August 11, 2025

भारोत्तोलक मीराबाई ने जीता रजत, भारत का टोक्यो में पहला पदक

टोक्यो @cgpioneer.in
पूर्व विश्व चैंपियन भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में शनिवार को रजत पदक जीतकर भारत को टोक्यो ओलम्पिक का पहला पदक दिला दिया। भारत ने इन खेलों के इतिहास में पहली बार पहले दिन कोई पदक जीता। 26 वर्षीय मीराबाई ने कुल 202 किग्रा (87+115) वजन उठाया और ओलंपिक्स में रजत जीतने वाली पहली भारतीय महिला भारोत्तोलक बन गयी। चानू को यह सफलता कर्णम मल्लेश्वरी के 2000 के सिडनी ओलंपिक्स में 69 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतने के 20 साल बाद आयी है मल्लेश्वरी ओलम्पिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं।
इस कामयाबी के साथ चानू ने 2016 के पिछले रियो ओलंपिक्स की बुरी यादों को पीछे छोड़ दिया जब वह क्लीन एन्ड जर्क में अपने तीनों प्रयासों में नाकाम रही थीं। इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक चीन की होऊ झिहुई ने कुल 210 किग्रा (94+116) वजन उठाकर जीता जबकि इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांतिका ने 194 किग्रा (84+110) वजन उठाकर जीता। टोक्यो इंटरनेशनल फोरम में हुए इन मुकाबलों में चानू ने स्नैच में अपने पहले प्रयास में 84 किग्रा भार उठाया। बाद में चानू ने 87 किग्रा वजन उठाकर खुद को लाभदायक स्थिति में पहुंचा दिया। लेकिन झिहुई ने अपने पहले प्रयास में 88 किग्रा वजन उठाकर और फिर अपने तीसरे प्रयास में 94 किग्रा वजन उठाकर नया ओलम्पिक रिकॉर्ड बना दिया। क्लीन एन्ड जर्क राउंड में चानू ने 110 किग्रा वजन उठाया और दूसरे प्रयास में 115 किग्रा वजन उठाकर इसमें सुधार कर दिया। चानू ने अपने तीसरे प्रयास में 117 किग्रा वजन उठाने का प्रयास किया लेकिन विफल रहीं। मगर उनका 115 किग्रा का प्रयास उन्हें रजत पदक दिलाने के लिए काफी था। चानू के रजत जीतते ही भारतीय खेमा ख़ुशी से उछल पड़ा। वाकई यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी जिसका पूरे देश को बरसों से इन्तजार था। चानू की यह सफलता आगामी दिनों में और भारतीय खिलाडिय़ों को पदक जीतने के लिए प्रेरित करेगी।

Spread the love