डीएमएफ को हो रहा लाखों-करोड़ का नुकसान, ठेकेदार मनमानी पर उतारु
कंस्ट्रक्शन कंपनी और कुछ स्थानीय लोगों में सांठगांठ
पायनियर संवाददाता-राजनांदगांव
एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) द्वारा बन रही सड़कों में ठेकेदार न सिर्फ रॉयल्टी चोरी कर रहे हैं बल्कि इनकी गुणवत्ता को लेकर मॉनिटरिंग न होना भी एक बड़ा मामला है। ठेलकाडीह – भरदाखुर्द – मुड़पार होकर चिखली दुर्ग जिले की सीमा तक लगभग 25 किमी सड़क के निर्माण जमकर धांधली की शिकायतें हैं। सीधे तौर पर इससे डीएमएफ को नुकसान पहुंच रहा है। प्रशासन ने इस मामले में जांच समिति तो बनाई लेकिन यह भी अब तक आगे नहीं बढ़ पाई है। नतीजतन इस मसले को लेकर ठेकेदार बेपरवाह है और एडीबी भी अपनी जिम्मेदारियों से दूर नजऱ आ रहा है।
सड़क चौड़ीकरण मजबूतीकरण योजना के तहत बनाई जा रही सड़क में अवैध खनन की मुरुम को लेकर ठेकेदार और निर्माण एजेंसी (एडीबी) पर करोड़ों के अवैध मुरुम डालने का आरोप क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा लगाया जा रहा है। घुमका क्षेत्र में पूर्व में बनाई गई तमाम सड़कों से लेकर वर्तमान में चल रहे सड़कों के निर्माण में शुरू से करोड़ों रुपये के मुरुम के अवैध खनन को लेकर आवाज़ें उठाई गई। इसे मिल रही शिकायतों को लेकर खनिज विभाग ने जांच शुरु की लेकिन इस पर आगे की कार्रवाई अब तक अटकी हुई है।
सांठगांठ कर लगाया चुना
शिकायत है कि भरदाखुर्द से चिखली – दुर्ग तक बन रही सड़क में गिधवा, मुड़पार, भरदाखुर्द और घुमका से भी मुरुम की खुदाई की जा रही है। दूसरी ओर नाहर कंस्ट्रक्शन के कर्मियों ने पंचायत जनप्रतिनिधियों को झांसा देकर प्रस्ताव पत्र यह वादा कर हासिल किया कि पंचायत को एक तय रॉयल्टी चुकाई जाएगी, पर ऐसा हो नहीं रहा है। गिधवा पंचायत को कंपनी की ओर से कुछ भी नहीं मिल रहा है। वहीं इस मामले में गिधवा पंचायत के प्रतिनिधि भी लपेटे में आ सकते हैं। इसका कारण है कि पंचायत को खनिज का उत्खनन करने देने की अनुमति देने का अधिकार नहीं है। कुलमिलाकर कुछ स्थानीय लोगों से सांठगांठ की आड़ में नाहर कंस्ट्रक्शन लाखों का चुना शासन को लगा रहा है। पूर्व में इसी कम्पनी द्वारा कलडबरी – बरबसपुर – पटेवा सड़क निर्माण में भी मुरुम उत्खनन को लेकर जांच जरूरी बताया जा रहा है।
कैसे नहीं दिख रहा परिवहन!
खनिज विभाग का प्रभार देख रहे अपर कलेक्टर राहुल रजक कहते हैं कि अवैध मुरुम उत्खनन के इस मामले में जांच चल रही है। उन्होंने पहले भी इस मामले में जांच की बात कही थी। सवाल है कि आखिर जांच का नतीजा अब तक क्यूं नहीं निकल सका! दूसरी ओर अधिकारी कह रहे हैं कि वे लगातार अवैध उत्खनन – परिवहन पर कार्रवाई कर रहे हैं। परिवहन या उत्खनन करते हुए गाडिय़ां मिलने पर चालानी – जब्ती कार्रवाई चल रही है। दूसरी ओर एडीबी की सड़क निर्माण में लगी गाडिय़ा अवैध उत्खनन – परिवहन में धड़ल्ले से लगी हुई है। बावजूद इसके विभाग के हाथ इन तक नहीं पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि डोंगरगढ़ ब्लॉक के मक्का टोला, रामाटोला से लेकर भीतरी मार्गों में एडीबी की तरफ से सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें राजनांदगांव के ही ठेकेदार को काम दिया गया है। लेकिन ठेकेदार पर मनमानी करने का आरोप लगाया जा रहा है।
- अवैध उत्खनन – परिवहन के मामलों में कार्रवाई जारी है। एडीबी द्वार निर्माण करवाए जा रहे सड़कों में अवैध मुरुम उत्खनन की शिकायतें मिली है और जांच चल रही है। मैं इस मामले को दिखवाता हूं।
-राहुल रजक, प्रभारी जिला खनिज अधिकारी
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