July 1, 2025

मुख्यमंत्री निवास में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की, श्री कृष्ण और राधा की वेशभूषा में कोपलवाणी मूकबधिर विद्यालय के बच्चे शामिल हुए कार्यक्रम में

रायपुर@thethinkmedia.com

मुख्यमंत्री निवास में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंत्रोच्चार के बीच विधि-विधान से भगवान कृष्ण जी की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राजधानी रायपुर के कोपलवाणी विद्यालय के मूक-बधिर बच्चे श्री कृष्ण और राधा की वेशभूषा में शामिल हुए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य वनौषधि पादप बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री छविन्द्र कर्मा, संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य सहित अनेक अधिकारी-कर्मचारीगण भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने बच्चों को तिलक लगाकर मिठाई खिलाया। कोपलवाणी विद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. प्रीति उपाध्याय ने बताया कि इस कार्यक्रम में कक्षा 1 से लेकर स्नातक स्तर के बच्चे शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय में सभी बच्चों को नृत्य, पेंटिंग और ड्रॉइंग की विधाओं में भी प्रशिक्षित किया जाता है। इससे पूर्व विद्यालय के बच्चों के द्वारा मुख्यमंत्री जी को अपने हाथों से निर्मित उनकी पेंटिंग भी उपहार स्वरूप भेंट किया जा चुका है।

कोतवाली थाने की जेल में जन्म हुआ श्री कृष्ण का, वृंदावन से इस्कॉन मंदिर ने मंगाई विशेष पोशाक

प्रदेश में आज जन्माष्टमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर राजधानी रायपुर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। रायपुर के कोतवाली थाने की जेल में भगवान श्री कृष्ण जन्म लिया। रायपुर के पुरानी बस्ती स्थित गोपाल मंदिर में भगवान का स्वर्ण श्रृंगार किया गया। सिंधु पैलेस में जन्माष्टमी स्पेशल फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन का आयोजन किया गया है।वहीं समता कॉलोनी के राधा कृष्ण मंदिर में कोलकाता से आए कारीगरों ने विशेष सजावट की है। इस्कॉन मंदिर में राधा कृष्ण के लिए वृंदावन से विशेष पोशाक मंगाई गई जिसे धारण कर भगवान श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे।
रायपुर के इस्कॉन मंदिर के पुजारी जनार्दन दास बताते हैं कि उत्साह तो पहले की तरह ही है, लेकिन इस बार बड़े आयोजन नहीं किए जा रहे हैं। हर साल की तरह इस बार भी जन्माष्टमी मनाया गया, वहीं इस बार मटकी फोड़ आयोजन नहीं होगा। धार्मिक स्थलों के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई। मंदिर परिसर में बिना लक्षण वाले व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई है। कोरोना संक्रमण के बीच त्योहारों पर जिला प्रशासन ने पाबंदियां लगा दी है, जिसका मंदिर परिसर में पालन भी किया जा रहा है। इस बार मंदिर में दर्शनार्थियों को ज्यादा संख्या में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. इसके अलावा यदि कोई दर्शनार्थी भगवान के दर्शन के इच्छुक है तो वह फेसबुक और यूट्यूब के माध्यम से भी भगवान के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर परिसर में बिना लक्षण वाले व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग व कोरोना गाइडलाइन का पालन अनिवार्य किया गया है। मंदिर परिसर में एक साथ आगंतुकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंदिर के बाहर जूतें चप्पल उतारने की भी व्यवस्था नहीं होगी. मंदिरों में सभाएं या मंडली कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगी. भक्तों को इस बार प्रसाद का वितरण नहीं होगा।
शुष्क दिवस घोषित
कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर शुष्क दिवस घोषित किया गया है। पूरे प्रदेश भर में सभी देशी-विदेशी मदिरा की दुकानें रेस्टोरेंट-बार होटल-बार आदि बंद है। मांसाहार की दुकानें भी है। आदेश के मुताबिक शराब के किसी भी दुकान में मदिरा परोसने की अनुमति नहीं है. प्रदेश के सभी जिला कार्यालयों संभागीय एवं राज्य स्तरीय उडऩदस्ता दल को मदिरा के अवैध परिवहन तथा विक्रय के रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।

7 दरवाजों वाला कारावास बनाया, दूध से हुआ अभिषेक

रोहिणी नक्षत्र के संयोग में आधी रात को ठीक 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम श्रीकृष्ण मंदिरों में मची रही। मंदिर में कारावास के सात दरवाजों की झांकी बनाई गई है। इसे फूलों से सजाया जाएगा। रात्रि में संगीत के माध्यम से बिजली के कड़कने और जन्म के बाद कान्हा के रोने की आवाज गूंजी। महिला मंडली द्वारा भजन-कीर्तन के दौरान सादगी से नृत्य की प्रस्तुति दी। अनेक मंदिरों में 251 लीटर दूध से श्रीकृष्ण के बाल रूप वाली प्रतिमा का अभिषेक किया। आधी रात को केवल 45 मिनट तक अष्टमी होने से 12.44 बजे तक महाआरती संपन्न की। सोमवार सुबह नौ बजे से दुग्धाभिषेक की तैयारियां शुरू हो गईं थीं। जवाहर नगर स्थित राधा कृष्ण मंदिर में कान्हा की प्रतिमा का 251 लीटर दूध से अभिषेक किया गया। इसी तरह समता कॉलोनी के मंदिर में भी 251 लीटर दूध से अभिषेक किया गया। राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी पंडित लल्लू महाराज ने बताया कि प्रमुख पुजारी पंडित मलैया महाराज के सान्निध्य में जुगलजोड़ी सरकार का दुग्धाभिषेक किया गया। इसके बाद श्रृंगार करके महाआरती की गई।

नहीं निकलेगी ग्वाल-बालों की टोली

प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार दही-हांडी फोडऩे पर प्रतिबंध होने से ग्वाल बालों की टोली मटकी फोडऩे नहीं निकलेगी। हर साल जन्माष्टमी के दिन से मटकी फोडऩे का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो दो-तीन दिनों तक चलता है। इस बार युवाओं को मटकी फोडऩे का मौका नहीं मिलेगा।

चांदी का झूला

पुरानी बस्ती स्थित जैतूसाव मठ में कान्हा को विराजित करने के लिए चांदी का झूला सजाया गया है। अभिषेक के पश्चात श्रृंगार करके कान्हा की प्रतिमा को झूले पर विराजित किया जाएगा।

कारावास की झांकी

जवाहर नगर स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर के मुख्य पुजारी पं. मलैया महाराज और पं. लल्लू महाराज ने बताया कि सुबह नौ बजे श्री जुगल-जोड़ी सरकार जु का (251) लीटर दूध से अभिषेक किया जाएगा। मंदिर में कारावास के सात दरवाजों को गुलाब फूल से सजाया जाएगा। सुसज्जित हिंडोला में कान्हा की प्रतिमा को झूला झुला सकेंगे।

वासुदेव कान्हा को लेकर पहुंचेंगे

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व समिति के संयोजक माधवलाल यादव ने बताया कि सिटी कोतवाली, थाना में आधी रात को श्रीकृष्ण जन्मेंगे। वासुदेव अपने सिर पर कान्हा को उठाकर सदरबाजार के गोपाल मंदिर पहुंचेंगे।

फेसबुक पर लाइव

टाटीबंध स्थित श्री राधा रास बिहारी, इस्कॉन मंदिर के राजेंद्र पारख एवं दिलीप केडिया ने बताया कि रात्रि 11 बजे महाभिषेक एवं छप्पन भोग 12 बजे लगाया गया। जन्मोत्सव का फेसबुक पर ऑनलाइन प्रसारण किया गया। कोरोना नियमों के चलते मंदिर में पूजन सामग्री लाने पर पाबंदी है। हर साल तीन दिवसीय आयोजन में गीत, नृत्य की धूम मचती है। इस साल एक ही दिन में सभी धार्मिक आयोजन संपन्न होंगे।

समता कॉलोनी राधाकृष्ण मंदिर

समता कॉलोनी स्थित राधा-कृष्ण मंदिर समिति के अध्यक्ष घनश्याम पोद्दार व प्रचार प्रभारी सत्येंद्र अग्रवाल ने बताया कि पूरे सावन माह में झूले का मनमोहक श्रृंगार किया गया। जन्माष्टमी पर सुबह नौ बजे 51 लीटर दूध से अभिषेक हुआ। दोपहर 12 से झांकी एवं श्रृंगार दर्शन किया गया।

खाटू श्याम मंदिर

समता कालोनी के खाटू श्याम मंदिर में चांदी के सिंहासन पर विराजे श्याम बाबा का सफेद फूलों से श्रृंगार किया गया। रात्रि में भजन और महाआरती हुई।

शदाणी दरबार में नृत्य

शदाणी दरबार में संत युधिष्ठिरलाल के सानिध्य में जन्माष्टमी उत्सव पर भजन-कीर्तन एवं युवतियों द्वारा भक्तिमय गीत-संगीत की प्रस्तुति दी ।

जैतूसाव मठ में मालपुआ का भोग

पुरानी बस्ती स्थित जैतूसाव मठ में जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को मालपुआ का भोग लगाया जाएगा। मंदिर समिति के सचिव महेंद्र अग्रवाल एवं ट्रस्टी अजय तिवारी ने बताया कि हर साल लगभग 11 क्विंटल आटे और घी, तेल से मालपुआ बनाया गया है। इस साल कोरोना महामारी के चलते मंदिर में बैठाकर मालपुआ का प्रसाद नहीं खिलाया जाएगा। पैकेट में ही वितरित किया जाएगा। दो दिन से मालपुआ बनाने का काम जारी है। हजारों की संख्या में मालपुआ बनकर तैयार हो चुका है। मालपुआ का प्रसाद लेने के लिए दूर-दूर से भक्तगण पहुंचे।

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