सक्ति-सामान्य परिवार में पली बढ़ी पिता प्रभु सिंह राठौर एसईसीएल में कार्यालय अधीक्षक और माँ मधु राठौर गृहिणी का भी सपना था कि अपने बच्चों को डॉक्टर बनाने का, उस सपने को बखूबी बच्चों ने साकार किया। बेटी पायल सिंह राठौर बचपन से ही पढ़ाई में तेज थीं, बारहवीं की परीक्षा अच्छे अंको से उत्तीर्ण होने के पश्चात नीट परीक्षा उत्तीर्ण कर एमबीबीएस के लिए चयन 2015 में हुआ। चाइना से एमबीबीएस पास कर भारत मे एमसीआई परीक्षा प्रथम प्रयास में ही उत्तीर्ण कर 2020 में पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर से इन्टरशिप क्लियर कर डॉक्टर की उपाधि प्राप्त की। इसी बीच उनकी नौकरी 100 बेड कोरबा मे लगा। पर उन्होंने हार न मानते हुए पीजी की तैयारी में प्रथम प्रयास में एनेस्थिसिया प्राप्त की और एलकेमिस्ट सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल पंचकूला हरियाणा के लिये चयन हुआ। बेटा आशीष सिंह राठौर एमबीबीएस पास कर एमसीआई की पढ़ाई में अध्ययनरत है, इस सफलता में नाना विष्णु हरि राठौर नानी अम्बिका देवी, मामा मनोज राठौर, मामा विनोद राठौर-मामी प्रीति राठौर और परिवार के सभी लोगों में हर्ष ब्याप्त हैं|
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