July 1, 2025

राजनीतिक उथल पुथल : सभी कायासों को दरकिनार कर वेदराम मनहरे अपने 10 समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल

बड़ी संख्या में और भी समर्थकों का बीजेपी में जाने की संभावना

खरोरा@thethinkmedia.com

कांग्रेस नेता वेद राम मनहरे 10 और कांग्रेसी नेताओं के साथ बीजेपी में शामिल हुए जिसमें सरपंच संघ अध्यक्ष मिथलेश साहू ग्राम पचरी के दो बार के सरपंच अभिषेक वर्मा जैसे कई बड़े नाम शामिल है। वेदराम मनहरे जिला जनपद पंचायत के दो बार के अध्यक्ष दो बार के उपाध्यक्ष रह चुके हैं साथ ही उनकी पहचान सतनामी समाज के एक बड़े नेता के रूप में भी है खरोरा आरंग तिल्दा क्षेत्र में उनका नाम राजनीतिक क्षेत्र में काफी बड़ा और जाना पहचाना है लोगों की समस्याओं को सुनना और और उनका सहयोग करने के साथ ही राजनीतिक के साथ साथ धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने और सहयोग करने के कारण उनके क्षेत्र में एक अलग ही पहचान है अब उनके बीजेपी मैं शामिल होने से आने वाले चुनाव में आरंग खरोरा क्षेत्र में बीजेपी को फायदा पहुंचने की उम्मीदें बढ़ गई है। वेदराम मनहरे को काफी लोगों का राजनीतिक गुरु भी माना जाता है साथ ही उनके ही समर्थन से कई लोगों का राजनीतिक जीवन भी शुरू हुआ है इसलिए अब यहां यह भी कयास लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में वेदराम मनहरे समर्थकों का काफी संख्या में बीजेपी प्रवेश हो सकता है।
कांग्रेसी नेता और तिल्दा जनपद पंचायत के दो बार अध्यक्ष रहे वेदराम मनहरे आखिरकार शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए. छत्तीसगढ़ प्रभारी एवं सांसद डी.पुरंदेश्वरी ने अपने दिल्ली स्थित निवास में शनिवार को सुबह भाजपा का पट्टा पहनाकर उनका पार्टी में प्रवेश कराया। मनहरे के साथ 11 समर्थक भी भाजपा में शामिल हुए, जिनमें 6 जनपद सदस्य, 3 सरपंच और 2 अन्य शामिल हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय के नेतृत्व में सभी का भाजपा में प्रवेश कराया गया। बताते हैं कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के समक्ष भाजपा में शामिल होने का कार्यक्रम था. लेकिन शुक्रवार को नड्डा की तबीयत खराब होने के कारण उनका दिनभर का पूरा कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. इसके बाद शनिवार को सुबह्र भाजपा की छत्तीसगढ़ प्रभारी सांसद डी.पुरंदेश्वरी ने मनहरे सहित सभी 12 नेताओं को भाजपा में प्रवेश कराया।
कांग्रेस में नहीं मिला सम्मान : भाजपा में प्रवेश के बाद मनहरे ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब वे नई ऊर्जा के साथ खरोरा और आरंग क्षेत्र में भाजपा के लिए काम करेंगे. कांग्रेस को छोडऩे के फैसले पर कहा कि राजनीति और समाज में जिस प्रकार उनका ओहदा है, कांग्रेस ने उतना सम्मान नहीं दिया. इसी उपेक्षा के कारण उन्होंने कांग्रेस से अलग हो जाना बेहतर समझा।

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