नारियल खुश हुआ…!
भाटापारा@thethinkmedia.com
कोरोना की धीमी होती रफ्तार के बाद गणेश पूजा और नवरात्रि की मांग के लिए तैयार हो चुका नारियल बाजार खुश है। स्थिर बाजार में तेजी की संभावना लेकर चल रहा यह बाजार, इसलिए भी प्रसन्न है क्योंकि अब जो मांग निकलेगी, वह दीपावली तक बनी रहेगी।
पर्व और त्यौहारों की दस्तक के बाद अब पूजा सामग्रियों में गर्मी का आना चालू हो चुका है। सबसे ज्यादा खरीदी जाने वाली सामग्रियों में नारियल का बाजार, डेढ़ बरस बाद उत्साह में है और खुश भी है क्योंकि लंबी अवधि के इंतजार के बाद रौनक और मांग, दोनों की पहुंच बनने लगी है। उत्पादक क्षेत्र केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश ने ऑर्डर की सप्लाई लाइन को दुरुस्त रखने के पूरे इंतजाम कर लिए हैं।
स्थिर है बाजार
18 महीने बाद ,गणेश पूजा को लेकर जैसी रियायत दी गई है, उससे नारियल बाजार खुश है। भले ही गाइडलाइन का पालन किया जाना, अब भी प्रभावी है लेकिन कारोबार को इस रियायत से अच्छी मांग का भरोसा है। यही वजह है कि उत्पादक क्षेत्र और बाजार ने कीमत को बराबर नियंत्रण में रखा हुआ है। इस समय सूखा नारियल की 126 नग की बोरी 2200 रुपए और कच्चा नारियल 50 नग की बोरी 700 रुपए में स्थिर है। चिल्हर बाजार में उपलब्धता, दोनों में अ_ारह- अ_ारह रुपए प्रति नग पर हो रही है।
मुस्कुरा रहा इलायची दाना
अरसे बाद, निकली मांग से इलायची दाना मुस्कुराता दिखाई देता है। मुस्कुराने की वजह है भी वाजिब। अच्छे दिन की आस में सहेज कर रख दिए गए इलायची दाना को, आसान उपलब्धता के लिए तो जाना ही जाता है साथ ही प्रसाद के रूप में स्वीकार्यता ने भी इलायची दाना को प्रतिस्थापित की हुई है। गणेश पूजा और नवरात्रि की उठती हल्की मांग के बीच यह लगभग 40 रुपए किलो की कीमत पर पूजा पंडालों और मंदिरों में पहुंचेगा। घरेलू ईकाइयों में इसे बनाया जाना चालू हो चुका है।
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