July 1, 2025

कालडा कॉस्मेटिक सर्जरी सेंटर में कॉस्मेटिक सर्जरी अब नवीनतम मशीनों से

डॉ सुनील कालड़ा ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर दाएं हाथ की कलाई जोड़ी गई और हाथ बचा लिया

पायनियर संवाददाता-रायपुर

पचपेढ़ी नाका, धमतरी रोड़ स्थित कालड़ा मल्टी स्पेशालिटी हॉस्पीटल के संचालक व अंचल के प्रसिध्द कॉस्मेटिक व रिकन्स्कट्रक्टीव सर्जन डॉ. सुनील कालड़ा को शहीद वीर नारायण सिंह सम्मानए चिकित्सकीय कार्य के क्षेत्र का सबसे उच्चतम सम्मान डॉ बी सी रॉय अवार्ड, आदिवासी क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य हेतु इमरजिंग छत्तीसगढ़ अवार्डए गोल्डन बुक आफ वल्र्ड रिकॉर्ड से नवाजा गया है। चांपा निवासी दयाल (बदला हुआ नाम) को नई जिंदगी दी है। विगत 30 वर्षों से डॉ सुनील कालड़ा द्वारा दो भागों में कटे हुए अंगों को चमत्कारी रूप से जोडऩे का करिश्मा करते आ रहे है। उक्त जानकारी देते हुए डा सुनील कालड़ा ने बताया कि चांपा निवासी दयाल का दाया हाथ कलाई से इंडस्ट्रीयल एरिया में काम के दौरान कट गया था। जिसे कंपनी द्वारा सही समय पर कालड़ा मल्टी स्पेशालिटी हॉस्पीटल पचपेढ़ी नाका, रायपुर में इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। डॉ सुनील कालड़ा द्वारा सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया,दाये हाथ की कलाई जोड़ी गई और हाथ बचा लिया गया। निश्चित ही किसी व्यक्ति को विकलांगता से बचाना बहुत मुश्किल काम होता है। हमारी टीम द्वारा डॉ एस दासगुप्ता, डॉ ओ पी सुन्दरानी, एवं ओटी स्टाफ नर्सिंग स्टाफ एवं रेजिडेंट डॉक्टर की मेहनत का सफ ल परिणाम है।
उन्होंने आगे बताया कि अभी तक 2500 से भी ज्यादा मरीजों के कटे अंगों को जोड़ चुके है तथा पूर्व में अखबार में प्रकाशित समाचार से भी कुछ मरीज आ चुके है, डॉ कालड़ा ने बताया कि इस तरह के ऑपरेशन माइक्रोस्कोप में देखकर करना पड़ता है और मरीज को सघन निगरानी की जरूरत होती है क्योंकि इसमें एक.एक सूक्ष्म नसों को आपस में जोडऩा पड़ता है, यदि दुर्घटना में कोई अंग कट जाए तो उसको सुरक्षित रखने के लिए पालीथीन में बर्फ रखकर डॉक्टर के पास भेजा जा सकता है उन्होंने बताया कि बहुत ज्यादा चोट क्रश या जगह.जगह कटे अंगों को जोडऩा संभव नहीं है,उन्होंने अंत में यह बताया कि इस प्रकार के ऑपरेशन स्पेशल सेंटर में ही होते है हम विगत 30 वर्षो से छत्तीसगढ़ में अपना सफ ल योगदान दे रहें है।
डॉ सुनील कालड़ा द्वारा बताया गया की कॉस्मेटिक ईलाज से सम्बंधित विभिन्न प्रकार की अत्याधुनिक मशीने है और ये भी बताया गया की कालडा हॉस्पिटल में कॉस्मेटिक सर्जरी से सम्बंधित पूर्ण रूप से विकसित एक विभाग है इन मशीनों के अंतर्गत ईलाज लिपोसक्शन, हेयर रिमूवल, मोल रिमूवल, हेयर ट्रांसप्लांट, फेस सर्जरी, लिप करेक्शन, रहिनोप्लास्टी, वेडिनोप्लास्टी,लेजर फेसिअल ट्रीटमेंट, झुर्रियां झाइयां बिना ऑपरेशन के फेस लिफ्ट, व बिना ऑपरेशन के चर्बी को कम करना। केलोइड,ब्रैस्ट सर्जरी डिम्पल एवं फेयरनेस आदि इलाज किये जाते है।
डॉ सुनील कालड़ा ने आगे बताया कि हमारे द्वारा 55 ट्रांसजेंडर मरीजों का भी ऑपरेशन किया गया है। इसी बीच मेट्रोसिटी से ट्रांसजेंडर मरीज आये हुए हैं जिनकी लिंग परिवर्तन सर्जरी की गई हैं, हमारी टीम द्वारा ट्रांसजेंडर मरीजों की साइक्लोलॉजी काउंसिलिंग कानूनी प्रक्रिया पूर्ण की जाती है एवं जरूरत पडऩे पर लिंग परिवर्तन की सर्जरी की जाती है। वीना सेन्द्रे इण्डियास ट्रांस्क्विन एक ट्रांसजेंडर है जिसकी डॉ सुनील कालड़ा द्वारा एसआरएस सर्जरी की गयी जो माडलिंग की दुनिया का जाना माना नाम है। उन्होंने आगे बताया कि ट्रांसजेंडर ऑपरेशन में मेरी फ ीस नहीं ली जाती है। ट्रांसजेंडर जो भटक गये है, जो गलत संगत में पड़कर अपना भविष्य खत्म कर रहे हैं ऐसे ट्रांसजेंडर को ऑपरेशन करके उन्हें मुख्य धारा से जोडऩे का प्रयास कई वर्षों से कालड़ा हॉस्पीटल द्वारा किया जा रहा है । अभी तक डॉ सुनील कालड़ा ने लगभग 1,50,000 से अधिक ऑपरेशन कर चुके है, 50000 से ज्यादा फ ्री सर्जरी, 2500 से अधिक वैस्कुलर सर्जरी एवं रि इम्प्लांटटेसन, 50 से ज्यादा ट्रांसजेंडर सर्जरी की गई है।

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