सक्ति-छ.ग. प्रदेश राइस मिलर एसो. का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष कैलाश रुंगटा एवं महासचिव प्रमोद अग्रवाल के नेतृत्व में डॉ. रमन सिंह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री छ. ग. से रायपुर में सौजन्य भेंट एवं चर्चा की. चर्चा में छ.ग. राज्य से 26.00 लाख मीट्रिक टन उसना चावल का सेंट्रल पुल हेतु उपार्जन किए जाने का निवेदन रमन सिंह जी के समक्ष रखा प्रतिनिधिमंडल ने डॉक्टर साहब को प्रदेश की राइस मिलों की वर्तमान स्थिति एवं आगामी वर्ष में प्रदेश की राइस मिलो की होने वाली बुरी स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी, छ.ग. राज्य में होने वाले आर्थिक एवं राष्ट्रीय नुकसान का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया . प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि प्रदेश में उत्पादित होने वाले धान का 60% मात्रा उसना मीलिंग प्रकृति का होता है जिसमें ब्रोकन 55%से65% तक होने से 67% चावल प्राप्त नहीं किया जा सकता. अतः प्रदेश में 61. 65 लाख मैट्रिक टन अरवा चावल का उपार्जन असंभव है.प्रदेश में कुल 40.00 लाख मेट्रिक टन धान अरवा प्रकृति का होता है .छत्तीसगढ़ राज्य में 500 उसना मिले हैं इनमें चार हजार करोड़ का आर्थिक निवेश है,उसना की मिलीग नहीं होने की दशा में उसना मिले आर्थिक संकट ने आ जाएंगी. इसी तरह 105 लाख मैट्रिक टन धान की अरवा मिलिंग यदि जबरदस्ती करवाई जाएगी तो प्रदेश की सभी अरवा मिले भी दिवालिया होने की स्थिति में आ जाएंगी. भा. खा. नि. छ.ग. के पास भी गोदाम एवं कर्मचारियों की अत्यंत कमी है. छ.ग. से चावल को अन्य राज्यों में भेजने के लिए रेलवे रैक भी बहुत सीमित मात्रा में ही मिल पाती है ,चावल का तीव्र गति से मूवमेंट नहीं होने के कारण भी भा.खा. नि. छ.ग. में 37.65 लाख टन अरवा चावल को 2 साल में ही ले पाएगा. पूरे धान का अरवा मिलिंग समय पर नहीं होने से लाखों टन धान भंडारण केंद्रों में ही खराब हो जाएगा जिससे हजारों करोड़ का आर्थिक एवं राष्ट्रीय नुकसान होगा.इन परिस्थितियों से बचने के लिए मिलर, कर्मचारी, श्रमिकों को बेरोजगारी से और चावल उद्योग को बैंक डिफॉल्ट से बचाने के लिए प्रदेश में 26 लाख मैट्रिक टन उसना चावल का उपार्जन अति आवश्यक है .कृपया माननीय महोदय अपने प्रभाव का उपयोग कर केंद्र सरकार से 26.00 लाख मैट्रिक टन उसना चावल उपार्जन का कोटा निर्धारित करवाने की कृपा करें । इस संबंध में मान. डॉ रमन सिंह जी ने प्रतिनिधिमंडल से विस्तृत चर्चा की, पूरी बातों को गंभीरता से सुना एवं इस संबंध में मान. केंद्रीय खाद्य मंत्री, एवम् भारत सरकार के उच्च अधिकारियों से चर्चा कर समस्या के समाधान में आवश्यक पहल करने का आश्वासन दिया है । इसके अतिरिक्त अपने दिल्ली प्रवास में इस विषय पर चर्चा करने एवम् प्रदेश एसो. के प्रतिनिधि मंडल की बैठक भी केंद्रीय मंत्री एवं संबंधित अधिकारियों से आयोजित करवाने का आश्वासन दिया है . आज के सौजन्य भेंट एवं चर्चा में कैलाश रूंगटा, प्रमोद अग्रवाल, मुरारी भूतड़ा,कांतिलाल बोथरा, विनीत जैन, मोहन अग्रवाल, रोशन चंद्राकर , योगेश चंद्राकर, दिलीप अग्रवाल, परमानंद जैन उपस्थित रहे।
More Stories
एस्सेल माइनिंग की दो कोयला खदानों को निष्पादित करने में भारत में इस वर्ष कोयले की कमी हो जाएगी
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2023
युवाओं को दरकिनार करना लोकसभा चुनाव में भी पड़ सकता कांग्रेस पर भारी – अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)