July 1, 2025

लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू की जरूरत नहीं : टीएस सिंहदेव

पायनियर संवाददाता-रायपुर

छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बड़ा बयान दिया है। स्वास्थ्य मंत्री की माने तो प्रदेश में फिलहाल लॉडकडाउन और नाइट कफ्र्यू की जरुरत नहीं है। प्रदेश में कोरोना की स्थिति कंट्रोल में है। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा है कि जहां ज्यादा कोरोना मरीज मिल रहे हैं उसे कंटेनमेंट जोन बनाया जा सकता है। कलेक्टर इसका निर्णय लेंगे। सिंहदेव के मुताबिक मैनपाट में इस तरह की स्थिति बन रही हैं। गौरतलब है कि सीएम भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों की बैठक में शामिल हुए। बैठक में विभिन्न प्रदेशों में कोरोना संक्रमण से रोकथाम और बचाव के उपायों की समीक्षा की गई और निकट भविष्य में आने वाले वैक्सिन लगाने के लिए तैयारियों और कार्य योजना पर विचार-विमर्श किया गया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बैठक में बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में हैं। प्रतिदिन 23 हजार टेस्टिंग की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पहले कोरोना का संक्रमण नही था। बाद में कुछ बड़ा है। यहां मितानिनों ने कोरोना संक्रमण रोकथाम में अच्छा कार्य किया है। अस्पतालों में आक्सीजन की सुविधा वाले बेड और आईसीयू बेड की संख्या में वृद्धि की गई है। सभी मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर की सुविधा है। टेस्टिंग के लिए चार नये लैब स्थापित किए गए हैं। माह अक्टूबर के बाद कोरोना के नये केसो में गिरावट हुई है। कोरोना के केसो में 50 प्रतिशत की कमी आई है। टेस्टिंग में कोई कमी नही की गई है। उन्होंने बताया कि माह जुलाई में प्रदेश में पाजिटीव केस 4 प्रतिशत थे, अगस्त में 8 प्रतिशत, सितम्बर में 15 प्रतिशत, अक्टूबर में 10.5 प्रतिशत, नवम्बर में 7 प्रतिशत मिले हैं। माह अक्टूबर-नवम्बर में मृत्युदर एक प्रतिशत रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरूआत में छत्तीसगढ़ के कोरोना के केस बहुत कम थे, लेकिन अन्य राज्यों से आने वालों के कारण संक्रमण बढ़ा। उन्होंने कहा कि अब तक 3 लाख टेस्ट हुए हैं। मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन प्लॉट लगाए जाएंगे।

राज्य में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की तैयाारियां शुरू

राज्य में कोविड 19 टीकाकरण की तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं। राज्य में स्वास्थ्य कर्मियों का 97.95 प्रतिशत डाटा एकत्र कर लिया गया है। टीकाकरण के लिए 27931 स्थलों और 8192 वैक्सीनेटर चिन्हांकित किए जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीन के सुरक्षित संधारण हेतु राज्य में 630 कोल्ड चेन पांइट कार्य कर रहे हैं और 80 नए कोल्ड चेन पाइंट बनाए जा रहे हैं। वैक्सीन के सुरक्षित संधारण के लिए 85000 लीटर की अतिरिक्त क्षमता है। वैक्सीनेटर की संख्या बढ़ाने के लिए पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है और निजी स्वास्थ्य संस्थाओं के वैैैक्सीनेटर को भी चिन्हांकित कर प्रशिक्षित किया जाएगा। टीकाकरण से संबधित सिंरिंज और अन्य सामग्री के संधारण के लिए राज्य, क्षेत्रीय और जिला स्तर पर ड्राई स्टोर चिन्हांकित किए गए हैं।
टीकाकरण की संपूर्ण निगरानी एवं समन्वय के लिए राज्य स्तरीय स्टीयरिंग समिति बनाई जा चुकी है। राज्य स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक भी हो चुकी है। विभिन्न जिलों में टास्क फोर्स समिति की बैठकें भी हो रही हैं।

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