को तय करने में एक घंटे का समय लगता है। वहीं जगह जगह सड़क के साइड सोल्डर के कटाव के कारण दोपहिया एवं छोटे चार पहिया वाहन चालकों को बड़े वाहनों को साइड देने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है आए दिन दो पहिया वाहन चालक इस जर्जर एवं गड्ढों से भरे मार्ग पर आवागमन करते दुर्घटनाओं के शिकार होते हैं।
यही नहीं भारी और ओवरलोड वाहनों के सामने आने पर दोपहिया एवं चार पहिया वाहन चालक साइड नहीं दे पाते। भारी वाहन ओवरलोड होने की वजह से सड़क से वाहन को उतार छोटे वाहनों को साइड देना मुनासिब नहीं समझते। वहीं छोटे दो पहिया चार पहिया वाहनों को हिचकोले खाते हुए मंजिल तक पहुंचना पड़ता है। इसी मार्ग से धौरपुर ग्राम के सैकड़ों ग्रामवासियों एवं अंबिकापुर में कार्यरत कर्मचारियों साथ ही अंबिकापुर निवासरत धौरपुर में कार्यरत शासकीय कर्मचारियों प्रतिदिन आवागमन होता है। रोज आवागमन करने वाले ग्रामवासी एवं कर्मचारी जान हथेली पर लिए इस जर्जर गड्ढों से भरे खस्ताहाल मार्ग पर आवागमन करने के लिए बाध्य हैं। इस बीच शनिवार को सहकारी समिति धौरपुर में किसानों को रबी फसल हेतु खाद वितरण के लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम अंबिकापुर से ट्रक में डीएपी खाद लोड कर धौरपुर सहकारी समिति में पहुंचाने आ रहा था जो धौरपुर से केवल तीन किलोमीटर दूर स्थित कोतरी नाला पुल की चढ़ाई पर भारी वाहनों के आवागमन के कारण हुए बड़े गड्ढे में ट्रक का पिछला पहिया जा धसा।
खाद लोड ट्रक के फंस जाने से बरियों-धौरपुर मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति निर्मित हो गई। छोटे बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई। तकरीबन चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों की सहायता से जेसीबी से खाद लोड ट्रक को बाहर निकाला गया। तब जाकर धौरपुर बरियों मुख्य मार्ग पर आवागमन बहाल हो सका।
संसदीय सचिव के निर्देश के बाद भी सुधार नहीं- कुछ माह पूर्व खस्ताहाल 16 किलोमीटर सड़क की मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को धौरपुर थाने में बुलाकर संसदीय सचिव लोक निर्माण विभाग चिंतामणि महाराज ने निर्देश दिए थे। उनके निर्देश के बाद मिटटी मुरम से गड्ढों को पाटने की शुरुआत की गई थी। इसके बाद अधिकारी भूल गए। लगातार जनप्रतिनिधि भी इस सड़क को ठीक करने की मांग कर रहे हैं पर सड़क की स्थिति नहीं सुधर रही।
कई बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी है- अंबिकापुर -रामानुजगंज राष्ट्र्रीय राजमार्ग से लगे बरियों धौरपुर मार्ग की हालत इतनी खस्ता है कि यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। कई लोगों की जानें जा चुकी हैं। इसी मार्ग पर सरगुजा जिले का सर्वाधिक क्रशर प्लांट है जहां हर रोज लाखों की गिट्टीयां परिवहन की जा रही हैं।पर इसके सुधार की दिशा में पहल न किए जाने से समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।

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