July 1, 2025

समाज की आस्था केंद्र जयस्तंभ पर रेशम विभाग का अवैध कब्जा

पायनियर संवाददाता  जैजैपुर
गुरु घासीदास की आस्था पर कुठाराघात कर रहा है प्रसासन ,शिकायतकर्ता की मृत्यु के पश्चात भी प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा जय स्तंभ पर हुए रेशम विभाग की अतिक्रमण का निराकरण नहीं किया गया है। पूरा मामला जांजगीर-चांपा जिले के जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बरदुली के आश्रित ग्राम तुमीडीह की है जहां लगभग 15 वर्ष पुराने जयस्तंभ (जैतखाम) को रेशम विभाग द्वारा घेराबंदी कर अपने अंदर समाहित कर लिया गया है ।जिसकी वजह से उसकी पूजा अर्चना पूर्णता प्रतिबंधित हो चुकी है एवं लोगों को दीपक, अगरबत्ती आदि जला कर पूजा अर्चना करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे लोगों की आस्था पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है, जिस पर इस गंभीर समस्या के समाधान प्राप्त करने हेतु प्रार्थी भैया राम टंडन द्वारा इस मामले के समाधान हेतु जिला कलेक्टर को प्रतिवेदन दिया गया था साथ ही साथ दिनांक 17/2/2019 को संबंधित मामले पर हसौद तहसीलदार को भी प्रतिवेदन देकर संबंधित मामले पर अवगत कराया गया था, उक्त मामले का शिकायतकर्ता भैया राम टंडन आज इस दुनिया में नहीं है उनकी मृत्यु हो चुकी हैं। इस प्रकार शिकायत के 1 वर्ष बीत जाने के पश्चात भी प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा आज तक मामले पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है।जय स्तंभ रेशम विभाग के द्वारा लगाए गए घेरे के अंदर में समाहित है जिससे उसके समीपस्थ लगी हुई कहुआ कि पेड़ों से जय स्तंभ का पूरा क्षेत्र घिरा हुआ है, जिसकी वजह से उक्त स्थान पर पूजा अर्चना एवं बाबा गुरु घासीदास जी की पंथी कार्यक्रम पर बाधा उत्पन्न हो रही है, जिसके समाधान हेतु प्रार्थी के द्वारा जय स्तंभ से लगा हुआ 20 डिसमिल जमीन को खाली कराने हेतु प्रशासन को प्रतिवेदन दिया गया है ,परंतु इस गंभीर विषय पर प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है, 18 दिसंबर अत्यंत नजदीक आ चुका है जिस समय बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती मनाकर जनता के द्वारा अपनी आस्था को प्रकट की जाती है, परंतु उक्त क्षेत्र को रेशम विभाग द्वारा कोषा उत्पादन उद्योग के उद्देश्य से लिए जाने पर 6 हेक्टेयर के एरिया पर कोसा बाड़ी का निर्माण किया गया है । जिसमें इस जगह पर स्थित जयस्तंभ को भी अपने अंदर समाहित कर लिया गया है जिससे आने वाले 18 दिसंबर बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती समारोह पूर्णता प्रतिबंधित हो चुकी हैं, एवं संबंधित मामले पर प्रशासन को अवगत कराने के 1 वर्ष पश्चात भी प्रशासन के द्वारा इस विषय को नजरअंदाज किया जा रहा है। संबंधित मामले पर ज्ञात हो कि रेशम विभाग द्वारा उक्त ग्राम पर लगाए गए कोसा बाड़ी की निगरानी हेतु चौकीदार ईश्वर प्रसाद सोनवानी को नियुक्त किया है जिसके द्वारा कोसा बाड़ी की देखरेख व निगरानी की जाती है जब जनता द्वारा जय स्तंभ की पूजा अर्चना करने हेतु कोसा बाड़ी में लगे गेट के अंदर से जय स्तंभ के पास प्रवेश किया जाता है तो उक्त चौकीदार के द्वारा प्रवेश करने हेतु मना किया जाता है, जब लोगों के द्वारा इसका विरोध किया जाता है एवं मना करने की वजह पूछी जाती है तो चौकीदार के द्वारा ऊपर से आदेश नहीं है अंदर प्रवेश करने की कह कर लोगों को जय स्तंभ के समीपस्थ जाने से रोका जाता है इस प्रकार से जय स्तंभ की पूजा अर्चना पूर्णत: प्रतिबंधित हो चुकी है जोकि अत्यंत चिंता का विषय है अब देखना यह है कि आने वाले 18 दिसंबर बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती कार्यक्रम यहां के जनता के द्वारा मनाई जाएगी या प्रशासन के द्वारा इस विषय पर लगातार लापरवाही बरती जाएगी।

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