July 1, 2025

शहर की संकरी सड़कों पर अमृत मिशन का जख्म उस पर चोरी की बिजली इस्तेमाल कर रही ठेका कंपनी

अमृत मिशन योजना के काम में लापरवाही की कई शिकायतें, कार्य की धीमी गति बढ़ाने में भी कोई दिलचस्पी नहीं दिख रही

राजनांदगांव@thethinkmedia.com

करीब 230 करोड़ की लागत की अमृत मिशन योजना शहर को जख्म दे रहा है। बगैर सही प्लान के हो रही खुदाई और कार्य की धीमी गति से शहर परेशान है। वहीं अब इस योजना के तहत पाईप लाईन बिछाने के कार्य के दौरान बिजली की चोरी के आरोप लग रहे हैं। इस योजना के ठेकेदार की मनमानियों को लेकर कई शिकायतें हैं। समय-समय पर इस योजना के कार्य की समीक्षा तो की जाती है लेकिन सामने आ रही दिक्कतों को दूर करने और जल्द से जल्द काम पूरा करने जैसे विषयों पर कुछ हो नहीं पा रहा है।
इस बीच शहर में कई जगहों पर सीधे खंभे से बिजली कनेक्शन लेकर मशीनों का उपयोग करते देखा जा रहा है। ठेका कंपनी के कर्मचारी सीधे तौर पर बिजली चोरी करते नजऱ आ रहे हैं। ऐसे ही कई कनेक्शन के चलते कई बार बिजली की आपूर्ति में अवरोध उत्पन्न होता है। खुलेआम चल रहे इस सिलसिले पर बिजली कंपनी भी गंभीर नहीं है। यहां पर सवाल निगम द्वारा की जा रही मॉनिटरिंग को लेकर भी उठते हैं। क्या अधिकारी इस काम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
दिनदहाड़े चुरा रहे बिजली : सोमवार को जैन मंदिर के पास पाईप लाईन बिछाने के दौरान ऐसा ही दृश्य सामने आया। यहां ठेकेदार के कर्मचारी पाईप लाईन बिछाने हेतु सड़क उखाड़ रहे थे। इसके लिए मशीनों का उपयोग किया जा रहा था जिसके लिए वे सीधे खंभे से कनेक्शन लेकर बिजली चोरी कर रहे थे। ऐसी शिकायत पहले भी आ चुकी है। अनियमितताओं से अटे पड़े इस कार्य में खामियों और अन्य मामलों को लेकर किसी तरह की कार्रवाई न किया जाने के चलते ये मामले थम नहीं रहे हैं।

कब पूरा होगा काम

यह योजना वर्ष 2017 में शुरु हुई थी। एक बड़ी लागत के साथ कई जगहों पर नई पानी टंकियां तैयार की गई हैं। लेकिन पाईप लाईन बिछाने का सिलसिला अब भी जारी है। शहर का एक बड़ा हिस्सा ड्राई है। यहां पानी की टैंकरों के माध्यम से पानी पहुंचाया जाता है। गर्मी में हालात और भी बदतर हो जाते हैं। इस समस्या से निजात के लिए यह योजना काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन अब भी यह जानकारी हासिल नहीं होती की यह योजना आखिर पूरी कब होगी। हालांकि निगम के कुछ अधिकारियों का कहना है कि इस साल के अंत तक अमृत मिशन योजना का काम पूरा हो जाने की पूरी उम्मीद है। गौरतलब है कि इस योजना के शुरुआत के साथ इस काम को पूरा करने की मियादा वर्ष 2020 के मध्य की तय की गई थी। देखा जाए तो जून 2020 तक यह कार्य पूरा कर लिया जाना था। लेकिन ऐसा हो न सका। इसके बाद कोरोना संक्रमण काल के दौरान भी इसका काम बाधित रहा।

असर व्यापार पर, आवाजाही में मुश्किलें

शहर के अंदरुनी हिस्से में अमृत मिशन योजना के तहत पाईप लाईन बिछाने का कार्य जारी है। मानव मंदिर चौक, आजाद चौक और इसके आसपास के हिस्सों में सड़क खोदी गई है और इस पर पाईप डाले जा रहे हैं। लोगों को इसके चलते असुविधा हो रही है। लोगों का कहना है कि सड़क खोदने और पाईप बिछाने का कार्य रात में किया जाना चाहिए। खासकर शहर के अंदरुनी इलाकों में। यही सड़क की खुदाई के चलते व्यापार भी प्रभावित हो रहा है और आवाजाही को लेकर मुश्किलें बढ़ रही है।

गड्ढों की गहराई कम, फिलिंग भी नहीं

धीमी गति से चल रहे पाईप लाईन बिछाने के कार्य में कई खामियां सामने आ रही हैं। कई शिकायत हैं कि पाईप बिछाने के लिए जरुरी गहराई तक गड्ढे नहीं खोदे जा रहे हैं। इससे आने वाले समय में मुश्किलें बढ़ सकती है। गड्ढे खोदने और पाईप बिछाने के बाद इसकी फिलिंग नहीं की जा रही है। कई जगहों पर अब भी इसके ऊपर कांक्रीट नहीं डाला गया है। इसके चलते रास्ते जर्जर हो रहे हैं। बारिश के चलते परेशानी और भी ज्यादा बढ़ गई है।
यह शिकायत पुख्ता ऐसे भी होती है कि बीते 16 अगस्त को निगम की समीक्षा बैठक में इस संबंध में संबंधित ठेकेदारों की बैठक लेकर निराकरण करने के निर्देश दिये गए थे। इस दौरान अमृत मिशन के कार्यो की प्रगति की जानकारी लेते हुये कहा गया था कि पाईप लाईन बिछाने के लिये गड्ढे खोदे जाते है, जिनपर समय पर फिलिंग नहीं हो पाती है। वर्तमान में बरसात के कारण आवागमन में परेशानी होती है। जिसे ध्यान में रखते हुये फिलिंग की कार्यवाही तत्काल कराने के आदेश दिए गए थे। लेकिन यह कार्य कितनी तेजी से हो रहा है या किया जा रहा है इसे लेकर निगम ने दोबारा जानकारी लेना भी शायद जरुरी नहीं समझा।

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