June 16, 2025

सत्तापक्ष को फुर्सत नहीं, पूरा विपक्ष पहुंचा केन्द्री

छत्तीसगढ़ का आदमी सीधा-साधा होता है गाय पर भी डंडा नहीं चलाना जानता, किसी की भी हत्या कैसे कर सकता है : डॉ. रमन

रायपुर @pioneer.in
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू, सांसद सुनील सोनी, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू समेत अन्य भाजपा कार्यकर्ता गुरुवार को केंद्री ग्राम पहुंचे। इस दौरान डॉ. रमन ने कहा कि देश में ऐसी घटनाएं कम होती है। छत्तीसगढ़ का आदमी सीधा साधा होता है। गाय पर डंडा नहीं चलाता किसी की हत्या कैसे कर सकता है? इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं है। घर में बैठने आज तक कोई मंत्री नहीं आया। किसी कांग्रेसी नेता ने संवेदना व्यक्त नहीं की। परिजनों के आंसू पोछने कोई मंत्री आ जाता तो क्या बिगड़ जाता, संवेदना तो ही देना था। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि किसी तरह का मानसिक विकार उसमें नहीं था। न तो शराब की आदत थी और न ही कोई दूसरा नशा करता था। जो सुसाइड नोट मिला है उसे पुलिस ने परिजनों को दूर से दिखाया था। परिजन इसे लेकर संशय कर रहे है। न्यायिक जांच होगी तो सारे तथ्य सामने आएंगे। इसके पहले इसी विधानसभा क्षेत्र में दो और किसानों ने आत्महत्या की है। सरकार किसानों के नाम पर सिर्फ ढिंढोरा पीट रही है। रोजगार लोगों के पास नहीं है, बेरोजगारी की समस्या से भी लोग जूझ रहे है। लोग पलायन कर रहे हैं। ऐसी घटनाएं प्रदेश के लिए कलंक है। सरकार को ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।

केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाने का साहस दिखाएं, मौतों पर राजनीति न करें रमन सिंह : मोहन मरकाम

भाजपा नेता रमनसिंह द्वारा केन्द्री में पूरे परिवार की मौत को राज्य की अर्थव्यवस्था से जोड़े जाने की कांग्रेस ने कड़ी निंदा की है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मुद्दाविहीन भाजपा और रमन सिंह एक परिवार की हृदय विदारक मौत पर घृणित राजनीति कर रहे है। सारा देश जनता है कोरोना संकट के बावजूद छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर स्थिति में है। छत्तीसगढ़ का ग्रोथ रेट बढ़ा है, राज्य में बेरोजगारी दर में कमी आई है, जीएसटी कलेक्शन बढ़ा है। इसके विपरीत देश की अर्थव्यवस्था जरूर कमजोर हुई है। देश की जीडीपी माईनस 23 के नीचे पहुंच गयी। बेरोजगारी दर भयावह हो गयी है। नौकरियां जा रही, उद्योग धंधे तबाह हो रहे। यदि रमन सिंह को खराब आर्थिक स्थिति पर किसी को कोसना ही है तो वह केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाने का साहस दिखाए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि रमन सिंह केन्द्री के मृत परिवार के घर जाकर स्तरहीन राजनीति करने के बजाय आत्म अवलोकन करें। उनके कार्यकाल में छत्तीसगढ़ के 15,000 से अधिक किसानों ने आत्महत्या कर लिया था तब वे किसी एक किसान के घर भी संवेदना व्यक्त करने क्यो नही गए थे? उनकी संवेदना क्या सत्ता रहने और जाने से जुड़ी हुई है। रमन सिंह के शासन काल में राज्य में 17 महिलाओं की मौत नशबंदी शिविर में हो गयी, रमन सिंह मुख्यमंत्री रहते उन माताओ के बच्चों के पास भी संवेदना व्यक्त करने नहीं गए थे। राज्य में जब बालोद, कवर्धा, बागबाहरा नेत्र कांड में सौ से अधिक बुजुर्गों की आंखों की रोशनी चली गयी, दर्जनों की जान गई, राजधानी रायपुर में चंद रुपयों के लिए महिलाओं के गर्भाशय निकाल लिए गए थे तब भी रमन सिंह किसी के घर संवेदना व्यक्त करने जाने का साहस नही दिखा पाए थे। सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी से लोग मरते रहे, रमन संवेदनशून्य बने रहे आज वे एक परिवार की दु:खद मौत पर राजनीतिक रोटी सेंकने की निंदनीय कोशिश कर रहे है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि सत्ता हाथ से निकलने के बाद खाली बैठे रमन सिंह की वास्तव में संवेदना जागृत हुई है तो उन्हें उनके कार्यकाल में आत्महत्या किए 15000 किसानों, गर्भाशय कांड की पीडि़त महिलाओं, नसबंदी कांड में मृत महिलाओं के परिजनों के घरों पर जाकर उन सभी से माफी मांगे।
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