छुरिया@thethinkmedia.com
नगर पंचायत के इंजीनियर राजेश मिश्रा व ठेकेदार पर मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं। वार्ड क्र.14-15 डोंगरगांव रोड से खुंटा-छुरिया-चिचोला रोड तक लगभग 85 लाख का सीसी सड़क गुणवत्ताहीन निर्माण को लेकर उपाध्यक्ष सलमान खान व पार्षद रमेश कश्यप, भूषण नेताम, द्रोपदी उइके, सीमा सिन्हा, राधे ठाकुर, भारती रजक, विधायक प्रतिनिधि सोनू खान लामबंद हो गए हैं।
इससे पहले नगर पंचायत उपाध्यक्ष सलमान खान व पार्षद रमेश कश्यप की इंजीनियर राजेश मिश्रा से घटिया सीसी सड़क निर्माण को लेकर फ़ोन में जम कर बहस हुई। नगर पंचायत उपाध्यक्ष सलमान खान ने बताया कि दो भागों में सड़क सीसी निर्माण के लिए लगभग 85 लाख रुपये नगर पंचायत को प्राप्त हुआ है। जिसमे ठेकेदार व इंजीनियर की मिलीभगत से घटिया निर्माण हो रहा है। स्टीमेट को दरगिनार कर इंजीनियर अपने हिसाब से ठेकेदार से मिलकर गुणवत्ताहीन निर्माण कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इसे लेकर इंजीनियर से बात की गई तो इंजीनियर ने सीधे मुँह बात नहीं की। इंजीनियर को निर्माण स्थल पर कभी खड़े हुए नहीं देखा गया। वहीं उपाध्यक्ष सलमान खान ने यह भी आरोप लगाया कि स्टीमेट के अनुसार सड़क निर्माण में एक फिट का गड्ढा किया जाना था जोकि बिना गड्डा किये कार्य किया जा रहा था। जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि इंजीनियर ऊँचे आवाज में बात कर सच्चाई को दबाने की कोशिश करते हैं।
पार्षद रमेश कश्यप ने बताया कि इंजीनियर राजेश मिश्रा से निर्माण कार्य को लेकर बात किया तो बहस करने उतावले हो गए। पार्षद भूषण ठाकुर ने बताया कि सीसी सड़क निर्माण में बहुत ही अनियमितता बरती जा रही है। स्टीमेट के आधार पर कोई भी काम नही हो रहा है। इंजीनियर का कहना है कि सीसी सड़क निर्माण में कोई गड़बड़ी नही है। तकनीकी पढ़ाई मैंने भी की है। स्टीमेट के आधार पर निर्माण कार्य हो रहा है। विदित हो कि 5 अगस्त को नगर पंचायत का उपाध्यक्ष सलमान खान व पार्षद ने कार्य स्थल का निरीक्षण करने गए थे। काम में गड़बड़ी पाये जाने पर नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी सिन्हा को अवगत कराया गया। अध्यक्ष ने कार्य स्थल पहुंच कर मौका मुआयना कर काम को तत्काल बंद करा दिया। उन्होंने कहा कि घटिया निर्माण कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब तक इंजीनियर नहीं आएगा और इसका जवाब नहीं देगा तब तक काम बंद रहेगा। बताया जाता है कि नगर पंचायत में इंजीनियर का इतना दबदबा है कि सीएमओ भी नतमस्तक हो जाते है। इंजीनियर पर अब तक कई आरोप लग चुके हैं। तब भी यहाँ के जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए है। उक्त इंजीनियर द्वारा अभी हाल ही में वार्ड क्र 02 में नाली निर्माण में नाली की दिशा मोड़ कर ले आउट कर दिया गया था। लॉक डाउन के दौरान कई दुकानदारो से विवाद भी हो चुका है। पूर्व में वार्ड क्रं 11 का नाली निर्माण के दौरान साइज पत्थर में हेराफेरी का आरोप भी लग चुका है। हाल ही में एक किसान के साथ फेंसिंग तार के खंभा को हटाने के संबंध में जमकर विवाद हुआ था। बहरहाल नपं के जनप्रतिनिधियों ने इंजीनियर पर गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण कराने का आरोप लगाया है। वहीं इंजीनियर सीसी सड़क निर्माण में किसी तरह की गड़बड़ी न होने और स्टीमेट के आधार पर ही कार्य होने का दावा कर रहे हैं।
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