July 1, 2025

पखवाड़े भर में हो सकती है कांग्रेस कार्यकारिणी की घोषणा, जातिय समीकरण साधने की कोशिश

पंकज बांधव, तरुण सिन्हा, गोवर्धन देशमुख महासचिव के दावेदार

पायनियर संवाददाता-राजनांदगांव

लगभग छह माह से अटकी जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी की घोषणा आने वाले 10-12 दिनों में हो सकती है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से आए निर्देशन पत्र के अनुसार जिले में 31 लोगों की कार्यकारिणी की जानी है। पूर्व अध्यक्ष के कार्यकाल में 11 महासचिव बनाए गए थे। संभावना है कि मौजूदा अध्यक्ष पदम कोठारी भी इतने ही महासचिवों के साथ अपनी टीम तैयार करेंगे। इसके अलावा पूर्व अध्यक्ष की टीम का हिस्सा रहे कांग्रेस पदाधिकारियों को भी इस कार्यकारिणी में मौका मिल सकता है। 31 पदों के अतिरिक्त असंतुष्टों की शिकायतों से बचने के लिए संयुक्त सचिव व अन्य पदों पर नियुक्तियां भी हो सकती है।
अध्यक्ष पदम कोठारी ने पायनियर से बातचीत में बताया कि यहां से सूची प्रदेश कांग्रेस कमेटी को काफी पहले भेजी जा चुकी है। कार्यकारिणी की घोषणा राजीव भवन से ही होनी है। संभव है कि 10-12 दिनों के भीतर ही कार्यकारिणी की घोषणा हो जाए। घोषणा से पहले ग्रामीण क्षेत्र से महासचिव के दावेदारों के नाम सामने आए हैं। इन नामों को देखकर यह समझ आता है कि 6 महिने के दौरान अध्यक्ष पदम कोठारी ने कार्यकारिणी में जिले के हर वर्ग और कद्दावर नामों का संतुष्ट करने की कोशिश की है। जातिय सामंजस्य के हिसाब से भी महासचिव पदों पर नियुक्ति की संभावना है।

महासचिव के लिए गोवर्धन देशमुख का नाम शामिल

महासचिव पद के दावेदारों में टेड़ेसरा के गोवर्धन देशमुख का नाम शामिल है। इससे पहले भी यह महासचिव रह चुके हैं और इन्हें दोबारा महासिचव बनाए जाने की संभावना है। वहीं जिला पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोती साहू का नाम भी इस सूची में तय माना जा रहा है। वे डोंगरगढ़ क्षेत्र के ग्राम शिवपुरी से आते हैं। डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम सिरसारी निवासी रजभान लोधी का नाम भी इसमें शामिल बताया जा रहा है। वहीं ग्राम पनेका से आने वाले पंकज बांधव का नाम भी महासचिव के तौर पर तय माना जा रहा है। छुरिया क्षेत्र से कांग्रेस नेता तरुण सिन्हा को भी महासचिव की जिम्मेदारी दिया जाना संभावित है। वे पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान खुज्जी से विधानसभा चुनाव लडऩे के भी दावेदार थे। देखा जाए तो इन नामों में जातिय समीकरण को देखते हुए सामंजस्य बनाने की कोशिश साफ नजऱ आती है। ओबीसी, अनुसूचित जाति व अन्य वर्ग के भी कुछ नाम हैं जो महासचिव नियुक्त किए जा सकते हैं। मौजूदा अंबागढ़ चौकी ब्लॉक अध्यक्ष रसीद खान का भी नाम सामने आता है जिन्हें संयुक्त महामंत्री के रुप में जिला कार्यकारिणी में लाए जाने की संभावना है।

ब्लॉक अध्यक्षों को भी मिलेगी जिम्मेदारी

खबर है कि मौजूदा ब्लॉक अध्यक्षों को दोबारा शायद ही यह जिम्मेदारी मिल सके। लगभग सभी ब्लॉकों में अध्यक्षों की नियुक्ति स्थानीय विधायकों की अनुशंसा पर ही किए जाने की खबर है। गौरतलब है कि पूर्व अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर कुछ विधायकों को शिकायत थी। मौजूदा अध्यक्ष पदम कोठारी इस विवाद से बचने की कोशिशों में लगे हैं। लेकिन दूसरी ओर ऐसे अध्यक्षों को संभालने की कोशिशें भी जारी हैं। बताया जा रहा है कि मौजूदा ब्लॉक अध्यक्षों को कार्यकारिणी में संयुक्त सचिव या अन्य पदों पर नियुक्त किया जा सकता है। इस तरह उन्हें जिला कार्यकारिणी का हिस्सा बनाकर गिलेशिकवे कम करने की पहल किए जाने की खबर है।

वाईस चेयरमेन होंगे कमलेश्वर

वरिष्ठ नेताओं को भी कार्यकारिणी का हिस्सा बनाया जाना जरुरी है। संगठन के भीतर उठापटक से बचने के चलते ही अध्यक्ष को सूची तैयार करने में काफी लंबा वक्त लग गया। बताया जा रहा है कि वाईस चेयरमेन के तौर पर कमलेश्वर वर्मा और गंडई के महेश दास रात्रे को कार्यकारिणी का हिस्सा बनाया जा सकता है। इसके अलावा संभावना है कि प्रवक्ता वहीं होंगे जो पहले से इस जिम्मेदारी का निर्वहन करते आ रहे हैं।

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