रायगढ़
रायगढ़ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के मार्गदर्शन में वार्ड क्रमांक 46 उर्दना में वार्ड पार्षद रमेश भगत, वार्डवासी एवं थाना कोतवाली के उप निरीक्षक और आरक्षक की उपस्थिति में जनचौपाल लगाया गया जिसमे ऑनलाइन ठगी, साइबर क्राइम आदि अपराधों के सम्बंध में बताते हुए जागरूकता लाने प्रयास किया गया।
वर्तमान में अपराध की श्रेणी और संख्या दिनोदिन बढ़ती जा रही है,अपराधी चोरी डकैती के साथ सीधे साधे लोगो को अपराध के कई हथकंडे अपनाते हुए ठगी कर रहे है। जैसे मोबाइल से पैसे ट्रांसफर करना,ए टी एम पासवर्ड और कार्ड नम्बर लेकर ऑनलाइन ठगी,साइबर क्राइम से छोटे छोटे बच्चों को अपना शिकार बनाना,सोना चांदी साफ करने के बहाने घर से जेवर ले जाना, महिलाओं से चौन स्नेचिंग करना,महिलाओं पर अत्याचार करना आदि। इन अपराधों से आये दिन लोग ठगे जा रहे है और क्राइम का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, इन महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा द्वारा शहर के वार्डो में जनचौपाल के माध्यम से लोगो को सतर्क सावधान और जागरूक करने का प्रयास कर रहे है,उसी क्रम में शुक्रवार को वार्ड क्रमांक 46 उर्दना क्षेत्र में एस पी के मार्गदर्शन में थाना कोतवाली से उप निरीक्षक नंदलाल पैंकरा,प्रधान आरक्षक संजय तिवारी, आरक्षक राकेश नायक,प्रकाश तिवारी शामिल हुए, वही वार्ड पार्षद रमेश भगत के नेतृत्व में वार्डवासियों को एकत्रित किया गया और जनचौपाल में चर्चा की गई।
वार्डवासियों ने भी अपने अंदर की जिज्ञासा को पुलिस टीम के समक्ष रखा और धन्यवाद ज्ञापित किया। वार्ड पार्षद रमेश भगत ने भी जनचौपाल में अपनी बाते रखी और कहा कि जब क्षेत्र में कोई दुर्घटना हो जाये तो 112 वाहन आने में देर ना हो ऐसा प्रयास किया जाए,वही पुलिस पेट्रोलिंग गाड़ी की गश्ती सेवा भी प्रदान की जाए क्योंकि उर्दना से लगे केलो नदी पुल पर रात्रि के वक्त असामाजिक तत्वो का डेरा रहता है वहां शराब पीकर कांच की बोतल तोड़कर नदी तथा सड़क पर डाल दिया जाता है जिससे सड़क और नदी में लोग जख्मी हो रहे हैं।
स्थानीय निवासियों के द्वारा मना करने पर वे बाइकर्स सायलेंसर निकाल कर ग्रुप में आकर गंदी गालियाँ देते हुए मारपीट भी करते है, वही ट्रेक्टर ट्राली एवं भारी वाहनो को उर्दना डिपा पारा के पास लगे नो एंट्री का समय बचाने के लिये मुख्य बस्ती के अंदर से ले जाया जाता है जहां से रास्ता उर्दना पुलिस लाइन के पास निकलता है चूंकि यहां किसी की ड्यूटी नही होती है, इसलिये गाड़ी का रेला बस्ती में लगा रहता है और कई बार निवासी दुर्घटना के शिकार हो गए है, एक विकराल समस्या बच्चों और पालक पर हमेशा बनी रहती है उस क्षेत्र में हाईस्कूल, मिडिल स्कूल, बालक प्राथमिक शाला स्थित है माता पिता पैदल और अपने साधन से बच्चों को स्कूल छोडऩे जाते है और खतरा देकर उनके रूह कांप जाते है यहां की स्थिति में कसावट और सुधार की जरूरत है।
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